हेल्थ इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना करें

डिजिट के हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम का कोटेशन पाएं और दूसरों से तुलना करें।

भारत में उपलब्ध हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की तुलना

हेल्थ इंश्योरेंस आपात समय में आर्थिक मदद के लिए बेहद जरूरी है। लेकिन बाजार में कई विकल्प होते हैं, जिनमें से किसी एक को चुनना काफी मुश्किल हो जाता है। है न? इसलिए, हेल्थ इंश्योरेंस की तुलना करना हमेशा अच्छा माना जाता है। इससे आपका समय बचता है और आपको यह जानने में मदद भी मिलती है कि आपके लिए क्या ज्यादा जरूरी है? अब हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी ऑनलाइन मौजूद हैं, इसलिए इन्हें खरीदना भी आसान हो गया है।

हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की तुलना क्यों करें?

अपने लिए कोई हेल्थ इंश्योरेंस प्लान चुनने से पहले, इनकी आपस में तुलना करना जरूरी अब जरूरी हो गया है। आपको इन वजहों से प्लान की तुलना करना चाहिए:

बेहतर और किफायती प्रीमियम पाने के लिए

हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीदते समय प्रीमियम का किफायती होना महत्वपूर्ण होता है। इंश्योरेंस देने वाली कंपनी अलग-अलग प्रीमियम रेंज के कई प्लान का विकल्प देती हैं। किफायती प्लान पाने के लिए आपको प्लान और प्रीमियम की तुलना करना चाहिए।

जरूरत के हिसाब से इंश्योरेंस प्लान पाने के लिए

बाजार में कई इंश्योरेंस कंपनी हैं। वो अलग खासियतों के साथ अलग प्रोडक्ट का ऑफर दे सकती हैं। पहले से हेल्थ प्लान की तुलना करके आप अपनी जरूरत के हिसाब से उचित चुनाव कर पाएंगे।

अतिरिक्त फायदे पाने के लिए

हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की तुलना करने से आपको अतिरिक फायदों के बारे में भी ज्यादा जानकारी मिल सकती है। उदाहरण के लिए एंबुलेंस सर्विस चार्ज अलग-अलग हो सकता है। कुछ कंपनी आयुष (AYUSH) और वैकल्पिक इलाज वगैरह के फायदे भी दे सकती हैं।

समझदारी भरा फैसला लें

आपको तुलना करते समय नियमों और हेल्थ पॉलिसी के बारे में ज्यादा जानकारी मिलेगी। वेटिंग पीरियड, क्लेम की प्रक्रिया, कवर न होने वाली बीमारियां जैसे जरूरी तथ्यों की अहमियत जानकर सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी।

हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की तुलना करते हुए इन चीजों की जांच करें

