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पैन कार्ड से जुड़ी धोखाधड़ी का कैसे पता लगाएं और दुरुपयोग की सूचना कैसे दें?

स्रोत: ज़ीन्यूज़.इंडिया.कॉम

पैन (स्थायी खाता संख्या) कार्ड भारतीय नागरिकों के लिए ज़रूरी सरकारी आईडी में से एक है। नए सरकारी मैंडेट के तहत लोगों को अपने पैन को अपने आधार नंबर और बैंक खातों को लिंक करना होगा। वैसे तो यह सुविधाजनक तो, पर दूसरी तरफ़ लोन लेने के लिए आपके पैन का दुरुपयोग हो सकता है।

क्या आप पैन कार्ड से जुड़ी धोखाधड़ी से चिंतित हैं? तो, इस लेख से इसके बारे में सब कुछ जानें और ऐसी परिस्थितियों से बचें।

पैन कार्ड से जुड़ी धोखाधड़ी क्या है?

इंडियास्पेंड द्वारा 2018 के एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में बैंक धोखाधड़ी की ज़्यादातर मामलों के स्रोत पैन और आधार कार्ड हैं। विशेष रूप से आधार संख्या को पैन कार्ड और बैंक खातों से लिंक करने के सरकारी नियम बनने के बाद, बहुत सी आपराधिक गतिविधियां आम हो गई हैं, जिसके परिणामस्वरूप पैन कार्ड धोखाधड़ी होने लगी है। उदाहरण के लिए, आपको रेलवे टिकट बुक करने के लिए अपना पैन दर्ज करना होता है। फिर यह आपके नाम के आगे तैयार चार्ट पर दिखाया जाता है, जिससे हैकर्स को आपके पैन का पता लगाना आसान हो जाता है।

इसके अलावा, आपके पैन को आपके बैंक खाते से लिंक करने की प्रक्रिया थर्ड पार्टी के ज़रिए ही की जाती है। इसलिए, सुरक्षा मजबूत नहीं होने पर जानकारी लीक हो सकती है। वही वीज़ा आवेदन और यात्रा बुकिंग के लिए भी पैन दिया जाता है। जब आप सोशल मीडिया साइट पर प्रोफाइल तैयार करने के लिए अपना विवरण दर्ज करते हैं तो पैन कार्ड का दुरुपयोग भी आम हो जाता है।

पैन कार्ड धोखाधड़ी के सबसे ज़्यादा मामले बैंक या दूसरे लोन के साथ संबंधित हो सकते हैं। बैंकों के अलावा, कुछ वित्तीय सेवाएं, जैसे इंडियाबुल्स धनी ऐप, केवल पैन वेरिफ़िकेशन के बाद ही लोन देती हैं। इसलिए अगर कोई आपका पैन चुरा लेता है या हैक कर लेता है, तो आपको अचानक अपने सिबिल में अपने नाम पर लोन मिल सकता है। जो न केवल एक बड़े वित्तीय संकट का कारण बनता है बल्कि आपके सिबिल स्कोर को भी प्रभावित करता है।

कैसे देखें कि किसी ने आपके पैन कार्ड का गलत इस्तेमाल किया है?

कोई आपके पैन कार्ड का दुरुपयोग कर रहा है या नहीं, यह जांचने के लिए अपने क्रेडिट स्कोर को चेक करना सबसे अच्छा तरीका है। यह विवरण उन सभी लोन को सूचीबद्ध करता है जो आपने अपने पैन का इस्तेमाल करके उठाए हैं। अग़र आपको कोई ऐसा सूचीबद्ध लोन मिलता है जिसे आपने नहीं लिया है, तो आप धोखाधड़ी पकड़ सकते हैं। साथ ही, नीचे दिए गए चरण आपके लिए उपयोगी हो सकते हैं।

  • चरण 1: इंटरनेट पर बहुत से ब्यूरो जैसे ट्रांसयूनियन सिबिल, इक्विफैक्स, एक्सपेरियन, पेटीएम, बैंक बाजार या सीआरआईएफ हाई मार्क उपलब्ध हैं। आपको जो भी सुविधाजनक लगे आप उसे चुन सकते हैं।
  • चरण 2: वेबसाइट खोलें और “ क्रेडिट स्कोर देखें” के विकल्प पर जाएं। आम तौर पर यह नि:शुल्क होता है, पर कुछ वेबसाइटें आपको पूरा क्रेडिट स्कोर जानने के लिए एक प्लान चुनने को कह सकती हैं।
  • चरण 3: अपनी जन्मतिथि, नाम, ईमेल आईडी, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और पैन के बारे में सही-सही डेटा डालें। आपको अपना मोबाइल नंबर ओटीपी के साथ वेरिफ़ाई करना पड़ सकता है।
  • चरण 4: आप अपने क्रेडिट स्कोर तक पहुंचने में सफल रहेँगे। इसमें वह लोन भी शामिल होंगे जो वर्तमान में आपके नाम पर चल रहे हैं।

पैन कार्ड को लेकर धोखाधड़ी किन तरीकों से हो सकता है?

