आप ऐसी पॉलिसी खरीद सकते हैं जो सब-लिमिट नहीं देती हैं, पर इनका प्रीमियम अक्सर ज़्यादा होगा। क्योंकि सब-लिमिट इंश्योरेंस कंपनी द्वारा तय की जाती हैं, इसलिए अगर आप ऐसी पॉलिसी चुनते हैं जिसमें ये क्लॉज हैं, तो आप राशि बदल नहीं पाएंगे।
इस प्रकार, पॉलिसी खरीदने से पहले, पॉलिसी दस्तावेज़ों में ऊपर दी गई सब-लिमिट को अच्छी तरह से समझें और अन्य महत्वपूर्ण कारकों, जैसे शामिल, गैर-शामिल, कटौतियां और सह-भुगतान की जांच करें। अगर आपको लगता है कि पॉलिसी में दी गई कवरेज आपकी विशिष्ट जरूरतों या स्वास्थ्य देखभाल के लिए लागत से कम है, तो आप अपनी इंश्योर की गई राशि को बढ़ा सकते हैं, या एक अलग इंश्योर्ड का विकल्प भी चुन सकते हैं।
हेल्थ इंश्योरेंस में सब-लिमिट को समझना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह तय करने में एक कारक हो सकता है कि पॉलिसी आपकी जरूरतों के अनुरूप है या नहीं। जबकि सब-लिमिट वाले हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में बिना सब-लिमिट वाले की तुलना में कम प्रीमियम होगा, वे लंबे समय में ज़्यादा सीमित कवरेज प्रदान कर सकती हैं। इसलिए, अपने हेल्थ इंश्योरेंस को खरीदने से पहले एक ऐसी पॉलिसी ढूंढें जो आपकी स्वास्थ्य देखभाल संबंधी ज़रूरतों और आपके बजट दोनों के अनुकूल हो।