अगर आपको अपने वाहन में नीचे दी गई समस्याएं नजर आती हैं, तो यह इंडिकेट करते है कि आपको सड़क सुरक्षा के लिए अपने टायरों को तुरंत बदल देना चाहिए।
ट्रेड में घिसे-पिटे निशान: ट्रेड टायर की सतहों पर कुछ ट्रेड बने होते हैं जो टायर और सड़क के बीच पकड़ को बढ़ाते हैं। यह टायर और सड़क के बीच वाटर फॉर्मेशन से बचने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जिससे गाड़ी चलाते समय आपका कंट्रोल कम हो जाता है। इसलिए, चलने पर घिसे-पिटे निशान टायर को तुरंत बदलने की ज़रूरत को इंडिकेट करते हैं।
बहुत ज़्यादा और जगह-जगह टूट-फूट: अगर आप अक्सर खराब सड़कों पर चलते हैं, तो टायर जगह-जगह से टूट-फूट से परेशान रहते होंगे। इसके अलावा, खराब व्हील एलाइनमेंट और हाई-स्पीड कॉर्नरिंग भी इस समस्या का कारण बन सकते हैं। अगर आप देखते हैं कि एक तरफ ट्रेड की गहराई दूसरी तरफ से ज़्यादा है तो ऐसे में अपने टायर को बदलने पर विचार करें।
टायर ग्रिप: सड़क पर सही पकड़ बनाए रखने के लिए टायरों के कई फेक्टर जिम्मेदार होते हैं, जो आपकी सड़क सुरक्षा को बढ़ाते हैं। इनमें ट्रेड पैटर्न, स्टीयरिंग लिंकेज, इन्फ्लेशन प्रेशर और रबर कंपाउंड के प्रकार शामिल हैं। इसके अलावा, व्हील एलाइनमेंट और बैलेंसिंग भी यहां जरूरी है। इस प्रकार, अगर आपको लगता है कि गाड़ी चलाते समय टायर की ग्रिप में कमी आ रही है, तो आपको तुरंत चेक कराने के लिए जाना चाहिए।
व्यापक इस्तेमाल: अगर आप अपने वाहन रोजाना या दुर्गम इलाकों में बहुत ज्यादा चलते हैं, तो टायरों को भारी नुकसान होने की संभावना है। आपको इस मामले में नज़र बनाए रखनी चाहिए। उदाहरण के लिए, अगर टायर बार-बार पंचर होते हैं, तो यह इंडिकेट करता है कि वह घिस चुके हैं। इसके अलावा, यह कितने किलोमीटर चल चुके हैं, इसे ट्रैक करना भी जरूरी है। अगर आपके टायर रेकमेंड की गई दूरी से ज्यादा चल चुके हैं, तो यह बहुत ज़्यादा इस्तेमाल होने का इंडिकेशन है।
साइडवॉल डैमेज: टायर के ट्रेड और बीड के बीच के एरिया को साइडवॉल कहा जाता है। अगर आपको साइडवॉल में दरार, गड्ढा या बुलबुला होने जैसे नुकसान के इंडिकेशन मिलते हैं, तो आपको अपनी कार के टायर बदलने की ज़रूरत है। इससे हाईवे स्पीड में टायर लीक या टायर फटने का खतरा रहता है।
परफॉरमेंस कम होना: अगर आपको लगता है कि आपका टायर सही काम नहीं कर सकता है, तो इसे बदलने का समय आ सकता है। इसमें ब्रेक लगाते समय फिसलना या मीडियम दर्जे की सड़क में भी बार-बार पंक्चर होना शामिल हो सकता है।
इसलिए, अगर आप वाहन के मालिक हैं तो टायर मेंटेनेंस आपकी प्राथमिकताओं में से एक होना चाहिए। रेगुलर चेकअप के ज़रिए टायर की स्थिति पर नज़र रखना सुनिश्चित करें। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो सर्विस सेंटर की सहायता लें। आखिरकार यह प्रक्रिया आपकी कार की परफॉर्मेंस क्वालिटी पर पैसे बचाने में आपकी मदद करेगी।