यहां पर कुछ फैक्टर्स बताए गए हैं, जिनके आधार पर आपको ऐसी तुलना करना चाहिए।

  • इंश्योरेंस कंपनी: देखिए क्या कंपनी और प्रोडक्ट आईआरडीए (IRDA) के साथ रजिस्टर हैं। कंपनी के ऑनलाइन रिव्यू पढ़ें और कंपनी के बारे में पब्लिक रिव्यू जानने के लिए उनके सोशल मीडिया हैंडल देखें। याह भी देखें कि आपके सवालों के लिए कंपनी के पास कस्टमर सपोर्ट सेंटर है या नहीं। क्लेम सैटेलमेंट रेशियो भी देखें।
  • हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के प्रकार: यह तय कीजिए कि आपको आपके हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में क्या चाहिए। इंडिविजुअल पॉलिसी, फैमिली फ्लोटर और सीनियर सिटीजन पॉलिसी कुछ विकल्प हैं। हर प्रकार की कुछ सीमाएं और फायदे हैं। आप अपनी जरूरतों के हिसाब से प्लान चुन लें। फिर इसकी तुलना बाजार में मौजूद दूसरी पॉलिसी से करें।
  • नेटवर्क हॉस्पिटल की लिस्ट: आपको ऐसा हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लेना चाहिए, जो आपको कैशलेस इलाज की सुविधा दे। यह नेटवर्क हॉस्पिटल में आसानी से हो सकता है। इंश्योरेंस कंपनी कैशलेस इलाज की सुविधा के लिए नेटवर्क हॉस्पिटल के साथ जुड़ती हैं। चेक करें कि यह नेटवर्क हॉस्पिटल आपके शहर में है या नहीं।
  • बीमा राशि: अलग-अलग कंपनी, आपको एक साल के लिए अलग-अलग बीमा राशि दे सकती हैं। इसलिए, यह एक जरूरी फैक्टर है। आपको बीमा राशि और इसके लिए जाने वाले प्रीमियम की जांच भी करनी चाहिए। अलग-अलग बीमा कंपनी में यह अलग-अलग हो सकता है।
  • बीमा राशि को रीफिल करना: कभी-कभी एक साल में आपको कई बीमारियां हो सकती हैं और हॉस्पिटल में भर्ती भी होना पड़ सकता है। दो बार के इलाज में ही बीमा राशि खत्म हो सकती है। तो ऐसी स्थिति में क्या होगा? आपको देखना होगा की बीमा कंपनी आपको बीमा राशि को रीफिल करने का विकल्प देती है या नहीं?
  • जीवन भर नवीनीकरण की सुविधा (लाइफ टाइम रिन्यूवेबिलिटी): हेल्थ इंशोरेंस प्लान 65 साल तक की उम्र तक के लिए लोगों को ही मिल सकता है। IRDA के नियमों के मुताबिक हेल्थ इंश्योरेंस देने वाली कंपनी को इसे लाइफ टाइम रिन्यू करने की सुविधा देना जरूरी है। आपको देखना चाहिए कि आपके प्लान में यह फैक्टर जरूर हो। ऐसा इसलिए भी जरूरी है क्योंकि उम्र बढ़ने पर हेल्थ प्लान की जरूरत ज्यादा होती है।
  • वेटिंग पीरियड: आपको लगता होगा कि आपका हेल्थ प्लान आपको पॉलिसी की शुरुआत से ही कवर करता होगा। लेकिन ऐसा नहीं है। हर हेल्थ प्लान का एक वेटिंग पीरियड होता है। इस अवधि में होने वाली कोई भी बीमारी इसमें कवर नहीं होगी। इस वेटिंग पीरियड में सामान्य बीमारी, पहले से मौजूद बीमारी, मातृत्व और कुछ अन्य बीमारियां शामिल हो सकती हैं।
  • प्रीमियम: आप हेल्थ इंश्योरेंस इसलिए खरीदते हैं ताकि यह मेडिकल इमर्जेंसी के समय आपके काम आ सके। हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम बीमा राशि और दूसरे फायदों के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं। इसलिए, इसकी गणना ध्यान से करें और यह सुनिश्चित करें कि आप कम कवरेज के लिए बड़ी राशि का भुगतान न करें। भारी प्रीमियम का असर आपकी जेब पर नहीं पड़ना चाहिए।
