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भारत में पैसिव आय कैसे कमाएं

Source: assetmonk

चाहे आप 9 से 5 की नौकरी कर रहे हों, अपना खुद का बिज़नेस चलाते हों, या आप फ्रीलांसर हों, नियमित रूप से बहुत ज़्यादा क़ोशिश किए बिना अतिरिक्त पैसा कमाने का सबसे अच्छा तरीका, पैसिव आय का ज़रिया तलाशना है।

पैसिव आय क्या है?

पैसिव आय, रेंटल प्रॉपर्टी या किसी अन्य एंटरप्राइज़ से मिलने वाली आय को माना जाता है जिसमें आप पूरी तरह इनवॉल्व नहीं होते हैं। दरअसल यह वह पैसा होता है जिसको कमाने के लिए आपको बहुत ज्यादा "एक्टिव" हो कर काम करने की जरूरत नहीं होती है। इसका मुख्य लक्ष्य खाली वक्त में पैसा कमाना है।

ऐसा करने के लिए, आपको शुरुआत में अपना कुछ समय या पैसा इनवेस्ट करना पड़ सकता है, और फिर यह आपको भविष्य में अतिरिक्त आय पैदा करने में मदद करेगा, बस इसके लिए कभी-कभी थोड़ा सा अतिरिक्त प्रयास करते रहना होगा।

पैसिव आय कमाने के सर्वोत्तम तरीके यहां दिए गए हैं

1. रेंटल प्रॉपर्टीज में इनवेस्ट करें

रियल एस्टेट में इनवेस्टमेंट पैसिव आय कमाने के सर्वोत्तम जाने-माने तरीकों में से एक है। थोड़े से इनवेस्टमेंट के साथ, आप घर, ऑफिस, अपार्टमेंट बिल्डिंग और अन्य प्रकार का रियल एस्टेट खरीद कर रेंट पर दे सकते हैं। ऐसा करके आप हर महीने बतौर रेंट आय कमा सकते हैं, और यहां तक ​​कि किराएदारों के रोज-मर्रा के इश्यूज को मैनेज करने और किसी भी पेमेंट को इकट्ठा करने के लिए प्रॉपर्टी मैनेजर को भी रख सकते हैं।

  • क्या इनवेस्टमेंट की जरूरत है? - रेंटल प्रॉपर्टी बनाने के लिए शुरुआत में थोड़ा सा काम और फाइनेंशियल इनवेस्टमेंट करने की जरूरत होती है।
  • आप कितना कमा सकते हैं? - आपके पास मौजूद प्रॉपर्टीज, किरायेदारों और उनके रेंट अमाउंट के आधार पर, आप रेंटल प्रॉपर्टीज के जरिये अच्छा खासा अमाउंट कमा सकते हैं।
  • क्या ध्यान में रखें? - प्रॉपर्टी के ओनर होने के कुछ फाइनेंशियल रिस्क होते हैं, जैसे कि किरायेदारों का नहीं मिल पाना, या बढ़ते मोर्टगेज का सामना करना। इसलिए, सुनिश्चित करें कि आपके इनवेस्ट करने से पहले आपकी प्रॉपर्टी का मार्केट है भी या नहीं।

2. अपना घर रेंट पर दें

अगर आप रेंट के लिए एक अलग प्रॉपर्टी में इनवेस्ट करने में असमर्थ हैं, तो आप Airbnb जैसी रेंटल कंपनी के साथ पार्टनरशिप कर अपनी मौजूदा प्रॉपर्टी को रेंट पर दे सकते हैं। अगर आपके पास स्पेयर कमरे हैं, या आपको कुछ समय के लिए शहर से बाहर रहना है, तो यह तरीका अच्छा काम करेगा। थोड़े अतिरिक्त पैसे कमाने के लिए आप अपनी कार भी रेंट पर दे सकते हैं।

  • क्या इनवेस्टमेंट की जरूरत है? – इसके लिए बहुत कम इनवेस्टमेंट और थोड़ा ही काम करने की ज़रूरत होती है।
  • आप कितना कमा सकते हैं? – आपकी कमाई आपकी प्रॉपर्टी की साइज़ और आपके साथ पार्टनरशिप करने वाली रेंटल कंपनी द्वारा तय की जाएगी।
  • क्या ध्यान में रखें? - हालांकि यहां फाइनेंशियल रिस्क बहुत कम है, फिर भी अजनबियों को रहने के लिए अपना घर देते समय आपको हमेशा सावधान रहना चाहिए।

