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कार वैक्स और पॉलिश के बीच अंतर

जबकि हममें से अधिकांश लोग अपनी कार का दिखावा करना पसंद करते हैं, यह महत्वपूर्ण है कि हम इसे साफ, स्वच्छ और दिखाने योग्य बनाकर रखें। अगर ऐसा नहीं होता है तो कार के पेंटवर्क पर धूल, तेल के निशान और खरोंच लग जाती है। इसके अलावा जब कोई कार पुरानी हो जाती है तब भी उसका पेंटवर्क फीका पड़ जाता है। 

इस प्रकार, किसी की कार में अधिक जीवन और लालित्य जोड़ने के लिए, दो तरीकों का उपयोग किया जा सकता है - कार पॉलिश और कार मोम। हालांकि, अधिकांश लोग दोनों के बीच के अंतर को समझ नहीं पाते हैं और इस वजह से बिना समझ के किसी एक प्रोडक्ट को चुन लेते हैं।

इसलिए, यदि आप कार वैक्स और पॉलिश के बीच अंतर जानना चाहते हैं, तो आगे पढ़ते रहें!

कार वैक्स क्या होता है?

कार वैक्स नॉन-एब्रेसिव तरह का वैक्स है जो प्राथमिक तौर पर कार की बॉडी की सतह को सुरक्षा कवच वाली कोटिंग देने का काम करता है। यह आमतौर पर वाहन की धोने और पॉलिश करने के बाद लगाया जाता है। कार वैक्स लगाने का लक्ष्य कार के पेंट को सुरक्षा देना और चमक बढ़ाना ही होता है।

यहां पर कार वैक्स लगाने के फायदे और नुकसान के बारे में बताया गया है।

कार वैक्स इस्तेमाल करने के फायदे

  • कार वैक्स कार के कोट को खराब होने से बचाता है।
  • कार वैक्स कार को सूरज की रौशनी और प्रदूषण से खराब होने से भी बचाता है। इसलिए, जब गंदगी को साफ किया जाता है तो इसके साथ यह सुनिश्चित हो जाता है कि पेंट ना हटे।
  • यह एक अतिरिक्त सुरक्षा कवर भी देता है, जिसके साथ छोटे स्क्रैच से भी कार सुरक्षित रहती है।
  • वैक्सिंग के बाद, पानी कार की सतह से ऊपर रहता ही और आसानी से निकल जाता है। इस तरह से ये वाहन में जंग लगने से भी बचाता है।

कार वैक्स के नुकसान

  • किसी को भी कार धोते हुए पीएच-नेचुरल कार शैंपू इस्तेमाल करना होता है ताकि सुरक्षा कवच गंदगी के साथ धुल ना जाए।
  • वॉटर बीडिंग प्रक्रिया के चलते पानी कार की सतह पर कुछ समय के लिए भर जाता है और इसकी वजह से धूल के चलते पानी गंदा हो जाता है। यह पानी कोट को हटा सकता है और इसको निकलने के लिए बफिंग की भी जरूरत होती है।
  • बस, कार वैक्स को लगाने में 2 से 3 घंटे का समय लगता है और जो बहुत ज्यादा है। हालांकि, किसी को भी सुनिश्चित करना होता है कि इसे धीरे-धीरे और सही तरह से लगाया जाए ताकि वैक्स का ज्यादा से ज्यादा असर दिखे।
  • वैक्सिंग यह सुनिश्चित नहीं करती है कि कार में गहरे दाग हट ही जाएंगे। बल्कि, कभी-कभी, यह बहुत गहराई तक जा सकता है, जिससे कार के कोट को नुकसान पहुंचता है।

कार पॉलिश क्या है?

एब्रेसिव का उपयोग करके कार की सतह से निशान और मामूली खरोंच हटाने के लिए कार पॉलिश का इस्तेमाल किया जाता है। इसको तब इस्तेमाल में लाया जाता है जब कार के पेंट की शाइन जाने लगती है या यह ऑक्सिडेशन की वजह से कम हो जाती है। हालांकि, हर कुछ दिन में कार पॉलिशिंग कराने का सुझाव नहीं दिया जाता है क्योंकि अपने एब्रेसिव गुणों के चलते यह कार को नुकसान भी पहुंचा सकती है। 

कार पॉलिश इस्तेमाल करने के फायदे और नुकसान यहां बताए गए हैं।

कार पॉलिश इस्तेमाल करने के फायदे

  • रंग को गहरे में जाकर बेहतर करती है
  • कार के बॉडी पेंटवर्क को और भी ज्यादा शाइन देती है
  • फीके पेंट को वापस लाए
  • भारी निशानों को हटाए
  • पेंटवर्क को कीटाणुरहित बनता है जिसे कोई भी हाथ से नहीं हटा सकता है
  • पेंट में सुधार

