पुरानी कार का इंश्योरेंस

पुरानी कार के लिए ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदें/रिन्यू करें

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पुरानी कार इंश्योरेंस पॉलिसी ऑनलाइन खरीदने/रिन्यू करने के बारे में जानें

क्या आप अपनी कार का बहुत ख्याल रखते हैं? अगर आपके पास साल 2009 या उससे पहले की कोई कार है तो पक्का आपकी कार पुरानी है। इसमें उपयोग की गई तकनीक और लगाए गए कंपोनेंट्स पुराने हो सकते हैं। पुरानी कारों के साथ खतरा अधिक होता है क्योंकि इनकी परफॉरमेंस में कमी आ जाती है। लेकिन यह भी है कि पुरानी कार के साथ भावनाएं जुड़ी रहती हैं।

हमारे पास नई टेक्नोलॉजी और नए डिजाइन वाले चार पहिया वाहन खरीदने के लिए कई ऑप्शन हैं। पुरानी हो या नई, सड़क पर दुर्घटनाएं हो सकती हैं। इसलिए, दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के समय खर्चों को बचाने के लिए इंश्योरेस पॉलिसी खरीदना ज़रूरी हो जाता है।

पुरानी कार का इंश्योरेंस क्या है?

उन कारों के लिए इंश्योरेंस खरीदना जिनका मूल्य समय/साल बीतने के साथ कम हो गया है, वह पुरानी कार का इंश्योरेंस कहलाता है।

 

आइए एक पुरानी कार का उदाहरण लेते हैं, जिसकी टाइमिंग बेल्ट हाईवे पर अचानक फेल हो जाती है। अचानक, इंजन से आवाज आने लगती है! ड्राइवर देखता है कि कार की स्पीड कम हो रही है और पीछे से दूसरी कार से टक्कर मारती है और दोनों वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।

 

एक पुरानी कार के लिए, जब विफलता की संभावना अधिक होती है, तो कार इंश्योरेंस अनिवार्य हो जाता है। इससे कार के ओनर को इसकी मरम्मत और नुकसान के लिए मुआवजा पाने में मदद मिलेगी।

 

इंश्योरेंस पॉलिसी चोट लगने, टक्कर होने, थर्ड पार्टी या थर्ड पार्टी प्रॉपर्टी डैमेज के समय काम आती है।

पुरानी कार का इंश्योरेंस कराना क्यों ज़रूरी है?

 

• पुरानी कार की खराब परफॉरमेंस दुर्घटना का कारण बन सकती है। सोचिए कि आपके पास साल 2005 में बनी एक कार है। इसके इंजन में एक प्रॉब्लम है जिसकी वजह से कार कहीं भी रुक जाती है या एक्सीडेंट हो जाता है। इसलिए, ऐसी स्थितियों में, आपके लिए कार इंश्योरेंस पॉलिसी बहुत लाभदायक होगी।

• सोचिए कि आपके पास एक पुरानी कार है और आप अपने 19 साल के बेटे शलब को उसे चलाने के लिए देते हैं। वह एक नौसिखिया ड्राइवर है और एक्सीडेंट हो सकता है। शलब कंट्रोल खो देता है और एक मोड़ पर अमित की कार को टक्कर मार देता है। कार का बंपर उतर गया। यह थर्ड पार्टी प्रॉपर्टी डैमेज का मामला है। नुकसान के लिए शलब जिम्मेदार होगा और नुकसान की भरपाई ओनर को करनी होगी। अमित के स्वामित्व वाली इंश्योरेंस पॉलिसी उसे मरम्मत के लिए धन प्राप्त करने में मदद करेगी। इससे पुरानी कार के लिए इंश्योरेंस कवर खरीदने की आवश्यकता का पता चलता है।

हम जानते हैं कि भारत में दो प्रकार के मोटर कार इंश्योरेंस कवर उपलब्ध हैं। कॉम्प्रिहेंसिव कार इंश्योरेंस पूरा कवरेज देता है और दूसरा थर्ड-पार्टी लायबिलिटी कवरेज देता है। दोनों स्थितियों में, पुरानी कार का इंश्योरेंस कराना महत्वपूर्ण है।

पुरानी कार का इंश्योरेंस कराते समय याद रखने योग्य बातें

थर्ड पार्टी को चोट, हमारी या थर्ड पार्टी की कार को नुकसान होने के मामले में देनदारियां बहुत बड़ी हो सकती हैं जो हमारी क्षमता से परे हो। हर कोई इन खर्चों को नहीं झेल सकता और इसीलिए इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना ज़रूरी है। लेकिन पुरानी कार का इंश्योरेंस खरीदने से पहले हमें कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए:

इंश्योरेंस के बारे में जानें: भारत में 25 से अधिक इंश्योरेंस कंपनियां हैं, जिसमें हर एक की मोटर प्रोडक्ट की अपनी पॉलिसी सीमाएं हैं। एक पुरानी कार का इंश्योरेंस करने से पहले उसकी इंश्योरेंस पॉलिसी की शर्तों को अच्छे से जानना ज़रूरी है। यह भी देखें कि आप किस तरह के कवर की तलाश में हैं? आप पुरानी कार के लिए कॉम्प्रिहेंसिव कवर खरीद सकते हैं अगर आपने लगातार इसका इंश्योरेंस करवाया है। थर्ड पार्टी लायबिलिटी कवर लेना ज़रूरी है।

क्लेम सेटलमेंट प्रक्रिया: पुरानी कार खरीदना उसके लिए इंश्योरेंस कवर खरीदने जितना ही आसान होगा। लेकिन आपको उस इंश्योरेंस कंपनी की कार इंश्योरेंस क्लेम प्रक्रिया के बारे में पता होना चाहिए, जिसका इंश्योरेंस लेने की आप सोच रहे हैं। यह भी चेक करें कि क्लेम सेटल करने में उन्हें कितना समय लगता है।

इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू (आईडीवी): इंश्योरेंस के समय अपनी पुरानी कार की कीमत जानें। आपकी कार की वैल्यू हर साल कुछ प्रतिशत घट जाती है। इसलिए इससे पहले कि आप प्रीमियम के लिए पैसा खर्च करें, आपको पता होना चाहिए कि आपको इंश्योरेंस से कितना लाभ होगा।

नो क्लेम बोनस: : अगर आप छोटे एक्सीडेंट के लिए क्लेम नहीं करते हैं, तो आपको हर साल बोनस मिलता है। इसके इंटरेस्ट रेट इस प्रकार हैं:

क्लेम फ्री वर्ष नो क्लेम बोनस
एक साल के बाद 20%
दो साल के बाद 25%
तीन साल के बाद 35%
चार साल के बाद 45%
पांच साल के बाद 50%

अगर आप पुरानी कार बेचना चाहते हैं और भविष्य में नई कार खरीदना चाहते हैं, तो आपका एनसीबी नई कार में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।


• डेप्रिसिएशन:
आपके हर वाहन की वैल्यू साल बीतने पर डेप्रिसिएट होती है। किसी दुर्घटना के मामले में, भुगतान  वाहन के पार्ट्स के रिप्लेसमेंट के लिए लागू डेप्रिसिएशन के अनुसार होगी। जैसे-जैसे कार की उम्र बढ़ती है, डेप्रिसिएशन की प्रतिशत बढ़ती जाती है। यह जानना ज़रूरी है कि इंश्योरेंस खरीदना लाभदायक होगा या नहीं।

 

वाहन की उम्र डेप्रिसिएशन
एक साल < उम्र < दो साल 10%
दो साल < उम्र < तीन साल 15%
तीन साल < उम्र < चार साल 25%
चार साल < उम्र < पांच साल 35%
पांच साल < उम्र < दस साल 40%
दस साल < उम्र 50%


• ऐड-ऑन कवर, अगर कोई हो
:अपनी पुरानी कार का इंश्योरेंस कराते समय, आप इंश्योरर से कार इंश्योरेंस एड-ऑन कवर के बारे में पूछ सकते हैं। कुछ कवर जो आप ले सकते हैं- मेडिकल कवर, पैसेंजर कवर, जीरो डेप्रिसिएशन कवर, कंज्यूमेबल्स कवर, इंजन प्रोटेक्शन प्लान और अन्य। इन कवर को खरीदने के लिए आपको अतिरिक्त प्रीमियम अदा करना होगा लेकिन यह आपके लिए फायदेमंद होगा।

डिस्काउंटिंग: नो क्लेम बोनस के अलावा, कार के मालिक को एडिशनल डिस्काउंट मिल सकता है अगर उसने अपनी कार में एंटी-थेफ्ट डिवाइस लगाई हो या वह ऑटोमोबाइल एसोसिएशन का सदस्य हो।

 

यह पढ़ें: जीरो डेप्रिसिएशन कार इंश्योरेंस 

पुरानी कार का इंश्योरेंस कराते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

कई बार पुरानी कार होना भारी पड़ सकता है। लेकिन इससे पहले कि आप अपनी पुरानी कार का बीमा करवाएं, अच्छा होगा कि आप कुछ चीजों की तलाश करें जैसे:

इंश्योरेंस कंपनी: अपने इंश्योरर की दी कवरेज की तुलना दूसरे इंश्योरर से करें। यह सभी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध है जिससे आपका आसान हो जाता है।

पॉलिसी की शर्तें: पॉलिसी के नियम और शर्तें चेक करें जैसे कि लागू होने वाला कटौती योग्य। इंश्योरेंस आपको फाइनेंशियल बोझ से बचाने के लिए है इसलिए चेक कर लें कि उद्देश्य पूरा हो रहा है या नहीं।

डिस्काउंट: इंश्योरर से आपको कितने प्रतिशत छूट मिलेगी।

 ट्रैफिक बढ़ने के कारण ड्राइविंग की चुनौतियां सामने आती हैं। ऐसे में उपयोग की जाने वाली पुरानी कार या वाहन के लिए इंश्योरेंस खरीदना सबसे अच्छा है।

कार इंश्योरेंस पॉलिसी ऑनलाइन कैसे खरीदें/रिन्यू करें?

स्टेप1 - अपने वाहन का मेक ईयर, मॉडल, वैरिएंट, पंजीकरण तिथि और जिस शहर में आप ड्राइव करते हैं उसे भरें। 'प्रीमियम प्राप्त करें' दबाएं और अपनी पसंद का प्लान चुनें

स्टेप 2 - केवल थर्ड-पार्टी लायबिलिटी या स्टैण्डर्ड पैकेज (कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस) में से चुनें।

स्टेप 3 - अपनी पिछली इंश्योरेंस पॉलिसी की डिटेल दें- एक्सपायरी की तारीख, पिछले वर्ष में किया गया क्लेम, अर्जित किया गया नो क्लेम बोनस

स्टेप 4 - आपको अपने प्रीमियम के लिए प्रीमियम मिलेगा। यदि आपने एक स्टैण्डर्ड प्लान चुना है तो आप ऐड-ऑन की सेटिंग चुनकर, आईडीवी सेट करके और यह तय करके कि सीएनजी कार है या नहीं, इसे कस्टमाइज कर सकते हैं। आपको अगले पेज पर फाइनल प्रीमियम दिखाई देगा।

आपको डिजिट कार इन्शुरन्स क्यों खरीदना चाहिए?