डिडक्टिबल आपके और आपका इंश्योरेंस करने वाली कंपनी के बीच एक कॉस्ट-शेयरिंग व्यवस्था है, जिसमें कार इंश्योरेंस क्लेम का कुछ हिस्सा आपको पे करना होगा।
आइए इसे एक उदाहरण से समझते हैं:
हमें यह शिकायत सबसे अधिक सुननी पड़ती है कि इंश्योरेंस कंपनियां शर्तों के संबंध में हमेशा पारदर्शी या स्पष्ट नहीं होती हैं। कस्टमर को लगता है कि उन्हें क्लेम के बारे में आधी बात बताई गई है, और जब समय आता है तो इंश्योरेंस करने वाली कंपनी अपने वादे के अनुसार हर चीज का ध्यान नहीं रखती है। हालांकि, आपका इंश्योरेंस करने वाली कंपनी शायद आपको यह बताएगी कि आपके पॉलिसी डॉक्यूमेंट में 'डिडक्टिबल' एक शब्द है, जो समझौते के इस पक्ष की व्याख्या करता है।
हम जानते हैं कि 50 पेज पढ़ना आसान नहीं है 😔! इसलिए हमने आपके लिए डिडक्टिबल के अर्थ तथा कंपलसरी और वोलंटरी डिडक्टिबल के बीच के अंतर को सरल तरीके से बताया है।
मान लीजिए कि आपके कार इंश्योरेंस का क्लेम अमाउंट 10,000 रुपये है। डेप्रीसिएशन पर विचार करने के बाद, अगर आपकी डिडक्टिबल अमाउंट 1000 रुपये है, तो इंश्योरेंस करने वाली कंपनी 9000 रुपये पे करेगी और बाकि 1000 रुपये आपको पे करने होंगे।