3. स्टॉक्स में इनवेस्ट करें

जब आप स्टॉक में इनवेस्ट करते हैं, खासतौर पर, जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं और जब उन शेयरों का मूल्य बढ़ता है, तो आपको कंपनी से रेगुलर इंटरवल पर पेमेंट (या डिविडेंड्स) भी मिलता है। चूंकि, यह डिविडेंड्स स्टॉक के प्रत्येक शेयर पर पेमेंट किया जाता है, तो जितने ज़्यादा शेयर आपके पास होंगे, आपकी कमाई उतनी ही ज़्यादा होगी।

बहुत से लोग शेयर बाजार में इनवेस्ट करने से कतराते हैं, क्योंकि इसकी कोई गारंटी नहीं होती है। लेकिन, अगर आप अपने पोर्टफोलियो में बदलाव लाते रहते हैं और रिस्क को मैनेज कर लेते हैं, तो यह समय के साथ धीरे-धीरे पैसिव आय कमाने का एक शानदार तरीका साबित हो सकता है।

  • क्या इनवेस्टमेंट की जरूरत है?– शेयर बाजार में इनवेस्ट करने के लिए, आपको खरीदने के लिए सही स्टॉक की तलाश में शुरुआत में कुछ काम करना पड़ सकता है। साथ ही इसके लिए आपको हाथो हाथ मोनेटरी इनवेस्टमेंट भी करना होगा।
  • आप कितना कमा सकते हैं? – फायदे वाले शेयर ही आपको हाई डिविडेंड्स कमा कर देंगे, और यह लगातार पैसा बनाने का एक शानदार तरीका हो सकता है।
  • क्या ध्यान में रखें? - शेयर बाजार में इनवेस्ट करने में हमेशा थोड़ा रिस्क होता है, क्योंकि जब कंपनियां अच्छा नहीं कर रही होती हैं, या कोई अनिश्चिता के चलते, आपके शेयरों का मूल्य कम हो सकता है। लेकिन, आप फाइनेंशियली स्टेबल कंपनियों के एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETFs) या हाई-डिविडेंड्स वाले शेयरों में इनवेस्ट करने का विकल्प चुनकर इस रिस्क को कम कर सकते हैं।

4. डिजिटल प्रोडक्ट बेचें

डिजिटल प्रोडक्ट का मतलब है डाउनलोड या स्ट्रीम किया जाने वाला मीडिया। इनमें टेम्प्लेट, प्लग-इन, PDF, प्रिंटेबल, ई-बुक्स, ऑडियो या वीडियो कोर्स या UX किट शामिल होते हैं। इन प्रोडक्ट्स का कंटेंट, रेसिपी कलेक्शन से लेकर डिज़ाइन टेम्प्लेट और वायरफ़्रेम तक, बहुत अलग-अलग हो सकता है। एक बार जब यह प्रोडक्ट बन जाता है, तो आप Udemy, SkillShare, or Coursera जैसी साइटों के जरिए उन्हें डिस्ट्रीब्यूट और बेचकर एक पैसिव आय कमा सकते हैं।

  • क्या इनवेस्टमेंट की जरूरत है? – किसी प्रोडक्ट को दूसरों को बेचने के लिए आपको प्रोडक्ट बनाने के लिए शुरुआत में थोड़ा बहुत काम करना होगा।
  • आप कितना कमा सकते हैं?– डिजिटल प्रोडक्ट्स में प्रॉफिट मार्जिन ज़्यादा होता है क्योंकि आपको केवल एक बार एसेट बनाने की जरूरत पड़ती है, फिर आप इसे जितनी बार चाहें ऑनलाइन बेच सकते हैं।
  • क्या ध्यान में रखें? - चूंकि इंटरनेट पर बहुत सारे प्रोडक्ट उपलब्ध हैं, इसलिए आपको कुछ यूनिक बनाना पड़ सकता है, या कुछ ऐसा जो किसी विशेष मार्केट के लिए बना हो ताकि इससे अच्छा पैसा बनाया जा सके। आपको यह भी समझना होगा कि अपने इन प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग कैसे करें।

5. एफिलिएट मार्केटिंग स्कीम्स

एफिलिएट मार्केटिंग ऐसा तरीका है जिससे आप उन ब्रांड की मदद कर सकते हैं जो अपने प्रोडक्ट्स को प्रमोट करने के तरीके खोज रहे हैं। इसमें आप किसी ब्रांड या Amazon जैसी कंपनी से एफिलिएट हो जाते हैं, और आप उनके प्रोडक्ट्स को अपने फॉलोवर्स या रीडर्स को प्रोमोट करते हैं, जिसमें आपकी साइट या सोशल मीडिया अकाउंट पर प्रोडक्ट्स के लिंक शामिल हैं।

