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ड्राइविंग लाइसेंस के साथ आधार कैसे लिंक करें?: पूरी गाइड

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भारतीय नागरिकों के लिए आधार सफलतापूर्वक सबसे जरूरी दस्तावेज बन चुका है। इसको विभिन्न दस्तावेजों से लिंक करना भी जरूरी हो चुका है। आधार को ड्राइविंग लाइसेंस से लिंक करने से सरकार ये सुनिश्चित कर पाती है कि नागरिकों के पास कई लाइसेंस नहीं हैं और उनके लिए डुप्लीकेट लाइसेंस पर नजर रखना भी आसान हो जाता है।

आप जानना चाहते हैं कि ड्राइविंग लाइसेंस को आधार के साथ कैसे लिंक किया जाता है? पूरी जानकारी के लिए इस आर्टिकल को पढ़िए।

आधार कार्ड को ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ऑनलाइन कैसे लिंक करें?

विभिन्न भारतीय राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के सड़क यातायात विभाग ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि ऑनलाइन मोड पर आपके आधार को आपके ड्राइविंग लाइसेंस से कैसे लिंक करें तो ये प्रक्रिया एक राज्य से दूसरे में अलग-अलग हो सकती है। हालांकि सामान्य तौर पर, निम्न स्टेप आपकी मदद करेंगे  

चरण 1: अपने राज्य के संबंधित सड़क यातायात पोर्टल पर जाएं, जहां से आपका ड्राइविंग लाइसेंस जारी हुआ है। इस वेबसाइट पर “लिंक आधार" के विकल्प पर जाएं।

चरण 2: विकल्प पर क्लिक करें। ड्रॉप-डाउन मेन्यू से “ड्राइविंग लाइसेंस” का चुनाव करें।

चरण 3: आगे अपने ड्राइविंग लाइसेंस का नंबर दर्ज करें। “गेट डिटेल्स” के विकल्प पर क्लिक करें।

चरण 4: इस स्क्रीन पर आपके ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी दिखेगी। नीचे वाले बॉक्स में अपना मोबाइल नंबर और 12-संख्या का आधार नंबर दर्ज करें।

चरण 5: “सब्मिट” बटन पर क्लिक करें। आपको रजिस्टर नंबर पर मिले ओटीपी को दर्ज करें।

ओटीपी वेरिफ़िकेशन के बाद आधार के साथ ड्राइविंग लाइसेंस के लिंक करने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

आधार कार्ड को ड्राइविंग लाइसेंस से ऑफलाइन कैसे लिंक करें?

जहां ऑनलाइन प्रक्रिया काफी आसान है, वहीं कुछ लोगों को हैरानी हो सकती है कि ऑफलाइन मोड पर आधार के साथ ड्राइविंग लाइसेंस को कैसे लिंक किया जाए। यहां पर निम्न चरण मददगार हो सकते हैं।

चरण 1: उस आरटीओ ऑफिस में जाएं, जहां से आपका ड्राइविंग लाइसेंस जारी हुआ है। इस ऑफिस से आधार लिंकिंग फॉर्म ले लें।

चरण 2: फॉर्म भरें। सही ड्राइविंग लाइसेंस और आधार संख्या दर्ज करें और इसको कई बार जांच लें।

चरण 3: इस फॉर्म को आरटीओ ऑफिस में जमा कर दें। अपने ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड की सेल्फ-अटैस्टेड कॉपी इस फॉर्म के साथ संलग्न कर दें।

आरटीओ आपके फॉर्म और ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी का मूल्यांकन करेंगे। एक बार जब आपका आधार ड्राइविंग लाइसेंस के साथ लिंक हो जाएगा तो आपको रजिस्टर मोबाइल नंबर पर पुष्टि का एसएमएस मिल जाएगा।

ड्राइविंग लाइसेंस के साथ आधार लिंक करने के लिए वेबसाइट कौन सी हैं?

