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चंडीगढ़ में पेट्रोल टैक्स के बारे में सबकुछ जानें

Source: deccanherald

केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में 5 रुपये प्रति लीटर की कटौती के बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने भी पेट्रोल पर ₹ 7 प्रति लीटर वैट कम कर दिया है, इस तरह इस केंद्र शासित प्रदेश में ईंधन के दाम कम हुए हैं।

चंडीगढ़ में कितना पेट्रोल टैक्स लिया जाता है

केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के एक्साइज ड्यूटी और कराधान विभाग के मुताबिक चंडीगढ़ प्रशासन ने पेट्रोल पर 5.24% या ₹ 7 प्रति लीटर वैट घटा दिया है.

चंडीगढ़ में पेट्रोल के दाम तय करने वाले टैक्स की दरों और अतिरिक्त घटकों को दिखाने वाली नीचे दी गई इस टेबल पर एक नज़र डालें:

घटक 21 अक्टूबर 2022 से प्रभावी (₹ में प्रति लीटर)
डीलर से लिए गए दाम ₹ 57.35 प्रति लीटर
एक्साइज ड्यूटी (केंद्र सरकार द्वारा लगाया गया ₹ 19.90 प्रति लीटर
डीलर का औसत कमीशन ₹6.22 प्रति लीटर
वैट (प्रदेश सरकार द्वारा लगाया गया) ₹ 12.73 प्रति लीटर {15.24% (डीलरों से लिया गया ईंधन का दाम + एक्साइज ड्यूटी + औसत डीलर कमीशन)} (₹0.01 प्रति लीटर पर लागू अतिरिक्त उपकर/सेस)
चंडीगढ़ में पेट्रोल का खुदरा बिक्री मूल्य ₹ 96.20 प्रति लीटर

(नोट: ऊपर दी गई टेबल 21 अक्टूबर 2022 तक विश्वसनीय और अधिकृत स्रोतों से लिए गए डेटा के साथ, चंडीगढ़ में पेट्रोल के लिए टैक्स के विवरण की व्याख्या करने के लिए सिर्फ एक उदाहरण के तौर पर दी गई है। हालांकि, वास्तविक दाम समय-समय पर बदलने वाले कारक जैसे ईंधन की कीमत, डीलर का कमीशन, उपकर/सेस और दूसरे आयामों के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं।)

चंडीगढ़ में पेट्रोल पर टैक्स कौन लगाता है?

केंद्र सरकार पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी (₹19.90 प्रति लीटर) लगाती है, जबकि चंडीगढ़ प्रशासन पेट्रोल पर वैट (VAT) (लगभग ₹12.73 प्रति लीटर) लेता है। दूसरे कारकों जैसे; डीलर का कमीशन, डीलरों से ली गई कीमत वगैरह के अलावा पेट्रोल पर लगाई गई ये टैक्स दरें केंद्र शासित प्रदेश में पेट्रोल के दाम तय करती करती हैं। पेट्रोल की कीमत का लगभग दो-तिहाई हिस्सा राज्य और केंद्र सरकारों के लगाए गए टैक्स दर होते हैं।

चंडीगढ़ में पेट्रोल के दामों पर कौन से कारक असर डालते हैं?

चंडीगढ़ में पेट्रोल के दामों पर असर डालने वाले कारकों के बारे में नीचे बताया गया है:

1. पेट्रोल की मांग और आपूर्ति

तेल रिफाइनरी कंपनियों के लिए अक्सर ज्यादा लागत की वजह से पेट्रोल की बढ़ती मांग को पूरा करना मुश्किल हो जाता है, जिससे बाजार में कम पेट्रोल उपलब्ध होता है। इस तरह, ज्यादा मांग और कम आपूर्ति से पेट्रोल की कीमत बढ़ जाती है। इसके अलावा, तेल रिफाइनरी कंपनियां अक्सर छह सप्ताह तक कच्चे तेल का स्टॉक बनाए रखती हैं, जिससे इसकी बढ़ती मांग की वजह से पेट्रोल की आपूर्ति भी कम हो जाती है, जिसका असर भारत में पेट्रोल के दामों पर पड़ता है।

