सुपर साइक्लोन अम्फन भारत-बांग्लादेश क्षेत्र में उत्पन्न हुआ था, जो भारत के इतिहास में आज तक के सबसे घातक ट्रॉपिकल साइक्लोन में से एक था। UN की रिपोर्ट के अनुसार, इसके साइक्लोन के परिणामस्वरूप देश को करीब 14 अरब डॉलर का आर्थिक नुकसान पहुंचा था।
इस साइक्लोन ने ऐसेट्स के विनाश का ऐसा उदाहरण पेश किया था कि पूरा इंटरनेट केवल एक सवाल से ही भर गया था और सभी लोग यहि जानना चाहते थे कि "अगर आपके घर में फ्लड आ जाए तो क्या करें?"
ऐसेट्स को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए महत्वपूर्ण बातों की पूरी जानकारी नीचे दी गई है।
ऐसेट्स में आपका घर, कीमती सामान, फर्नीचर, कार आदि ये सभी चीज़ें शामिल हैं। अगर हम इन ऐसेट्स को अच्छे तरह से वर्गो में बांटे तो हमें इसके 2 मुख्य हेडिंग्स देखने को मिलेंग:
घर और घरों की सामग्री
वाहन
भारत में घर को सबसे महंगी संपत्ति के रूप में जाना जाता है। लेकिन, केवल 1% घर ही होमओनर इंश्योरेंस के अधीन हैं, हालाँकि होम इंश्योरेंस बाकी की इंश्योरेंस की तरह बहुत अधिक महंगी नहीं होती मतलब इस इंश्योरेंस को खरीदना काफी सस्ता पड़ सकता है, और साथ ही इस इंश्योरेंस का वार्षिक इंश्योरेंस प्लान भी मार्केट में उपलब्ध है।
इसका कोई पुख्ता जवाब तो नहीं है की आप अपने घर को फ्लड से कैसे बचा सकते हैं, लेकिन हाँ इंश्योरेंस कंपनियों के पास आपके नुकसान को कवर करने के लिए एक बेहतरीन समाधान जरूर है जिससे आप फ्लड के कारण होने वाले अपने नुकसान को कम कर अपने घर को सुरक्षित रख सकते हैं।
होमओनर इंश्योरेंस के अंदर बहुत से अलग अलग खंड शामिल हैं। जिसमें से कुछ प्राकृतिक आपदाओं को कवर करते हैं, तो वहीँ कुछ खंड ऐसे भी हैं जो इन्हें कवर नहीं करते। इसलिए किसी भी प्रकार के इंश्योरेंस को खरीदने से पहले आपको उसके सभी नियम और शर्तों को अच्छे से पढ़कर उन्हें समझ लेना चाहिए।
सौभाग्य से, भारत में अब सभी वाहन मालिकों के लिए व्हीकल इंश्योरेंस अनिवार्य कर दिया गया है, और यह इंश्योरेंस पॉलिसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले आपके सभी प्रकार के नुकसान को कवर करती है।
सुविधाओं का लाभ उठाने और अपनी प्रोपर्टी को प्राकृतिक आपदा से बचाने के लिए जागरूक होना और इनके बारे जानकारी रखना बेहद आवश्यक है।