आप उनके प्रोडक्ट्स की ऑनलाइन मार्केटिंग कर, हर बिक्री से प्रॉफिट का एक हिस्सा लेकर इस कमीशन से पैसिव आय कमा सकते हैं। इस प्रकार, जितने ज़्यादा लोग आपके विशेष लिंक का इस्तेमाल करके इन प्रोडक्ट्स को खरीदते हैं, आपको उतने ही ज़्यादा पैसे मिलते हैं।

  • क्या इनवेस्टमेंट की जरूरत है? - हालांकि इसमें मॉनेटरी इनवेस्टमेंट तो बहुत कम लगता है, लेकिन वेबसाइट, ब्लॉग, या ईमेल लिस्ट बढ़ाने के लिए या एक बड़ा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बनाने के लिए आपको शुरुआत में काफी समय देना होगा।
  • आप कितना कमा सकते हैं?– एफिलिएट मार्केटिंग एक बढ़ती इंडस्ट्री है, और इससे बहुत ज्यादा कमाई की जा सकती है।
  • क्या ध्यान में रखें? - एफिलिएट प्रोग्राम ज्वाइन करने के लिए बहुत कम कॉस्ट या रिस्क है, और आप अपनी ऑडियंस के लिए नए प्रोडक्ट्स को प्रमोट कर आसानी से अपना दायरा बढ़ा सकते हैं।

6. POSP इंश्योरेंस एजेंट बनें

POSP या प्वाइंट ऑफ सेल्सपर्सन, एक इंश्योरेंस एजेंट होता है। यह कस्टमर्स को उनकी पर्सनल जरूरतों के अनुसार इंश्योरेंस पॉलिसी बेचने के लिए, इंश्योरेंस कंपनियों के साथ काम करते हैं। वैसे तो शुरुआत में इसके लिए बहुत ज्यादा मेहनत की जरूरत होती है, पर बाद में आप कस्टमर्स की पॉलिसिओं को रिन्यू करके भी पैसिव आय कमा सकते हैं।

आप यहां पीओएसपी एजेंट बनने के स्टेप्स, जरूरतों और नियमों के बारे में ज़्यादा जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

  • क्या इनवेस्टमेंट की जरूरत है? - अगर आप शुरू में कड़ी मेहनत करते हैं और एक अच्छा कस्टमर बेस बना लेते हैं, तो आप बहुत आसानी से पॉलिसिओं को रिन्यू कर पैसिव आय कमा सकते हैं।
  • आप कितना कमा सकते हैं? - कमीशन के आधार पर आपकी आय होती है, और ऐसे में, आप जितनी ज़्यादा पॉलिसी बेचेंगे, उतनी ही तेज़ी से आप ज्यादा आय कमा सकते हैं।
  • क्या ध्यान में रखें? - इंश्योरेंस POSP बनने में बहुत ज़्यादा रिस्क नहीं हैं। बेचने की क़ाबलियत रखने वाला कोई भी व्यक्ति POSP एजेंट बन सकता है, बशर्ते आपके पास एक स्मार्टफोन और एक अच्छा इंटरनेट कनेक्शन हो। हालांकि, जिस कंपनी में आप शामिल हो रहे हैं, उस कंपनी के बारे में जानना, और हस्ताक्षर करने से पहले किसी भी कॉन्ट्रेक्ट को पढ़ना हमेशा बेहतर होता है।

बिगनर्स के लिए पैसिव आय कमाने के बारे में जानने योग्य बातें

बहुत सारे लोग जो थोड़ा ज़्यादा पैसा कमाना चाहते हैं, वह पार्ट टाइम जॉब्स, फ्रीलांस वर्क या अन्य प्रोजेक्ट्स की खोज करते हैं। पर इन सब में आपको रेगुलर और एक्टिव रहने की ज़रूरत होती है। इसलिए, इसका बेहतर तरीका यही है कि आप अपना कीमती समय बर्बाद करना बंद कर दें और यह देखें कि पैसिव आय कैसे कमाई जाए।

अगर आप अपनी पैसिव आय की शुरुआत कर रहे हैं, तो यहां इनवेस्ट करने और पैसा बनाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