भारत के हर राज्य के पास यातायात विभाग के लिए अपनी अलग वेबसाइट है। आप अपने राज्य की वेबसाइट के माध्यम से अपने आधार के साथ ड्राइविंग लाइसेंस को लिंक कर सकते हैं। इन वेबसाइट की सूची नीचे बनाई गई है:

राज्य का नाम वेबसाइट
जम्मू और कश्मीर Transport Department of Jammu & Kashmir
छत्तीसगढ़ Government of Chhattisgarh
नागालैंड Transport Department of Nagaland
उत्तराखंड State Transport Department of Uttarakhand
गुजरात Transport Department of Gujarat
झारखंड Government of Jharkhand
मेघालय Transport Department of Meghalaya
बिहार Transport Department of Bihar
हिमाचल प्रदेश Transport Department of Himachal Pradesh
सिक्किम Transport Department of Government of Sikkim
तेलंगाना Transport Department of Telangana
मणिपुर Government of Manipur
असम Transport Department of Assam
कर्नाटक Transport Department of Karnataka
पश्चिम बंगाल Government of West Bengal
केरल Motor Vehicle Department of Kerala
महाराष्ट्र Transport Department of Maharashtra
राजस्थान Transport Department of Rajasthan
मध्य प्रदेश Transport Department of Madhya Pradesh
तमिलनाडू Government of Tamil Nadu
मिजोरम Transport Department of Mizoram
ओडिशा Motor Vehicle Department of Odisha
उत्तर प्रदेश Transport Department of Uttar Pradesh
अरुणाचल प्रदेश Transport Department of Arunachal Pradesh
दिल्ली Transport Department of Delhi
पंजाब Transport Department of Punjab
हरियाणा Transport Department of Haryana
त्रिपुरा Transport Department of Tripura
आंध्र प्रदेश Transport Department of Andhra Pradesh

आधार के साथ ड्राइविंग लाइसेंस लिंक करने के लिए कौन से दस्तावेजों की जरूरत होती है?

अब जब आप जानते हैं कि आधार को ड्राइविंग लाइसेंस से कैसे लिंक करना है तो आप ये भी जानना चाहते होंगे कि इस प्रक्रिया के लिए जरूरी दस्तावेज कौन से हैं। इस प्रक्रिया का सबसे अच्छा हिस्सा ये है कि इसके लिए कई दस्तावेजों की जरूरत नहीं होती है और निम्न दस्तावेज इस प्रक्रिया के लिए पर्याप्त होते हैं।

  • मूल ड्राइविंग लाइसेंस

  • मूल आधार कार्ड

  • पासपोर्ट आकार की फोटो

आधार कार्ड को ड्राइविंग लाइसेंस से लिंक करने की अहमियत क्या है?

वर्तमान में आधार सबसे बड़ा बायोमेट्रिक आइडेंटिफिकेशन सिस्टम है और ये शायद भारतीय नागरिकों के लिए सबसे जरूरी आईडी प्रोग्राम है। दूसरी तरफ ड्राइविंग लाइसेंस वो दस्तावेज है जो भारतीय नागरिकों को खास तरह का वाहन चलाने के लिए अधिकृत करता है। इस लाइसेंस के बिना कोई भी ड्राइव नहीं कर सकता है ये ऑनलाइन और प्रैक्टिकल ड्राइविंग टेस्ट के बाद ही मिल सकता है।

इसलिए भारतीय नागरिकों के लिए आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस जरूरी दस्तावेज हैं। इन दोनों में ही यूनिक नंबर होते हैं जिसके साथ सरकार इनको खास नागरिकों को आवंटित कर पाती है। इन दस्तावेजों को लिंक करके सरकार को ये सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि नागरिक इनका इस्तेमाल किसी गलत काम में नहीं कर रहे हैं।

सड़क परिवहन से जुड़े कानून के मुताबिक, एक नागरिक एक से ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस नहीं रख सकता है। हालांकि, भारत में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां लोगों के पास कई ड्राइविंग लाइसेंस थे। इसको आधार के साथ लिंक करने का उद्देश्य ये सुनिश्चित करना है कि व्यक्ति के पास एक से ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस नहीं हैं। क्योंकि इसको सिर्फ एक आधार के साथ ही लिंक करना होगा।

आधार कार्ड को ड्राइविंग लाइसेंस से लिंक करने के फायदे क्या हैं?

