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भारत से किस देश का वर्क वीज़ा प्राप्त करना आसान है?

कभी-कभी जब आप एक स्किल्ड प्रोफेशनल होते हैं, तब भी आपको फॉरेन में अपना करियर बनाने के लिए वर्क वीजा नहीं मिल पाता है। यह एक एक्सटेंडेड प्रक्रिया या अनरीज़ेनबल आवश्यकताओं के कारण हो सकता है। हालाँकि, अगर आप भारत के एक सेल्फ- एम्प्लॉयड व्यक्ति हैं, तो कुछ देश हैं जो आपको बेहतर कैरियर विकास और अन्य लाभों के साथ आसानी से वर्क वीज़ा दे सकते हैं।

तो, बिना समय बर्बाद किए,आइए देखें कि भारत से किस देश का वर्क वीजा प्राप्त करना आसान है!

उन देशों की सूची जो भारतीयों को आसान वर्क वीजा प्रदान करते हैं

यहां 6 काउंटियों की सूची दी गई है जहां भारत से वर्क वीज़ा प्राप्त करना आसान है। इस सूची में, उन प्रत्येक विचारो का उल्लेख किया गया हैं जो सर्वोत्तम विकल्प चुनते समय आपकी मदद करेगा :

1. कनाडा

इस सूची में पहला देश कनाडा है क्योंकि इसमें भारतीयों के लिए एक फ्लेक्सिबल इमीग्रेशन सिस्टम है और इसमें केवल कुछ आवश्यकताएँ शामिल हैं। इसके अलावा, अधिकांश देशों की तुलना में, कनाडा में वीज़ा प्राप्त करना काफी किफायती है। कनाडा में प्रवेश करने में आपकी सहायता करने वाला सबसे लोकप्रिय इमीग्रेशन प्रोग्रामक का नाम एक्सप्रेस एंट्री कार्यक्रम है। हालाँकि, अन्य में पीएनपी प्रोग्राम, फ़ेडरल स्किल्ड वर्कर और एंटरप्रेन्योर प्रोग्राम शामिल हैं। इसके अलावा, इसकी प्रभावशाली स्किल ऑफरिंग्स और हाई एजुकेशन कोरिलेशन के कारण यहां अपना करियर बनाना अनुकूल है। इसके अलावा, आपको व्यक्तिगत सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल का लाभ मिलेगा।

एलिजिबिलिटी : 

  • एक प्रोविंस से नामांकन

  • हाई सीआरएस स्कोर

  • एक कनाडाई एम्पलॉयर से प्रस्ताव पत्र

कॉस्ट टू कंसीडर:कनाडा में रहने की औसत लागत C$4,032 है, और आप एक वर्ष में औसत वेतन C$39,000 कमा सकते हैं।

2. नीदरलैंड

भारतीयों को आसान वर्क वीज़ा प्रदान करने वाले देशों की सूची में दूसरे स्थान पर नीदरलैंड है। दूसरों की तुलना में इस देश को चुनने का प्राथमिक कारण यह है कि यहां आपको वर्क लाइफ का अच्छा संतुलन मिलता है। इसके अलावा, वर्क वीज़ा के लिए अप्रूवल प्रोसेस फ्लेक्सिबल है। नीदरलैंड ने अपनी सीमाओं के अंदर तकनीकी रिसर्च को बढ़ावा दिया है, इस प्रकार यह सुनिश्चित किया है कि आपको आवश्यक विकास विकल्प मिले। इसके अलावा, नीदरलैंड की सरकार ने अपने टैक्सेस को कम कर दिया है और जीवन स्तर की स्टैण्डर्ड क्वालिटी में सुधार किया है ताकि नीदरलैंड के रेसिडेंट्स को बेस्ट कैरियर , एजुकेशन और मेडिसिन की सुविधाओं का एक्सेस मिल सके। यदि आप आवश्यक एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करते हैं तो आप नीदरलैंड में वर्क वीज़ा प्राप्त कर सकते हैं।

एलिजिबिलिटी : 

  • प्रोफेशनल एंड एजुकेशनल एक्सपीरियंस होना जरुरी हैं. 

