निम्नलिखित कारक हैं जो आपके कमर्शियल व्हीकल इंश्योरेंस प्रीमियम को प्रभावित कर सकते हैं:
मॉडल, इंजन और व्हीकल का मेक: बेशक, आपके व्हीकल के जोखिम की मात्रा काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगी कि यह किस तरह का व्हीकल है!
सिर्फ़ व्हीकल के आकार और प्रकार की वजह से एक रेगुलर कैब का कमर्शियल व्हीकल इंश्योरेंस एक सामान ले जाने वाले ट्रक या स्कूल बस के मुक़ाबले बहुत कम होगा। इसके आलवा, मैन्युफैक्चरिंग का साल, व्हीकल की हालत वगैरह जैसे कारक से भी आपके प्रीमियम पर असर पड़ेगा।
स्थान: आपके व्हीकल का इंश्योरेंस प्रीमियम उसके रजिस्ट्रेशन और वह कहाँ इस्तेमाल किया जाना है इस आधार पर अलग-अलग हो सकता है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि हर एक स्थान पर जोखिम का एक अलग स्तर होता है, यानि मुंबई, बैंगलोर, हैदराबाद या दिल्ली जैसे मेट्रो शहर में इस्तेमाल होने वाले व्हीकल का नॉन-मेट्रो शहरों की तुलना में ज़्यादा होगा।
नो-क्लेम बोनस: अगर आपके पास पहले से ही एक कमर्शियल व्हीकल इंश्योरेंस है और वर्तमान में अपनी पॉलिसी को रिन्यू करवाना चाहते हैं या एक नया इंश्योरर लेना चाहते हैं - तो इस मामले में आपके एनसीबी पर भी विचार किया जाएगा, और आपका प्रीमियम रियायती दर पर होगा!
नो-क्लेम बोनस का मतलब है कि आपके कमर्शियल व्हीकल का पिछले साल एक भी क्लेम नहीं हुआ है।
इंश्योरेंस प्लान का प्रकार: कमर्शियल व्हीकल इंश्योरेंस में, मुख्य रूप से दो प्रकार के इंश्योरेंस उपलब्ध हैं। इसलिए, आपका इंश्योरेंस प्रीमियम आपके द्वारा चुने गए प्लान पर भी निर्भर करेगा।
जबकि अनिवार्य, लायबिलिटी ओनली प्लान का प्रीमियम कम होता है- यह सिर्फ़ थर्ड पार्टी को हुए नुकसान या क्षति और उसके मालिक की व्यक्तिगत दुर्घटना (अगर वह इंश्योर्ड व्हीकल में यात्रा कर रहा है) को कवर करता है; जबकि एक स्टैंडर्ड पैकेज पॉलिसी का प्रीमियम अधिक हो सकता है, लेकिन इसमें क्रमशः हमारे अपने कमर्शियल व्हीकल और ड्राइवर को होने वाले नुकसान और क्षति को भी कवर किया जाएगा।
कमर्शियल व्हीकल का उद्देश्य: हर एक कमर्शियल व्हीकल का इस्तेमाल अलग-अलग उद्देश्यों के लिए किया जाता है। जबकि कुछ का इस्तेमाल यात्रियों के परिवहन के लिए, कुछ का माल परिवहन के लिए या भवनों के निर्माण के लिए भी किया जाता है। इसलिए, आपका इंश्योरेंस प्रीमियम आपके व्हीकल के उद्देश्य को भी ध्यान में रखेगा।
आमतौर पर, एक रेगुलर ऑटो रिक्शा इंश्योरेंस एक सामान ले जाने वाले ट्रक के मुक़ाबले सस्ता होगा, ना सिर्फ़ आकार में अंतर की वजह से बल्कि एक ट्रक इंश्योरेंस नियमित रूप से परिवहन किए जा रहे सामान के मूल्य और प्रकार को भी कवर करेगा।
निम्नलिखित कारक हैं जो आपके कमर्शियल व्हीकल इंश्योरेंस प्रीमियम को प्रभावित कर सकते हैं:
मॉडल, इंजन और व्हीकल का मेक: बेशक, आपके व्हीकल के जोखिम की मात्रा काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगी कि यह किस तरह का व्हीकल है!
