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हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल पर टैक्स के विषय में सभी जानकारी

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केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल पर ₹5 प्रति लीटर एक्साइज़ ड्यूटी घटाने की घोषणा करने के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार ने पेट्रोल पर से वैट घटा दिया है। हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल टैक्स के बारे में और जानकारी चाहते हैं? अगर हां, तो स्क्रॉल करना जारी रखिए! 

हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल पर कितना टैक्स लिया जाता है?

हिमाचल प्रदेश की सरकार ने ₹2 प्रति लीटर वैट कम कर दिया है। इस कारण पेट्रोल पर वैट घटकर 17.5% हो गया है।

इससे पेट्रोल की कीमत में ₹12 प्रति लीटर की कमी आई

नीचे दी हुई तालिका पर नज़र डालिए ये हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल की कीमतों के ब्रेक-अप को दिखाती है: 

आधार 21 अक्टूबर 2022 से प्रभावी (₹ प्रति लीटर में)
डीलरों से लिया गया मूल्य ₹57.35 प्रति लीटर
एक्साइज़ ड्यूटी (केंद्र सरकार द्वारा लगाया गया) ₹19.90 प्रति लीटर
डीलर का औसत कमीशन ₹4.23 प्रति लीटर
वैट (राज्य सरकार द्वारा लगाया गया) ₹14.26 प्रति लीटर {जिसका 17.5% (डीलरों से लिया गया ईंधन का मूल्य + एक्साइज़ ड्यूटी + डीलर का औसत कमीशन)}
हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल का खुदरा बिक्री मूल्य ₹95.74 प्रति लीटर

(नोट: ऊपर दी गई तालिका 21 अक्टूबर 2022 के विश्वसनीय और आधिकारिक स्रोतों से लिए गए आंकड़ों के साथ पेट्रोल ब्रेक-अप को समझाने के लिए केवल एक उदाहरण के रूप में है। हालांकि, ईंधन का मूल्य, डीलर का कमीशन, सेस और ऐसे ही अन्य कारक समय-समय पर बदलते रहते है।)

हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल पर टैक्स कौन लेता है?

केंद्र सरकार पेट्रोल पर एक्साइज़ ड्यूटी (₹19.90 प्रति लीटर) लेती है, जबकि हिमाचल प्रदेश में प्रदेश सरकार (₹14.26 प्रति लीटर) शुल्क लेती है। ये टैक्स दरें साथ ही अन्य कारक जैसे डीलरों पर लगाए गए कमीशन, कच्चे तेल की कीमत आदि मिलकर हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल की कीमतों का निर्धारण करती हैं।

कौन से कारक हैं जो हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल टैक्स को प्रभावित करते हैं?

हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल पर टैक्स को  निर्धारित करने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले कारक निम्न हैं:

1. कच्चे तेल की कीमत

कच्चे तेल की कीमतों में बदलाव इसकी मांग और आपूर्ति, अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक संबंधों और तेल भंडार और आपूर्ति की वजह से होता है और इनकी कीमतों में किसी भी प्रकार के बदलाव हिमाचल प्रदेश और भारत में पेट्रोल की कीमतों परअसर डालता है। 

2. वैट और एक्साइज़ ड्यूटी

भारत में सभी प्रदेश सरकारें वैट लेती हैं, और केंद्र सरकार पेट्रोल पर एक्साइज़ ड्यूटी लगाती है। इन टैक्स की दरें हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल की कीमतों को प्रभावित करती हैं।

3. डीलरों के लिए कीमत

तेल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल पम्प के मालिकों को कमीशन देती हैं, और ये कीमतें भी हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल की कीमतों पर असर डालती हैं।

4. डीलरों के लिए कीमत

तेल मार्केटिंग कंपनियां कच्चे तेल के रिफ़ाइनिंग खर्च, माल की ढुलाई आदि पर सोच विचार करने के बाद डीलरों से कच्चे तेल के वितरण के लिए कीमत लेती है। यह सभी घटक पेट्रोल की कीमतों को प्रभावित करते हैं।

5. पेट्रोल की मांग और आपूर्ति

हिमाचल प्रदेश और पूरे देश भर में अधिक मांग और कम मात्रा में आपूर्ति होने पर पेट्रोल की कीमतों में इजाफा हो सकता है। रिफाइनरी की उपलब्धता का असर भी पेट्रोल की आपूर्ति पर होता है जो कीमतों पर असर डालती हैं।

6. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए का मूल्य

भारत में पेट्रोल की कीमतों के निर्धारण में रुपए और डॉलर के विनिमय दरों का खास असर होता है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की खरीद का पूरा लेनदेन डॉलर में होता है।

क्या हिमाचल प्रदेश में सभी जगहों पर पेट्रोल की कीमतें एक बराबर है?

हां, हिमाचल प्रदेश सरकार ने पूरे हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल पर एक समान वैट लगाया है। हालांकि,  डीलरों के कमीशन को देखते हुए अलग-अलग शहरों में पेट्रोल की कीमतों में फ़र्क हो सकता है।

एक्साइज़ ड्यूटी कम होने के कारण पेट्रोल पर टैक्स का कुल भार 50% कम हो गया है।  जबकि पेट्रोल पर वैट हटाने वाले राज्यों की तुलना में यह प्रतिशत कम है। हिमाचल प्रदेश उनमें से एक है। हालांकि, ऊपर दिए हुए कारको में बदलाव होने पर भविष्य में हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल टैक्स पर फ़र्क पड़ सकता है, जिसकी वजह से कीमतें प्रभावित होंगी।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल टैक्स जीएसटी की सीमा में आता है?

नहीं, पेट्रोल पर टैक्स हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा लिया जाता है और यह जीएसटी की सीमा में नहीं आता।

हिमाचल प्रदेश सरकार ने नवंबर 2021 में टैक्स घटाने से पहले कितना टैक्स लगाया था?

नवंबर 2021 में पेट्रोल पर टैक्स कम करने से पहले हिमाचल प्रदेश सरकार ने पेट्रोल पर 25% या ₹15.50 वैट लगाया था