पैन कार्ड से जुड़ी धोखाधड़ी के तरीके इस प्रकार हैं:

  • क्रेडिट कार्ड और लोन के लिए आवेदन करते समय
  • अवैध रूप से आभूषणों की खरीदारी के दौरान
  • वाहन या होटल के कमरे किराए पर लेते समय

पैन कार्ड के दुरुपयोग की सूचना कैसे दें?

अब आप पैन के दुरुपयोग का पता लगाने के चरणों को जानते हैं, इसलिए आपको पैन कार्ड के दुरुपयोग की सूचना कैसे देना है भी पता होना चाहिए । भारत सरकार के संरक्षण में आयकर विभाग ने आयकर संपर्क केंद्र (एएसके) के ज़रिए पैन शिकायत दर्ज करने के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक वेबसाइट बनाई है। इसलिए, आप अपने पैन के किसी भी दुरुपयोग का पता चलने के बाद उसकी सूचना देने के लिए नीचे दिए गए चरणों का पालन कर सकते हैं।

  • चरण 1: टीआईएन एनएसडीएल के आधिकारिक पोर्टल पर जाएं। होम पेज पर कस्टमर केयर सेक्शन खोजें।
  • चरण 2: "कस्टमर केयर" टैब चुनें। यह एक ड्रॉप-डाउन मेनू खोलेगा।
  • चरण 3: ड्रॉप-डाउन सूची से "शिकायत/सवाल" पर क्लिक करें। यह एक शिकायत फॉर्म खोलेगा।
  • चरण 4: शिकायत किस तरह की है का वर्णन करते हुए इस फॉर्म को अपने सटीक डेटा के साथ भरें। कैप्चा कोड दर्ज करें और "सबमिट" पर क्लिक करें

पैन कार्ड से जुड़ी धोखाधड़ी से कैसे बचें?

भविष्य में पैन कार्ड स्कैम से बचने के लिए आप नीचे दी गई शर्तों का पालन कर सकते हैं।

  • अपना पैन हर जगह डालने से बचें। इसके बजाय, वेबसाइट की प्रामाणिकता को चेक करें। ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी और आधार कार्ड जैसे अन्य आईडी विवरणों का इस्तेमाल करें, जो कम असुरक्षित हैं।
  • केवल प्रामाणिक लोगों या कंपनियों को पैन की फोटोकॉपी जमा करें। साथ ही इन फोटोकॉपी पर तारीख के साथ हस्ताक्षर करें। अंत में, आप इन्हें कहां सबमिट कर रहे हैं, इस पर नज़र रखें।
  • ऑनलाइन पोर्टल्स पर अपना पूरा नाम और जन्म तिथि दर्ज करने से बचें। इनका इस्तेमाल आपके पैन को ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है।
  • आप अपने आधार कार्ड और बैंक खातों को अलग़ कर सकते हैं, क्योंकि यह सरकारी मैंडेट अब लागू नहीं है।
  • ऑनलाइन पोर्टल पर समय-समय पर अपना क्रेडिट स्कोर चेक करें।
  • अपने फोन से पैन कार्ड डिटेल्स डिलीट करें।

इसलिए, जैसा कि आप देख सकते हैं, पैन कार्ड से जड़ी धोखाधड़ी भी बैंक धोखाधड़ी और आपराधिक हैकिंग के बढ़ते खतरों के साथ बढ़ रही हैं। नतीजतन, अपने पैन को ऐसे खतरों से मुक्त रखना ज़रूरी है, ऐसे में आप उन लोन के बोझ तले दब सकते हैं जो हैकर्स ने आपके विवरण का इस्तेमाल करके उठा लिए हैं। अग़र आप इस लेख में बताए गए उपायों का पालन करते हैं तो आप ऐसी दिक्कतों से बच सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या कोई मेरी जानकारी के बिना मेरे नाम से लोन ले सकता है?

अग़र कोई आपके पैन का दुरुपयोग करता है, तो वह आपके नाम पर लोन प्राप्त करने में कामयाब हो सकता है। यह पैन कार्ड पहचान की चोरी का मामला है। एक बार लोन मंजूर हो जाने के बाद, आपको यह अपने क्रेडिट स्कोर विवरण में मिल जाएगा।

पैन कार्ड से हमें कौन सी जानकारी मिल सकती है?

पैन विभिन्न सरकारी विभागों को इन विभागों के साथ पैन होल्डर के सभी लेन-देन की पहचान करने या लिंक करने योग्य बनाता है। उदाहरण के लिए, ऐसे लेन-देन में टीडीएस/टीसीएस क्रेडिट, कर भुगतान, आय रिटर्न इत्यादि शामिल हैं।