  • सब-लिमिट: अलग-अलग हेल्थ प्लान में मिलने वाला कवरेज, सब-लिमिट के आधार पर अलग-अलग हो सकता है। सब-लिमिट कवरेज का मतलब पहले से बताई गई उस कैपिंग से है, जो किसी विशेष बीमारी के इलाज, हॉस्पिटल कमरे का किराया और ऐसे ही दूसरे मदों पर लागू होती है। आपको ज्यादा से ज्यादा फायदों वाले प्लान का चुनाव करना चाहिए।
  • डे-केयर प्रक्रिया के लिए कवर: हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीदने से पहले आपको यह देखना चाहिए कि पॉलिसी में डे-केयर की प्रक्रिया के लिए कवर है या नहीं। इस तरह के इलाज में 24 घंटे अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होती है। 
  • गंभीर बीमारी होने पर मिलने वाले फायदे देखें: कैंसर, दिल का दौरा, किडनी फेल होना और ऐसी ही दूसरी बीमारियां गंभीर बीमारियां मानी जाती हैं। चेक करें कि यह आपके हेल्थ इंश्योरेंस में कवर होंगीं या नहीं। बीमा कंपनी अतिरिक्त फायदे या अलग ऐड-ऑन कवर के तौर पर गंभीर बीमारियों के लिए कवर देती हैं।
  • उपलब्ध ऐड-ऑन: चेक करें कि हेल्थ इंश्योरेंस के साथ कौन से एड-ऑन दिए जा रहे हैं। नवजात बच्चे की केयर के साथ मातृत्व और इन्फर्टिलिटी कवर, आयुष (AYUSH), ज़ोन अपग्रेड और गंभीर बीमारी कवर जैसे कई फायदे बीमा कंपनी की ओर से दिए जाते हैं।
  • जीरो प्रतिशत को-पेमेंट: पॉलिसी में को-पेमेंट क्लॉज़ भी जरूर देख लें। जीरो प्रतिशत को-पेमेंट चुनें, ताकि आपको क्लेम के समय भुगतान न करना पड़े।
  • कॉम्प्लिमेंट्री हेल्थ चेक-अप: अपनी इंश्योरेंस कंपनी से पूछें कि क्या वो कॉम्प्लिमेंट्री हेल्थ चेक-अप की सुविधा देती है। इंश्योरेंस कंपनियां अक्सर क्लेम फ्री साल के लिए मुफ्त चेकअप भी देती हैं या फिर हेल्थ प्लान के साथ कॉम्प्लिमेंट्री सालाना हेल्थ चेकअप भी देती हैं।
  • मानसिक बीमारी या बैरिएट्रिक सर्जरी का खर्च: देखें कि हेल्थ इंश्योरेंस प्लान आपको मानसिक बीमारी या बैरिएट्रिक सर्जरी में कवरेज देता है या नहीं। ये एक खास प्रक्रिया होती है जिसकी जरूरत मोटापे या मानसिक रोग से ग्रस्त लोगों को होती है।
  • ज़ोन अपग्रेड ऐड-ऑन: हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम किसी खास ज़ोन में इलाज के खर्च को बताता है। अगर आपने ज़ोन बी में पॉलिसी खरीदी है और इलाज ज़ोन ए के हॉस्पिटल में करा रहे हैं, तो आपको क्लेम के समय आपको कुछ भुगतान अपने पास से करना पड़ सकता है। इसलिए, यह देख लें कि ज़ोन अपग्रेड एड-ऑन दिया गया है या नहीं ।
  • डेली हॉस्पिटल कैश: अस्पताल में भर्ती होने पर हॉस्पिटल बिल से अलग भी कई खर्च होते हैं। डेली हॉस्पिटल कैश आपको रोज के खर्चे जैसे चाय, नाश्ता, कॉफ़ी वगैरह में मदद करता है। यह फायदा अस्पताल में भर्ती होने के 1 दिन बाद से 30 दिनों तक मिलता है। चेक करें कि बीमा कंपनी की ओर से यह फायदा कवर किया गया है या नहीं।
  • अंग दान का खर्च: चेक करें कि ऑर्गन ट्रांसप्लांट की स्थिति में अगर अंग दान करने वाले की जरूरत होती है, तो अंग दान करने वाले के लिए अस्पताल में भर्ती के खर्च कवर होंगे या नहीं।
  • इनकम टैक्स के फायदे: देखें कि इंश्योरेंस कंपनी आपकी ओर से भुगतान किए गए प्रीमियम पर इनकम टैक्स में छूट का प्रमाणपत्र दे रही या नहीं। हेल्थ इंश्योरेंस टैक्स के फायदों के बारे में और जानें।