  • प्रति माह कम से कम $6.4 कमाना चाहिए 

  • इंग्लिश में फ्लुएंसी होनी चाहिए

कॉस्ट टू कंसीडर: नीदरलैंड में रहने की औसत लागत € 800-1000 प्रति माह है, जबकि एक भारतीय एक वर्ष में औसत वेतन € 23,400 तक कमा सकता है।

3. UK

यदि आप सोच रहे हैं कि भारत से किस यूरोपीय देश में नौकरी पाना आसान है, तो आपके लिए सबसे बेहतरीन ऑप्शन हैं यूनाइटेड किंगडम (UK)। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह महाद्वीप की इकनोमिक पावरहाउस होने के नाते भारतीय नागरिकों को ढेर सारे अवसर प्रदान करता है। इसके अलावा, UK प्रोफेशनल्स को इनोवेशन के लिए आवश्यक तकनीकी सहायता और मंच प्रदान करता है।

इतना ही नहीं बल्कि इस देश में प्रवेश करने के लिए आप जिस रास्ते का इस्तेमाल कर सकते हैं, उसके लिए अन्य विकल्प भी उपलब्ध हैं। उदाहरण के लिए, आप ग्लोबल टैलेंट वीज़ा या स्किल्ड वर्कर वीज़ा के लिए आवेदन कर सकते हैं।

एलिजिबिलिटी:

  • एम्प्लॉयर से ऑफर लेटर होना चाहिए
  • एड्युकेशनल बैकग्राउंड के साथ IT प्रोफेशनल होना चाहिए
  • UKस्थित विशेषज्ञों से रिकमेन्डेशन पत्र आपके पास होना चाहिए 

कॉस्ट टू कंसीडर:यूके में रहने की औसत लागत £241 प्रति माह है, जबकि इस देश में आप एक वर्ष में औसत वेतन £33,295 कमा सकते हैं।

4. न्यू ज़ीलैण्ड

स्ट्रेस फ्री वीज़ा सिस्टम और मिनिमम आवश्यकताओं के कारण न्यूजीलैंड ने भारतीयों को एक्सेसिबल वर्क परमिट प्रदान करने वाले शीर्ष देशों में अपनी जगह मजबूत कर ली है। यदि आप यहां काम करते हैं, तो आप इसके प्राकृतिक परिवेश के साथ-साथ प्रथम-विश्व के देश का लाभ भी उठा सकते हैं। इसके अलावा, लोगों के बीच एक्टिव आउटडोर जीवन और खेल के प्रति प्रेम, इस देश को बच्चों के पालन-पोषण के लिए सबसे अच्छी जगह बनाता है।

सबसे महत्वपूर्ण लाभों में से एक जो आप यहां प्राप्त कर सकते हैं वह है वर्किंग हॉलिडे वीज़ा, जिसका अर्थ है कि आप इस वीज़ा का उपयोग करके 12 महीने तक न्यूजीलैंड में रह सकते हैं।

न्यूज़ीलैंड में वर्क वीज़ा के आवेदन करने के लिए, आप या तो स्किल्ड माइग्रेंट वीज़ा या ऑन्ट्रप्रेन्योर वर्क वीज़ा मार्ग अपना सकते हैं। इन दोनों प्रकार के वीज़ा को प्राप्त करने के कुछ क्राइटेरिया हैं: 

एलिजिबिलिटी :

  • किसी विशेष क्षेत्र में स्किल एंड अनुभव 
  • वीज़ा पॉइंट स्केल पर न्यूनतम 160 अंक
  • यदि आप एंटरप्रेन्योर वर्क वीज़ा ले रहे हैं तो आपके पास एक विस्तृत बिजनेस प्लान होना चाहिए

कॉस्ट टू कंसीडर: न्यू ज़ीलैण्ड में रहने की औसत लागत 1,400 NZD प्रति माह (किराए को छोड़कर) देय होगी , जबकि आप औसत वेतन NZ$ 97,300 प्रति वर्ष कमा सकते हैं।

5. सिंगापुर

सिंगापुर एक और देश है जो भारतीयों को आसान वर्क वीज़ा देता है, भले ही वे ग्रेजुएट हो या सेल्फ एम्प्लॉयड हों। इसके अलावा, इसमें दुनिया के सबसे बड़े फाइनेंसियल सेण्टर शामिल हैं। इस प्रकार, यदि आप शिक्षण, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी या हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में हैं तो सिंगापुर में नौकरी पाना आसान है। इसके अलावा, यहां सिंगापूर का गरम मौसम भी एक कारण है इस देश में वर्क वीज़ा का आवेदन करने के लिए.

