बहुत सावधानी से बाइक चलाने वालों को भी कभी-कभार भयंकर दुर्घटना का सामना करना पड़ता है। 2016 में हुआ एक सर्वेक्षण बताता है कि सड़क दुर्घटना से हुई कुल मृत्यु में 25% बाइक और स्कूटर चालकों की थीं।(2)
बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी ख़रीदने के कुछ अहम कारण नीचे दिए गए हैं:
- क़ानूनी तौर पर ज़रूरी है- मोटर व्हीकल एक्ट,1988 के तहत हर मोटरबाइक के लिए थर्ड-पार्टी लायबिलिटी टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी लेना ज़रूरी है। अगर आपके यामाहा टू-व्हीलर को कम से कम थर्ड-पार्टी लायबिलिटी पॉलिसी में कवर नहीं किया गया है, तो आप पर भारी जुर्माना लग सकता है। संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट 2019 के तहत, टू-व्हीलर की इंश्योरेंस पॉलिसी न होेने पर आपको 2000 रुपए का जुर्माना भरना होगा, इस ग़लती को दोहराने पर जुर्माने की क़ीमत 4000 रुपए है।
- क़ानूनी ज़िम्मेदारी से सुरक्षा- अगर आपकी बाइक किसी दुर्घटना में शामिल है और उस कारण किसी व्यक्ति या संपत्ति को नुक़सान पहुंचता है, तो यामाहा बाइक इंश्योरेंस प्लान आपको एक बेहतर वित्तीय सहायता देता है। अगर ऐसे मौके पर आपके पास इंश्योरेंस नहीं है, तो थर्ड-पार्टी के नुक़सान की भरपाई के लिए आपको क़ानूनी तौर पर मज़बूर होना पड़ सकता है।
- चोरी पर कवर- इंश्योरेंस प्रोवाइडर आपकी बाइक को न केवल दुर्घटना की स्थिति में बचाते हैं, बल्कि वह आपकी बाइक के चोरी होने पर अच्छी क़ीमत देकर नुक़सान की भी भरपाई करते हैं। इस पैसे से आप नई बाइक भी ख़रीद सकते हैं।
- खुद के नुक़सान को ठीक कराने पर रिंबर्समेंट - दुर्घटना से केवल थर्ड-पार्टी के व्यक्ति या संपत्ति को ही नुक़सान नहीं होता। हमारी खुद की बाइक को भी नुक़सान हो सकता है। थर्ड-पार्टी लायबिलिटी पॉलिसी होल्डर अपने वाहन को हुए नुक़सान पर अपनी पॉलिसी पर क्लेम नहीं कर सकते हैं, लेकिन कॉम्प्रिहेंसिव यामाहा इंश्योरेंस पॉलिसी लेने पर आपको यह सुविधा मिल सकती है।
- मृत्य/अंगभंग होने पर लमसम भुगतान- अगर बाइक दुर्घटना से पॉलिसी धारक की मृत्यु या स्थायी अपंगता होती है, तो पर्सनल एक्सिडेंट एड-ऑन कवर से टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी उनके परिजनों को वित्तीय मदद देती है।
आप अपना यामाहा इंश्योरेंस प्रीमियम कैसे कम कर सकते हैं?
बाइक का इंश्योरेंस करवाना ज़रूरी होता है। हालांकि, अगर आपके पास वित्तीय मज़बूती है तभी आप सबसे अच्छा कवरेज चुन सकते हैं। अगर आपके पास पर्याप्त पैसा नहीं है, तो आप प्रीमियम को कम करने के कुछ तरीक़े अपना सकते हैं-
- आपकी जगह अपने एनसीबी (NCB) को काम करने दें- अपनी टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रीमियम को घटाने के लिए नो-क्लेम बोनस का लाभ उठाना एक बेहतरीन तरीक़ा है। अपने प्रीमियम पर एनसीबी डिस्काउंट पाने के लिए सुनिश्चित करें कि आपका इंश्योरेर आपको यह बेनिफ़िट दे रहा हो। साथ ही, अपनी यामाहा बाइक को सड़क पर सावधानी से चलाएं, जिससे क्लेम करने की संभावना कम हो सके और आपको एनसीबी बेनिफ़िट मिल पाए।
- वॉलेंट्री डिडक्टिबल्स लें- कुछ ज़रूरी डिडक्टिबल्स होते हैं, जो इंश्योरेर करते हैं। आप इन्हें मना नहीं कर सकते। हालांकि, अगर आप प्रीमियम को और भी कम करना चाहते हैं, तो आप वॉलेंट्री डिडक्टिबल्स ले सकते हैं। वॉलेंट्री डिडक्टिबल्स लेने पर इंश्योरर आपके प्लान के प्रीमियम को घटा देते हैं।
- इंश्योरेंस कंपनी से सीधा संपर्क करें- किसी मध्यस्थ या ब्रोकर से पॉलिसी लेना आपको महंगा पड़ सकता है, क्योंकि इसमें वह अपनी फ़ीस भी शामिल कर लेते हैं। इसलिए, ब्रोकर से पॉलिसी ख़रीदने की जगह, आप सीधा इंश्योरेंस कंपनी से संपर्क कर सकते हैं। इससे न केवल आपको कम क़ीमत में पॉलिसी मिलेगी, बल्कि आप सभी विकल्पों को अच्छे से जानने के बाद अपने लिए सोच-समझकर निर्णय ले सकेंगे।
- केवल ज़रूरत पड़ने पर ही एड-ऑन लें- कॉम्प्रिहेंसिव यामाहा बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी में आम तौर पर ऑल-राउंड वित्तीय सुरक्षा मिलती है, जो आपको बहुत सी परिस्थितियों में बचाती है। बिना सोचे समझे अपने प्लान में एड-ऑन शामिल करते रहने से आपका प्रीमियम पॉलिसी बहुत बढ़ जाता है।
याद रखें कि अपनी क़ीमती बाइक के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी ख़रीदते समय आपको इंश्योरर की विश्ववसनीयता के साथ ही मिलने वाले कवर पर ग़ौर करना चाहिए। अगर दुर्घटना होने पर आप वित्तीय सुरक्षा की गारंटी चाहते हैं, तो कोई भी सबसे सस्ती पॉलिसी न ख़रीदें।
अक्सर, लोग ऐसे इंश्योरेंस प्लान लेते हैं जिसमें मिलने वाले कवर से वह संतुष्ट नहीं होते। ऐसे मामलो में, कंपनियां इंश्योरर बदलने की सुविधा देती हैं।
अगर आप एक पॉलिसी होल्डर हैं और अपना इंश्योरर बदलना चाहते हैं या नई बाइक के मालिक हैं और सबसे अच्छा इंश्योरेंस प्रोवाइडर ढूंढ रहे हैं, तो बाज़ार में कई विकल्प मौजूद हैं और डिजिट सबसे बेहतर विकल्पों में से एक है। डिजिट के टू-व्हीलर इंश्योरेंस प्लान लचीले और क़िफ़ायती होने के साथ आपकी यामाहा बाइक को नुक़सान पहुंचने पर उसे सहज मिलने वाली वित्तीय सुरक्षा देते करते हैं।
आप जानना चाहते हैं कि डिजिट ही क्यों? डिजिट क्या ख़ास सुविधाएं देता है, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।