महत्वपूर्ण:

हेल्थ इंश्योरेंस की ऑनलाइन या ऑफलाइन तुलना कैसे करें

ऑनलाइन तुलना ऑफलाइन तुलना
स्टेप 1: ऐसे वेब एग्रीगैटर या कंपनी को ढूंढें, जो तुलना आसान कर दें। या फिर आप अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनी के ऑनलाइन हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेटर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके साथ आप तुलना करने के लिए चार्ट भी बना सकते हैं। स्टेप 1 एजेंट को ढूंढें, जो आपको हेल्थ इंश्योरेंस दे सके। व्यक्ति से मिलकर उसे अपनी जरूरतों के बारे में बताएं।
स्टेप 2: पोर्टल पर आपके शहर (ज़ोन), जन्मदिन, जितने लोगों को आप कवर करना चाहते हैं, कांटेक्ट डिटेल, और बीमा राशि के बारे में पूछा जाएगा। पोर्टल पर दर्ज की गई जानकारी के आधार पर आपको बीमा का प्रीमियम बता दिया जाएगा। तब आप अपने लिए इंश्योरेंस कंपनी का चुनाव कर सकते हैं। स्टेप 2: अपनी सारी जानकारी एजेंट को दें, जैसे उम्र, पहले से मौजूद गंभीर बीमारी, मेडिकल से जुड़ी जानकारी, परिवार की जानकारी, बीमा राशि वगैरह। जो जानकारी आप दे रहे हैं वो सही होनी चाहिए।
स्टेप 3: तब इंश्योरेंस कंपनी पहले से मौजूद बीमारी, आम लक्षण, दवा या सप्लीमेंट के बारे में पूछेगी। अगर ऐसा कुछ होगा तो प्रीमियम पर इसका असर पड़ेगा। स्टेप 3: एजेंट अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनी से प्रीमियम लेगा और वही आपको दे देगा। उसको अच्छे से पढ़िए और इंश्योरेंस कंपनी का चुनाव उसी के हिसाब से कीजिए।
Step 4: इसके बाद आपको व्यक्तिगत जानकारी देनी होगी जैसे नाम, उम्र, जेंडर और वजन। इसमें आपसे कुछ और जरूरी जानकारी भी पूछी जाएगी। -

ऑनलाइन या ऑफ़लाइन हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की तुलना करें- कौन सा बेहतर है?

ऑनलाइन ऑफलाइन/एजेंट
समय बचाए हेल्थ इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना बहुत समय बचाती है। एजेंट से तुलना के लिए कहने में बहुत समय लग सकता है।
किफायती ऑनलाइन तुलना करना काफी सस्ता होता है, क्योंकि आप किसी दूसरे व्यक्ति के जरिए यह नहीं करवा रहे होते हैं। प्रशासनिक लागत भी कम हो जाती है। एजेंट कमीशन के आधार पर तुलना कर सकता है। इंश्योरेंस कंपनी की ओर से मिलने वाले प्रीमियम में प्रशासनिक शुल्क भी जुड़ा हो सकता है।
निष्पक्ष निर्णय ऑनलाइन तुलना में निष्पक्षता की पूरी संभावना रहती है, क्योकि आप किसी दूसरे व्यक्ति के जरिए नहीं करवा रहे होते हैं। ऑफलाइन तुलना करते हुए निष्पक्ष निर्णय लेना थोड़ा कठिन हो जाता है। एजेंट ऐसे हेल्थ प्लान लेने को कह सकता है, जहां ज्यादा कमीशन मिल रहा हो।
कवर के बारे में जानकारी ऑनलाइन तुलना करते हुए प्लान की सारी जानकारी वेबसाइट पर देख सकते हैं। थोड़ा भी संदेह होने पर आप कस्टमर केयर में फोन भी कर सकते हैं। ऑफलाइन हेल्थ प्लान की तुलना या एजेंट से मदद लेने में इस बात की संभावना हो सकती है कि आपको कुछ जानकारी न मिल पाए।
आसान हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के प्रीमियम की तुलना ऑनलाइन करना काफी आसान होता है। एजेंट से प्रीमियम की तुलना करने के लिए कहना भी थकाने वाला हो सकता है।

हेल्थ इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना क्यों करें?