इस देश में प्रवेश करने का सबसे आसान रास्ता शॉर्ट-टर्म विजिट पास है। यदि आपने हाल ही में अपना हायर एजुकेशन प्रोग्राम पूरा किया है तो आप यह पास प्राप्त कर सकते हैं, और यह आपको अतिरिक्त 30 से 90 दिनों के लिए इस देश में रहने की अनुमति देता है। परिणामस्वरूप, यह आपको लॉन्ग टर्म विज़िट पास के लिए एलिजिबल बनाता है, जो आपको फिर से एक वर्ष तक रहने के लिए अनुदान की अनुमति देता है। इसके अलावा, वर्क वीज़ा भी हैं, जैसे प्रबंधकों/अधिकारियों/प्रोफेशनल्स के लिए एम्प्लॉयमेंट पास, एंटरप्रेन्योर के लिए एंट्रे-पास, और मिड-स्किल्ड लेबर के लिए एस-पास जो 2 साल के अनुदान की अनुमति देता है।

एलिजिबिल्टी : 

  • एम्प्लॉयमेंट पास प्राप्त करने के लिए, आपको न्यूनतम S$4,500 कमाना पड़ेगा 
  • एक मिडिल स्किल्ड वर्कर की कमाई कम से कम S$ 2,500 होनी चाहिए
  • एंट्रे-पास प्राप्त करने के लिए, आपकी कंपनी के पास इनोवेटिव तकनिकी और एक वेंचर बैकअप होना चाहिए

कॉस्ट टू कंसीडर: सिंगापुर में आप औसत वेतन 2,140 सिंगापुर डॉलर प्रति माह कमा सकते हैं। हालाँकि, जीवनयापन की औसत लागत S$1,100 प्रति माह से शुरू होती है।

6. ऑस्ट्रेलिया

यदि आप अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की तेज़ी से शुरुआत करना चाह रहे हैं, तो ऑस्ट्रेलिया उन शीर्ष देशों में से एक है जहां आपको आसानी से वर्क वीज़ा मिल सकता है। इसके अलावा, जबसे ऑस्ट्रेलिया ने स्किल्ड वर्कर्स का कोटा कम किया हैं, तब से यह देश हाई स्कोर वाले आवेदकों के लिए एक आसान ऑप्शन बन गया हैं।

फर्म सिटीजनशिप अधिकार, सुरक्षित वातावरण, जीवन की बेहतर गुणवत्ता और उत्तम मौसम का आनंद लेने के लिए कोई भी इस देश में रहने का चुनाव कर सकता है।

ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश पाने के लिए आप जिस वीज़ा के लिए आवेदन कर सकते हैं, उसमें रेजिडेंट रिटर्न वीज़ा, परमानेंट रेजिडेंट वीज़ा, कन्फर्मेटरी रेजिडेंट रिटर्न वीज़ा और स्पेशल केटेगरी वीज़ा शामिल हैं। हालाँकि, आपको लिए नीचे दिए गए एलिजिबिलिटी पैरामीटर को पूरा करना होगा।

एलिजिबिलिटी : 

  • आपके पास एम्प्लॉयर का दिया हुआ ऑफर लेटर होना चाहिए 
  • स्किल्ड माइग्रेशन प्रोग्राम पॉइंट ग्रिड सिस्टम के तहत हाई स्कोर होना चाहिए
  • ऐसे क्षेत्र में अनुभव हो जिसमें अधिक आवेदक न हों

कॉस्ट टू कंसीडर: ऑस्ट्रेलिया में एक व्यक्ति के लिए रहने की औसत लागत AU$ 1,800 प्रति माह है। इसके विपरीत, यहां एक साल में औसत वेतन AU$99,596 है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

किस देश में वर्क वीज़ा मिलना सबसे ज्यादा कठिन हैं?

भारत से वर्क वीज़ा पाने के लिए चीन और रूस को सबसे चुनौतीपूर्ण देश माना जाता है।

क्या मैं अपना वर्क वीज़ा रिन्यू करवा सकता हूँ?

यदि आपका वर्क वीज़ा समाप्त होने वाला है, तो आपको कठिनाइयों से बचने के लिए कम से कम 30 दिन पहले इसे रिन्यू या एक्सटेंड करवा लीजिये |