सिर्फ़ व्हीकल के आकार और प्रकार की वजह से एक रेगुलर कैब का कमर्शियल व्हीकल इंश्योरेंस एक सामान ले जाने वाले ट्रक या स्कूल बस के मुक़ाबले बहुत कम होगा। इसके आलवा, मैन्युफैक्चरिंग का साल, व्हीकल की हालत वगैरह जैसे कारक से भी आपके प्रीमियम पर असर पड़ेगा।
स्थान: आपके व्हीकल का इंश्योरेंस प्रीमियम उसके रजिस्ट्रेशन और वह कहाँ इस्तेमाल किया जाना है इस आधार पर अलग-अलग हो सकता है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि हर एक स्थान पर जोखिम का एक अलग स्तर होता है, यानि मुंबई, बैंगलोर, हैदराबाद या दिल्ली जैसे मेट्रो शहर में इस्तेमाल होने वाले व्हीकल का नॉन-मेट्रो शहरों की तुलना में ज़्यादा होगा।
नो-क्लेम बोनस: अगर आपके पास पहले से ही एक कमर्शियल व्हीकल इंश्योरेंस है और वर्तमान में अपनी पॉलिसी को रिन्यू करवाना चाहते हैं या एक नया इंश्योरर लेना चाहते हैं - तो इस मामले में आपके एनसीबी पर भी विचार किया जाएगा, और आपका प्रीमियम रियायती दर पर होगा!
नो-क्लेम बोनस का मतलब है कि आपके कमर्शियल व्हीकल का पिछले साल एक भी क्लेम नहीं हुआ है।
इंश्योरेंस प्लान का प्रकार: कमर्शियल व्हीकल इंश्योरेंस में, मुख्य रूप से दो प्रकार के इंश्योरेंस उपलब्ध हैं। इसलिए, आपका इंश्योरेंस प्रीमियम आपके द्वारा चुने गए प्लान पर भी निर्भर करेगा।
जबकि अनिवार्य, लायबिलिटी ओनली प्लान का प्रीमियम कम होता है- यह सिर्फ़ थर्ड पार्टी को हुए नुकसान या क्षति और उसके मालिक की व्यक्तिगत दुर्घटना (अगर वह इंश्योर्ड व्हीकल में यात्रा कर रहा है) को कवर करता है; जबकि एक स्टैंडर्ड पैकेज पॉलिसी का प्रीमियम अधिक हो सकता है, लेकिन इसमें क्रमशः हमारे अपने कमर्शियल व्हीकल और ड्राइवर को होने वाले नुकसान और क्षति को भी कवर किया जाएगा।
कमर्शियल व्हीकल का उद्देश्य: हर एक कमर्शियल व्हीकल का इस्तेमाल अलग-अलग उद्देश्यों के लिए किया जाता है। जबकि कुछ का इस्तेमाल यात्रियों के परिवहन के लिए, कुछ का माल परिवहन के लिए या भवनों के निर्माण के लिए भी किया जाता है। इसलिए, आपका इंश्योरेंस प्रीमियम आपके व्हीकल के उद्देश्य को भी ध्यान में रखेगा।
आमतौर पर, एक रेगुलर ऑटो रिक्शा इंश्योरेंस एक सामान ले जाने वाले ट्रक के मुक़ाबले सस्ता होगा, ना सिर्फ़ आकार में अंतर की वजह से बल्कि एक ट्रक इंश्योरेंस नियमित रूप से परिवहन किए जा रहे सामान के मूल्य और प्रकार को भी कवर करेगा।