आधार को ड्राइविंग लाइसेंस के साथ लिंक करने के विभिन्न फायदे होते हैं जिनकी वजह से लोग इस विकल्प को चुनने के लिए प्रेरित होते हैं। ये फायदे नीचे बताए गए हैं-

  • आधार और ड्राइविंग लाइसेंस के लिंक हो जाने से इन दोनों दस्तावेजों का काम एक ही साथ हो जाता है।

  • ये प्रक्रिया आधार आधारित एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म को हर नागरिक के ड्राइविंग लाइसेंस को वेरिफ़ाई करने और संबंधित अथॉरिटी को अपडेट करने की अनुमति देती है।  

  • इसके साथ सरकार फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस को पहचानकर उनका रजिस्ट्रेशन रद्द कर सकेगी।

  • आधिकारिक एजेंसी उन लोगों को सजा दे पाएंगी जो कानून के विरोध में जाकर कई ड्राइविंग लाइसेंस रखते हैं।

  • इस प्रक्रिया से सभी रजिस्टर ड्राइवरों के लिए सेंट्रल ऑनलाइन डाटाबेस बनाया जाएगा ताकि कोई भी डुप्लीकेट ड्राइविंग लाइसेंस को रिन्यू कराने की कोशिश न कर पाए।

  • एक बार जब ये प्रक्रिया ज्यादा औपचारिक हो जाएगी। लोगों को उनका ड्राइविंग लाइसेंस ड्राइविंग टेस्ट पूरा करने के 72 घंटों के अंदर मिल जाएगा और ये पूरी प्रक्रिया इलेक्ट्रॉनिक हो जाएगी।

  • सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी क्योंकि नागरिक बिना ड्राइविंग टेस्ट दिए ड्राइविंग लाइसेंस नहीं ले पाएंगे।

  • यातायात से जुड़े विभिन्न काम ज्यादा बेहतर तरीके से और बिना परेशानी के हो पाएंगे। इस कदम के साथ भ्रष्टाचार का स्तर भी नीचे आएगा।

आशा करते हैं कि अब आप आधार को ड्राइविंग लाइसेंस के साथ लिंक करना जानते हैं। सरकारी कानून और नीतियों ने अभी भी इस प्रक्रिया को अनिवार्य नहीं बनाया है। हालांकि समय के साथ ये और अधिक औपचारिक हो सकता है। इसलिए भविष्य में दिक्कतों से बचने के लिए आपके ड्राइविंग लाइसेंस को लिंक करने की सलाह दी जाती है। इस आर्टिकल में जो स्टेप बताए गए हैं वो प्रक्रिया में आपकी मदद करेंगे।

ड्राइविंग लाइसेंस के साथ आधार लिंक करने से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या ड्राइविंग लाइसेंस के साथ आधार लिंक करना आनिवार्य है?

नहीं, कानून के मुताबिक आधार को ड्राइविंग लाइसेंस के साथ लिंक करना अनिवार्य नहीं है। हालांकि भारत की सरकार भविष्य में इसे अनिवार्य बना सकती है।

आधार कार्ड के साथ ड्राइविंग लाइसेंस को लिंक करने का शुल्क क्या है?

आधार कार्ड को ड्राइविंग लाइसेंस से लिंक करने का कोई शुल्क नही है और पूरी प्रक्रिया फ्री में होती है।

पश्चिम बंगाल में कोई भी अपने आधार कार्ड को ड्राइविंग लाइसेंस से कैसे लिंक कर सकते हैं?

पश्चिम बंगाल में आधार कार्ड को ड्राइविंग लाइसेंस से लिंक करने के लिए सड़क यातायात की उस साइट पर जाएं जहां से ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया गया था। आगे ‘लिंक आधार’ > ‘आधार नंबर एंट्री’ > ‘ड्राइविंग लाइसेंस’ पर क्लिक करें। विवरण पाने के लिए आगे बढ़ें और  ओटीपी डालकर वेरिफ़ाई करें।