आजकल खाना, कैब और ग्रोसरी सबकुछ ऑनलाइन मिल जाता है। ऑनलाइन शॉपिंग ने अब तुलना करना और भी आसान बना दिया है। अब एक ही प्लेटफॉर्म पर कई सारे विकल्प मौजूद हैं। जब बात हेल्थ इंश्योरेंस की हो, तो आपको इनकी तुलना ऑनलाइन ऐसे करनी चाहिए:

जीरो निवेश

हेल्थ इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना के लिए आपको किसी भी तरह के निवेश की जरूरत नहीं होगी। आपको सिर्फ इंश्योरेंस देने वाली कंपनी या बहुत सारी जानकारी देने वाली एक एग्रीग्रेटर वेबसाइट ढूंढने की जरूरत होगी। ऐसे वेब एग्रीग्रेटर पूरी जानकारी दे देते हैं। इनसे तुलना आसान हो जाती है।

इंश्योरेंस/एजेंट ऑफिस में इंतजार करने की कोई जरूरत नहीं

आपको इंश्योरेंस पॉलिसी चाहिए, बढ़िया! लेकिन आप दो प्रोडक्ट की तुलना कैसे करेंगे? इंश्योरेंस कंपनी या एजेंट ऑफिस जाकर या फिर ऑनलाइन। ऑनलाइन तुलना की सुविधा आपका लंबी लाइन में लगने वाला वेटिंग टाइम बचा लेती है।

कोई छिपी हुई जानकारी नहीं

हेल्थ इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना की सबसे अच्छी खासियत है पारदर्शिता। इसमें कोई छिपी हुई जानकारी नहीं है। एजेंट या इंश्योरेंस कंपनी हो सकता है कि आपको जरूरी जानकारी देने से चूक जाएं। लेकिन ऑनलाइन तुलना करने में ऐसा नहीं होता है।

समय बचाए

वेब एग्रीग्रेटर पर हेल्थ इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना करने से आपका समय भी बचता है। आपको कंपनी रिप्रेजेंटेटिव या एजेंट का इंतजार नहीं करना होता है। बस जानकारी दर्ज करें और तुलना के बारे में पढ़ें। एग्रीग्रेटर के अलावा, आप इंश्योरेंस कंपनी की तरफ से मिलने वाले ऑनलाइन हेल्थ इंश्योरेंस कैलकुलेटर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं और खुद से ही एक तुलनात्मक चार्ट भी बना सकते हैं।

क्या होता है जब आप हेल्थ इंश्योरेंस की तुलना नहीं करते हैं?

सोचिए अगर आपको अपनी बीमारी का पता ना हो और आप जनरल फिजिशियन से परामर्श लेने चले जाएं। हेल्थ इंश्योरेंस खरीदना भी कुछ ऐसा ही है। हेल्थ इंश्योरेंस की तुलना करना जरूरी है। अगर आप यह तुलना नहीं करेंगे तो:

  • ऐसा हेल्थ इंश्योरेंस खरीद लेंगे जो आपकी जरूरतों को पूरा न करे। आखिर में जरूरत के समय आपको आर्थिक सुरक्षा नहीं मिल पाएगी।
  • यूं ही कोई पॉलिसी ले लेंगे, जिसमें जरूरी खासियतें नहीं होंगी।
  • सीमित बीमा राशि वाला प्रोडक्ट चुन लेंगे। जिससे आपको जरूरत के समय दिक्कत होगी।
  • अगर बेहतर कवर नहीं मिलेगा तो प्रीमियम की राशि बेकार हो जाएगी।