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नागालैंड में पेट्रोल पर लगने वाले टैक्स में बारे में जानें हर बात

Source: godigit

केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल की कीमतों पर से सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी में कटौती किए जाने के बाद देश के कुछ राज्यों ने भी वैट (VAT) में कटौती की है। इनमें से एक राज्य नागालैंड भी है।

अगर आप नागालैंड में पेट्रोल पर लगने वाले टैक्स में बारे में और जानना चाहते हैं, तो स्क्रॉल करते रहें!

नागालैंड में पेट्रोल पर टैक्स कौन लगाता है?

केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल की कीमत में 5 रुपये की एक्साइज ड्यूटी की कटौती किए जाने के बाद, नागालैंड सरकार ने पेट्रोल पर लगने वाले वैट में 7 रुपये की कटौती की थी

नीचे दी गई टेबल में, नागालैंड में पेट्रोल की कीमत को विस्तार से बताया गया हैः

एलिमेंट्स 21 अक्टूबर से प्रभावी (रुपये प्रति लीटर में)
डीलर से लिया गया शुल्क 57.35 रुपये प्रति लीटर
एक्साइज़ ड्यूटी (केंद्र सरकार द्वारा लागू) 19.90 रुपये प्रति लीटर
डीलर का औसत कमीशन 4.9 रुपये प्रति लीटर
वैट (राज्य सरकार द्वारा लागू) 16.13 रुपये प्रति लीटर {(तेल की डीलर द्वारा ली जाने वाली कीमत+एक्साइज ड्यूटी+ डीलर का औसत कमीशन) का 19.65% (अतिरिक्त 5% सरचार्ज और रोड मेंटनेंस सेस 2 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से लागू होता है)}
नागालैंड में तेल का खुदरा मूल्य 98.28 रुपये प्रति लीटर

(ध्यान दें: ऊपर दी गई टेबल सिर्फ़ पेट्रोल पर लगने वाले टैक्स की जानकारी के लिए है। इसमें दिया गया डेटा, भरोसेमंद और आधिकारिक स्रोतो से लिया गया है जो 21 अक्टूबर 2022 तक का है। पेट्रोल की असल कीमत, रोज होने वाले बदलावों, डीलर के कमीशन, सेस और ऐसे ही अन्य कारणों की वजह से समय-समय पर बदल सकती है।)

नागालैंड में पेट्रोल पर टैक्स कौन लगाता है?

नागालैंड में पेट्रोल की कीमतों पर केंद्र सरकार द्वारा लागू एक्साइज ड्यूटी (19.90 रुपये प्रति लीटर) और राज्य का वैट या सेल्स टैक्स (लगभग 16.13 रुपये प्रति लीटर) लागू होता है। ये टैक्स राज्य में पेट्रोल की कीमतें तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं। इनके अलावा, डीलर का कमीशन, क्रूड ऑयल की कीमत, मांग और आपूर्ति जैसी चीजें भी इसमें शामिल हैं।

नागालैंड में पेट्रोल की कीमत पर असर डालने वाले फैक्टर कौन-कौन से हैं?

नागालैंड में पेट्रोल की कीमत पर असल डालने वाले फैक्टर नीचे बताए गए हैः

1. पेट्रोल की मांग और आपूर्ति

कम रिफायनरी की वजह से पेट्रोल की आपूर्ति में कमी और दूसरे अन्य कारणों की वजह से कई बार देश में मांग से हिसाब से पेट्रोल उपलब्ध नहीं हो पाता। इसकी वजह से देश में पेट्रोल की कीमतें बढ़ जाती हैं।

2. एक्साइज ड्यूटी और सेल्स टैक्स

केंद्र सरकार पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी लगाती है जो प्रतिशत में नहीं, बल्कि एक तय रकम होती है। इसलिए, यह तेल या क्रूड ऑयल की कीमतों में होने वाले बदलाव से प्रभावित नहीं होती।

हर राज्य में डीलर के कमीशन, एक्साइज ड्यूटी और अन्य खर्चों के आंकलन के बाद पेट्रोल की कीमत पर वैट लगाया जाता है। हालांकि, यह हर राज्य के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है। वैट की यही दरें नागालैंड में भी लागू होती हैं।

3. डीलर का कमीशन

ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल पंप मालिकों को कमीशन देती हैं। इसमें, उनकी कमाई, फायदा, और दूसरे खर्चे शामिल होते हैं। यह कमीशन नागालैंड के अलावा अन्य राज्यों में पेट्रोल की कीमत तय करने में अहम भूमिका निभाता है।

4. डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये का मूल्य

क्रूड ऑयल, जिसे प्रोसेस करके पेट्रोल बनाया जाता है उस अन्य देशों से आयात किया जाता है और उसकी कीमत डॉलर में चुकाई जाती है। इसलिए, भारतीय रुपये के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के मूल्य में हुए बदलाव का सीधा असर क्रूड ऑयल की खरीदारी पर पड़ता है और आखिर में यही असर पेट्रोल की अंतिम कीमत पर दिखता है।

5. डीलर के लिए कीमत

ऑयल मार्केटिंग कंपनियां क्रूड ऑयल देती हैं और डीलर से इसकी कीमत लेती हैं। यह कीमत भी पेट्रोल की अंतिम कीमत तय करने में अहम भूमिका निभाता है।

6. क्रूड ऑयल की कीमत

क्रूड ऑयल की कीमत पर जो फैक्टर असर डालते हैं उनमें मांग और आपूर्ति, अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक संबंध, भविष्य के लिए ऑयल रिजर्व, और सप्लाय अहम हैं। इन सभी फैक्टर की वजह से क्रूड ऑयल की कीमत प्रभावित होती है जिसका सीधा असर घरेलू बाजार में पेट्रोल की कीमत पर पड़ता है।

क्या नागालैंड में सभी जगहों पर पेट्रोल कर समान है?

जी हां, नागालैंड के सभी शहरों में पेट्रोल पर लगने वाला वैट एकसमान है। इसलिए, पूरे नागालैंड में आपको पेट्रोल पर एक ही टैक्स चुकाना होगा। हालांकि, डीलर के कमीशन की वजह से, तेल की अंतिम कीमत हर जगह अलग-अलग हो सकती है।

अतः यह सब नागालैंड में पेट्रोल पर लगने वाले टैक्स के अहम पहलू हैं। याद रखें, पेट्रोल की कीमत अलग-अलग शहरों में डीलर कमीशन और अन्य वजहों से अलग-अलग हो सकती है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

नवंबर 2021 में वैट में कटौती के बाद, नागालैंड सरकार पेट्रोल पर फिलहाल कितना टैक्स लेती है?

नवंबर 2021 में कटौती के पहले केंद्र सरकार पेट्रोल पर कितनी एक्साइज ड्यूटी लेती थी?