रॉयल एनफील्ड क्लासिक पर लंबा सफर तय करने का मन करता है न? लेकिन इससे पहले की आप अपनी मोटरसाइकिल को निकालें, क्या अपने रॉयल एनफील्ड क्लासिक टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी लेने के बारे में सोचा है?
इसके ज़्यादा से ज़्यादा फ़ायदे लेने के लिए टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी की ख़ासियतों पर नज़र डालें!
रॉयल एनफील्ड असल में ब्रिटिश मोटरसाइकिल कंपनी है जिसने 20 वीं शताब्दी के ज़्यादातर समय खासतौर पर दोनों विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन की सेनाओं (English armed forces) को मोटरसाइकिल सप्लाई की थी।
दूसरे विश्व युद्ध के दौरान दी गईं अपनी सेवाओं की याद के तौर पर रॉयल एनफील्ड क्लासिक की कल्पना कंपनी ने की थी। ये सिर्फ युद्ध की निशानी नहीं थी; ये राइडिंग कल्चर और समय के पारंपरिक दृष्टिकोण की निशानी भी थी। सिर्फ इस एक मकसद के साथ ही मोटरबाइक को अभी वाले बुलेट फ्रेम पर तैयार किया गया था।
बाकी सभी रॉयल एनफील्ड मॉडल की तरह क्लासिक भी भारत में तैयार हुए मोटरसाइकिल के महंगे स्पेक्ट्रम से संबंधित है। इसलिए किसी दुर्घटना में हुआ नुकसान जेब पर भारी पड़ सकता है।
रॉयल एनफील्ड क्लासिक इंश्योरेंस पॉलिसी ऐसी परिस्थिति में आपके आर्थिक नुकसान को कम कर सकती है। मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के तहत भी हर मोटराइज्ड व्हीकल मालिक के लिए थर्ड पार्टी लायबिलिटी इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना अनिवार्य माना गया है।
इस पॉलिसी के बिना आप पर ट्रैफिक से जुड़ा 2000 रुपए का जुर्माना लग सकता है। दोबारा ऐसा होने पर ये जुर्माना 4000 रुपए भी हो सकता है।