कार पॉलिश इस्तेमाल करने के नुकसान

  • पॉलिशिंग एक ऐसा काम है, जिसे किसी को भी खुद नहीं करना चाहिए। इसलिए इसमें प्रोफेशनल मदद की जरूरत होती है। आगर यह खुद किया जाएगा तो स्थिति खराब हो सकती है।
  • गहरे निशानों की स्थिति में, दूसरे कामों के लिए पार्शियल कोटिंग या सैडिंग का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
  • कार पॉलिशिंग के लिए सबसे अच्छे और सही उपकरण का इस्तेमाल करना चाहिए। मोटे या गंदे कपड़े का इस्तेमाल कार को और नुकसान दे सकता है।

पैरामीटर

वैक्स पॉलिश
कॉन्सेप्ट वाहन की बॉडी की सतह पर सुरक्षा कवच की तरह काम करता है। भारी बारिश, कार वॉश, एसिड रेन आदि से बिना किसी नुकसान के लंबे समय तक सुरक्षा कवच बनाए रखने में मदद करता है।  कार पॉलिश का प्राथमिक काम कार को नुकसान होने पर इसकी बॉडी की सतह को चमक देना है। 
काम  कोटिंग वाहन की बॉडी पर कीटाणु और प्रदूषण को चिपकने से भी रोकती है।  पॉलिश कार की बॉडी को साफ और बिना दाग-धब्बों वाली फिनिश देती है। यह प्रक्रिया कार की चमक को बढ़ा देती है, इसके साथ यह नई दिखती है और इसमें शोरूम वाली फिनिश नजर आती है। 
सूरज की खतरनाक यूवी किरणों से कार के बॉडी पेंट की सुरक्षा करने के लिए वैक्स कोटिंग अब यूवी सुरक्षा की अतिरिक्त खासियतों के साथ आती है। 
उद्देश्य प्राथमिक तौर पर कार वैक्स का इस्तेमाल वाहन को पॉलिश लुक देने के लिए किया जाता है। वैक्स कोटिंग लगाकर प्रभावी जगह को ज्यादा शाइन और पॉलिश लुक मिलता है।  हालांकि कार पॉलिश अपनी एब्रेसिव खासियतों का इस्तेमाल करके कार की सतह से दाग और छोटे स्क्रैच हटा देती है। 
अप्लिकेशन कार की पूरी बॉडी में वैक्स लगाया जाएगा और इसके सूखने के बाद माइक्रोफाइबर कपड़े से इसे पोछ दिया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ कार पॉलिश सिर्फ वहीं इस्तेमाल की जाती है, जहां कार की बॉडी में स्क्रैच हों। इस तरह से प्रभावी क्षेत्र को एक बेहतरीन फिनिश मिल जाती है।

आपको अपनी कार पर पॉलिश करनी चाहिए या वैक्स?

जब भी यह निर्णय लेना हो कि आप वैक्स का इस्तेमाल करेंगे या पॉलिश का तो आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपकी कार अच्छे से साफ और सूखी हो। इसके बाद, कार पर उंगली फेर कर कार पर उठे हुए या रफ पैच महसूस करना चाहिए। अगर सतह चिकनी है तो मैन्यूफेक्चरर के बताए अनुसार वैक्स लगाकर इसे धो देना चाहिए। अपनी कार में जहां पर भी असमानता या छोटे पैच दिखें, वहां वैक्स लगाने से पहले पॉलिश लगानी चाहिए।

कार पर सुरक्षा कोटिंग देने के लिए ही वैक्स लगाई जानी चाहिए और किसी भी तरह की असमानता महसूस होने पर पॉलिश का इस्तेमाल करना चाहिए, इससे कार को बेहतरीन शाइन मिल जाएगी। न सिर्फ स्क्रैच बल्कि ऑक्सिडेशन को कम करने में भी पॉलिश मदद करती है।

कार पॉलिश बनाम कार वैक्स के बारे में यही सबकुछ है। तो कार पॉलिश और कार वैक्स में अंतर समझने के बाद कोई भी यह निर्णय ले सकता है कि उसके वाहन के लिए क्या अच्छा है। इनमें से किसी का भी इस्तेमाल खुद ही करना जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए किसी को भी प्रोफेशनल मदद लेनी चाहिए।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

अपनी कार को एक साल में कितनी बार पॉलिश किया जा सकता है?

कार को साल में अधिकतम दो बार पॉलिश किया जा सकता है।

वैक्स को साफ करने से पहले इसको कितनी देर तक लगे रहने देना चाहिए?

वाहन की सतह से वैक्स को साफ करने से पहले इसको 20-30 मिनट तक लगे रहने देता चाहिए। हालांकि यह इस्तेमाल की जा रही वैक्स पर भी निर्भर करता है।