टू-व्हीलर इंश्योरेंस में इंश्योर्ड डिक्लेर्ड वैल्यू (आईडीवी) क्या है?
आईडीवी वह सर्वाधिक रकम होती है जो आपकी बाइक चोरी होने या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में आपका इंश्योरेंस प्रदाता आपको दे सकता है,
आपकी 2 व्हीलर इंश्योर्ड डिक्लेर्ड वैल्यू और टू-व्हीलर इंश्योरेंस प्रीमियम दोनों साथ-साथ चलते हैं। इसका मतलब है कि आपकी आईडीवी जितनी ज्यादा होगी उसका प्रीमियम भी उसी हिसाब से होगा और आपकी गाड़ी के पुराने होने और आईडीवी घटने से आपका प्रीमियम भी भी कम होता जाता है।
साथ ही, ज्यादा आईडीवी का मतलब होता है कि जब आप अपनी बाइक को बेचने जाते हैं, तो आपको उसकी ज्यादा कीमत मिलती है। हालांकि, इस कीमत पर बाइक के इस्तेमाल, पिछले इंश्योरेंस क्लेम वगैरह का भी असर पड़ता है।
जब आप अपनी बाइक के लिए सही टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी चुनते हैं, तो सिर्फ प्रीमियम का नहीं बल्कि इस बात का भी ख्याल रखें कि आपको कितनी आईडीवी ऑफर की जा रही है।
हो सकता है कोई कंपनी आपको कम प्रीमियम पर इंश्योरेंस दे रही हो, लेकिन इसके साथ ही टू-व्हीलर की आईडीवी भी कम हो जाए। आपकी बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में, अगर आईडीवी ज्यादा होगी तो आपको मुआवजा भी ज्यादा मिलेगा।
रिसेल के समय भी, आपकी बाइक की आईडीवी बाजार में बाइक की कीमत को बताती है। हालांकि, अगर आप अपनी बाइक को अच्छी तरह से मेंटेन रखते हैं और यह बिलकुल नई बाइक जैसी चमकती है तो आपको आपकी बाइक की आईडीवी से भी ज्यादा कीमत मिल सकती है।
आखिर में, यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपनी बाइक को कितना प्यार करते हैं।
टू-व्हीलर इंश्योरेंस में नो क्लेम बोनस (NCB) क्या होता है?
एनसीबी (नो क्लेम बोन) की परिभाषाः एनसीबी वह डिस्काउंट होता है जो पॉलिसीधारक को पूरे साल कोई भी क्लेम न करने पर प्रीमियम पर दिया जाता है।
नो क्लेम बोनस 20%-50% तक में किसी भी तरह का डिस्काउंट हो सकता है जो आपको पॉलिसी की अवधि पूरी होने पर तब मिलता है जब आप पूरी अवधि में अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत किसी भी तरह का बाइक इंश्योरेंस क्लेम नहीं करते हैं।
इसका मतलब है कि आपको नो क्लेम बोनस पहली बार कॉम्प्रहेंसिव बाइक इंश्योरेंस खरीदने पर नहीं मिलता, बल्कि यह तब मिलता है जब आप अपनी बाइक का इंश्योरेंस रिन्यू करवाते हैं।
नो क्लेम बोनस का फायदा बाइक इंश्योरेंस धारक को मिलता है, बाइक को नहीं। इसका मतलब यह है कि आप बाइक बदल लें, तब भी आपका एनसीबी बना रहता है।
अगर आप नई बाइक खरीदने का फैसला लेते हैं, तो आपको नया बाइक इंश्योरेंस दिया जाएगा लेकिन आपकी पुरानी बाइक पर एनसीबी आपके पास रहता है।
टू- व्हीलर इंश्योरेंस में जीरो डेप्रिसिएशन कवर क्या है?
जिंदगी में दूसरी चीजों की ही तरह, आपकी बाइक के भी कुछ हिस्सों की कीमत वक्त के साथ कम होती जाती है, इसमें बंपर या कोई अन्य मेटल या फाइबर ग्लास पार्ट शामिल हैं।
इसलिए, जब कार को कोई क्षति होती है, तो उसे बदलने की पूरी कीमत नहीं दी जाती क्योंकि क्लेम की रकम से डेप्रिसिएशन को काट लिया जाता है।
लेकिन, इस ऐड-ऑन को लेने से यह फायदा होता है कि आपको जीरो डेप्रिसिएशन मिले और डिजिट के अधिकृत वर्कशॉप पर रिपेयर या पार्ट बदलने पर आपको उसकी पूरी कीमत मिले।
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टू-व्हीलर इंश्योरेंस में कैशलेस क्लेम क्या होता है?
अगर आप अपनी बाइक को डिजिट के अधिकृत रिपेयर सेंटर से ठीक करवाते हैं, तो क्लेम की मंजूरी की गई रकम हम सीधे रिपेयरिंग सेंटर को चुकाते हैं। यह कैशलेस क्लेम होता है।
कृपया ध्यान दें, अगर कटौती योग्य कोई चीज है, जैसे कोई अनिवार्य अतिरिक्त खर्च/कटौती योग्य, रिपेयर करने का कोई ऐसा शुल्क जो आपके इंश्योरेंस में कवर नहीं है या कोई डेप्रिसिएशन खर्च है , तो यह पॉलिसीधारक को अपनी जेब से चुकाना होगा।
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