  • यह "जल्दी-अमीर-बनने" की स्कीम नहीं है - एक पैसिव आय के साथ, आप बिना ज्यादा मेहनत किए भी पैसा कमा सकते हैं, लेकिन आपको फ्री में फिर भी कुछ भी नहीं मिलेगा। यानि आपको शुरुआत में इसके लिए काम या इनवेस्टमेंट करने की ज़रूरत होती है, और यह समय के साथ आपको फाइनेंशियल प्रोटेक्शन देते हुए आपकी आय, डिविडेंड्स, इंट्रेस्ट, या वैल्यू में बढ़ोतरी करेगा।
  • आपको अभी भी कुछ और मेहनत करने की जरूरत पड़ सकती है - हालांकि आपका ज़्यादातर काम और इनवेस्टमेंट शुरुआत में ही हो जाएगा, फिर भी आपको कुछ और मेहनत करने की जरूरत पड़ सकती है। पैसिव आय बनाए रखने के लिए इसमें अपने प्रोडक्ट को अपडेट रखना, आपकी रेंटल प्रॉपर्टी को अच्छी तरह से बनाए रखना, या अपने स्टॉक और इनवेस्टमेंट को चेक करना भी शामिल है।
  • पैसिव आय टैक्सेबल है - हालांकि, इस प्रकार की आय पर एक्टिव आय (जैसे आपकी सैलरी) से अलग तरह का टैक्स लगाया जाता है, पर यह टैक्सेबल होने वाला है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

पैसिव आय क्या है?

पैसिव आय एक प्रकार की आय है जिसे कमाने और बनाए रखने के लिए बहुत कम मेहनत करने की जरुरत होती है। आप रेंटल प्रॉपर्टी, या अन्य एंटरप्राइजेज जैसे म्युचुअल फंड में इनवेस्ट कर, या प्रोडक्ट्स को ऑनलाइन बेचने आदि से पैसा कमा सकते हैं।

क्या पैसिव आय प्राप्त करना आपके लिए सही है?

ज़्यादातर लोगों के पास एक्टिव आय का कोई न कोई सोर्स होता है, जहां आप पैसा कमाने के लिए मेहनत करते हैं। ऐसे मामलों में, आय कमाई के लिए आपको काम करते रहने की ज़रुरत है। अगर आप इसे छोड़ देते हैं, तो आपको पेमेंट मिलना बंद हो जाता है। इस प्रकार, आपका समय ही सचमुच पैसा बन जाता है।

दूसरी ओर, पैसिव आय के लिए आपको एक्टिवली काम करने की ज़रूरत नहीं होती है। इनिशियल पीरियड में किया गया काम या इनवेस्टमेंट, आपको महीनों या वर्षों तक पैसे का फ्लो बनाए रखने में मदद करेगा। यह आपको कुछ फाइनेंशियल सिक्योरिटी देने में भी मदद कर सकता है।

पैसिव आय के क्या फायदे हैं?

एक पैसिव आय आपको थोड़े सा टाइम देने और कोशिश करने पर अतिरिक्त कमाई करा सकती है। यह आपके पर्सनल फाइनेंस को बेहतर बनाने का एक शानदार तरीका हो सकता है, और भविष्य में आपकी फाइनेंशियल स्टेबिलिटी के बारे में निश्चिंत महसूस करने में भी आपकी मदद करता है।

साथ ही, यह आपको ज़्यादा फ्री रहने और स्ट्रेस और एंग्जायटी को कम करने में भी मदद कर सकता है, क्योंकि अब आपको पैसे के लिए अपने समय का सौदा नहीं करना पड़ेगा।

पैसिव आय की क्या सीमाएं हैं?

जब पैसिव आय कमाने की बात आती है, तो इसका मतलब रातों रात अमीर बनना नहीं है। इसके लिए आपको लॉन्ग टर्म की सोच लेकर चलना होगा। जैसा कि आप शुरुआत में अपने पैसे को इनवेस्ट करेंगे, हो सकता है कि यह स्माल पीरियड में बहुत ज़्यादा आय न दे, लेकिन यह समय के साथ पैसा जरूर कमा कर देगा।

आप कितनी पैसिव आय कमा सकते हैं?

पैसिव आय से आप जितना चाहें उतना कम या ज्यादा कमा सकते हैं। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आपने शुरुआत में कितने घंटे, मेहनत और अमाउंट इनवेस्ट किया हैं। यह आपके द्वारा चुनी गई पैसिव आय के प्रकार पर भी निर्भर करता है, जैसे कि शेयर बाजार में इनवेस्ट करना चाहते है कि, रेंटल प्रॉपर्टी खरीदना आदि।