2. डीलर का कमीशन

तेल रिफाइनरी कंपनियां, पेट्रोल पंप के मालिकों को उनकी आय, खर्च और फायदे को कवर करने के लिए एक कमीशन देती हैं। डीलरों को दिया गया यह कमीशन चंडीगढ़ में पेट्रोल के दामों पर असर डालता है।

3. डीलर की लागत

तेल विपणन कंपनियां रिफाइन करने की लागत, माल का भाड़ा शुल्क वगैरह के आधार पर कच्चे तेल को वितरित करने के लिए डीलरों से शुल्क लेती हैं। डीलरों से लिया गया यह शुल्क चंडीगढ़ में पेट्रोल के दाम तय करने में अहम होता है।

4. कच्चे तेल के दाम

कच्चे तेल को अंतरराष्ट्रीय बाजार से आयात किया जाता है और उसे रिफाइंड करके पेट्रोल बनाया जाता है। इसलिए, कच्चे तेल की मांग और आपूर्ति में बदलाव, अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक संबंध, तेल भंडार और आपूर्ति की वजह से कच्चे तेल के दामों में हुआ कोई भी बदलाव भारत में पेट्रोल के दामों पर सीधे असर डालता है।

5. सेल्स टैक्स और एक्साइज ड्यूटी

हर राज्य सरकार पेट्रोल पर वैट या सेल्स टैक्स लगाती है, और यह एक राज्य से दूसरे राज्य में अलग-अलग होता है। केंद्र सरकार पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी लगाती है, जोकि प्रतिशत में नहीं बल्कि एक निश्चित राशि होती है। इसलिए, यह ईंधन और कच्चे तेल के दामों में बदलाव के बावजूद स्थिर रहता है।

केंद्र सरकार का लगाया गया टैक्स ₹ 9.48 प्रति लीटर (वित्त वर्ष 2014) से ₹ 27.90 प्रति लीटर (वित्त वर्ष 2021) यानी तीन गुना बढ़ गया है.

ये टैक्स दरें चंडीगढ़ में पेट्रोल के दामों पर असर डालती हैं।

6. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा की कीमत

जैसा कि ऊपर बताया गया है कि कच्चे तेल को विदेशों से खरीदा जाता है; इसलिए, यह लेनदेन डॉलर में होता है। इसलिए, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए की कीमत कच्चे तेल के खरीद दामों पर असर डालता है, जिससे घरेलू बाजार में पेट्रोल के दाम सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं।

क्या चंडीगढ़ में हर जगह पेट्रोल टैक्स एक समान है?

हां, चंडीगढ़ प्रशासन चंडीगढ़ में पेट्रोल पर वैट की समान दर लगाता है। इसलिए, केंद्र शासित प्रदेश के निवासी पेट्रोल पर एक समान टैक्स दर देंगे।

चंडीगढ़ में पेट्रोल टैक्स और दूसरे महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जानकारी रखने से यहां के निवासी, अपने खरीदे गए पेट्रोल के दाम तय करने वाले घटकों के बारे में जान पाएंगे।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

नवंबर 2021 में वैट की कटौती करने से पहले चंडीगढ़ प्रशासन पेट्रोल पर कितना वैट लगाता था?

चंडीगढ़ प्रशासन, नवंबर 2021 में वैट की कटौती करने से पहले पेट्रोल पर ₹ 0.01 के अतिरिक्त सेस के साथ ही ₹ 12.58 या 22.45% प्रति लीटर वैट, जो भी ज्यादा हो लगाता था।

पेट्रोल पर वैट किस तरह लगता है?

हर राज्य सरकार पेट्रोल पर वैट लगाने की गणना करने के अलग तरीके अपनाती है। हालांकि, ज्यादातर यह कुल एक्साइज ड्यूटी, डीलर के कमीशन और डीलर को बेचे गए दामों पर कुल मिलाकर लगता है।