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एनपीएस खाते के साथ आधार कार्ड कैसे लिंक करें?

Source: vakilsearch

जालसाजी को कम करने के लिए, भारतीय सरकार ने विभिन्न योजनाओं को व्यक्तिगत दस्तावेजों के साथ लिंक करने का कदम उठाया है। पेंशन खाते में आधार कार्ड की जानकारी जोड़ना भी इन्हीं क़दमों में से एक है।

एनपीएस आधार लिंक के साथ लोग डाटा को सेंट्रल रिपॉसिट्री में सुरक्षित रख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर बिना किसी परेशानी के पेंशन के लिए क्लेम भी कर सकते हैं।

लेकिन, आधार कार्ड को पेंशन खाते से लिंक करने की प्रक्रिया ऑनलाइन कैसे की जा सकती है?

एनपीएस आधार लिंक प्रक्रिया के बारे ज्यादा जानने के लिए आगे पढ़ें।

आपके एनपीएस खाते से आधार को लिंक करने की ऑनलाइन प्रक्रिया

2004 में पेश की गई, नेशनल पेंशन स्कीम या एनपीएस एक सरकारी सहायता प्राप्त योजना है जिसके साथ लोग काम करने के दौरान अपने पेंशनखाते में नियमिततौर पर राशि जमा करते हैं।  

आगे चलकर ये योजना कोष से जरूरी राशि निकालने की अनुमति देती है। इसके साथ बची हुई राशि को रिटायरमेंट के बाद कमाई के लिए वार्षिकी में लगा दिया जाता है।

आधार कार्ड को एनपीएस खाते के साथ लिंक करने के चरण (नए उपयोगकर्ता के लिए)

एनपीएस के प्रशासनिक निकाय ने प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल किया है। उदाहरण के लिए कोई भी व्यक्ति आधार वेरिफ़िकेशन या ई-सिग्नेचर के माध्यम से एनपीएस खाता ऑनलाइन खोल सकता है।  

नया एनपीएस खाता खोलते हुए आधार नंबर लिंक करने के आसान चरण अपनाएं।

  • चरण-1 – एनएसडीएल ई-एनपीएस की वेबसाइट पर जाएं।

  • चरण-2 – रजिस्ट्रेशन के विकल्प पर क्लिक करें।

  • चरण-3 – सही विकल्प चुनें और अपना आधार कार्ड नंबर दर्ज करें।

  • चरण-4 – ‘जनरेट ओटीपी’ बटन पर टैप करें।

  • चरण-5 – डिसक्लेमर पर टिक करें और ‘प्रोसीड’ का विकल्प चुनें।

  • चरण-6 –आधार के साथ लिंक मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा। ओटीपी दर्ज करें और ‘कंटीन्यू’ विकल्प को चुनें।

  • चरण-7 – एनपीएस रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें।

  • चरण-8 – भुगतान करें।

  • चरण-9 – स्वीकृति संख्या जनरेट होगी।

  • चरण-10 – रजिस्ट्रेशन की जानकारी सब्मिट करें और पर्मानेंट रिटायर्मेंट नंबर (पीआरएएन) जनरेट हो जाएगा।

  • चरण-11 – रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर ई-साइन करें और एनपीएस आधार लिंक प्रक्रिया पूरी करें।

आधार कार्ड को एनपीएस खाते के साथ लिंक करने के चरण [मौजूदा उपयोगकर्ताओं के लिए]

एनपीएस खाते के माध्यम से आधार कार्ड लिंक करने के लिए मौजूदा उपयोगकर्ताओं को नीचे दिए गए चरणों को अपनाना होगा

  • चरण-1 – एनपीएस की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

  • चरण-2 – एनपीएस खाते में लॉग इन करें।

  • चरण-3 – मेन्यू में ‘अपडेट डिटेल्स’ पर क्लिक करें।

  • चरण-4 - ‘अपडेट डिटेल्स’ सेक्शन के अंतर्गत ‘अपडेट आधार/एड्रेस’ चुनें।

  • चरण-5 – आने वाला नया पेज आधार नंबर दो बार दर्ज करने के लिए कहेगा।

  • चरण-6 - ‘जनरेट ओटीपी’ बटन पर क्लिक करें।

  • चरण-7 – लिंकिंग की प्रक्रिया शुरू करने के लिए एनएसडीएल ई-गॉव को ‘प्रोसीड’ बटन दबाकर सहमति दें।

  • चरण-8 आधार कार्ड के साथ रजिस्टर मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेज दिया जाएगा।

  • चरण-9 – बताए गए बॉक्स में ओटीपी दर्ज करें।

  • चरण-10 - ‘कंटीन्यू’ बटन पर क्लिक करें।  

  • चरण-11 –प्रमाणीकरण पूरा हो जाने के बाद, आपकी ओर से एनपीएस खाते में लॉग इन करने के लिए उपयोग किया गया पर्मानेंट रिटायर्मेंट अकाउंट नंबर (पीआरएएन) और आपकी ओर से दिया गया आधार नंबर लिंक हो जाएंगे। आपको एनपीएस आधार लिंक प्रक्रिया सफल होने का मैसेज दिख जाएगा ।

ऊपर बताए गए चरण फॉलो करके मौजूदा और नए उपयोगकर्ता दोनों ही पेंशन खाते के साथ आधार को आसानी से ऑनलाइन लिंक कर सकते हैं।

हालांकि, भविष्य में किसी की तरह की दिक्कत और विसंगति से बचने के लिए आगे बढ़ने से पहले उन्हें कुछ बातों का ध्यान कर लेना चाहिए।

एनपीएस के साथ आधार लिंक करते हुए याद रखी जाने वाली बातें

एनपीएस के साथ आधार लिंक करने से पहले याद रखी जाने वाली बातों की लिस्ट यहां दी गई है।

  • पर्मानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर (पीआरएएन) में बताया गया नाम आधार कार्ड में बताए गए नाम जैसा ही होना चाहिए।

  • सब्सक्राइबर्स को पता होना चाहिए कि एनपीएस-आधार लिंकिंग प्रक्रिया सिर्फ आधार ओटीपी प्रमाणीकरण के माध्यम से ही पूरी की जा सकती है।  

  • एनपीएस के अंतर्गत सब्सक्राइबर/उपयोगकर्ता होने के नाते सब्सक्रिप्शन के दौरान आधार जमा करने के बावजूद आपको एनपीएस-आधार लिंकिंग प्रक्रिया अपनानी होगी।

  • एनपीएस–आधार लिंकिंग प्रक्रिया पूरी करने के लिए, आपके पास आधार कार्ड के साथ रजिस्टर मोबाइल नंबर होना चाहिए। अगर आपके पास आधार कार्ड के साथ लिंक किया हुआ मोबाइल नंबर नहीं है तो आप प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।   

  • सरकारी कर्मचारियों के लिए आधार सीडिंग तब ही पूरी होगी जब संबंधित नोडल अधिकारी अनुरोध को मंजूरी देंगे।

एनपीएस खाते के साथ आधार लिंक करने के फायदे

एनपीएस के सब्सक्राइबर एनपीएस खाते के साथ आधार को लिंक करके कई सारे फायदे ले सकते हैं, जैसे

  • आधार प्रमाणीकरण ने ऑनलाइन एनपीएस खाता खोलने की प्रक्रिया को काफी आसान बना दिया है।

  • आसानी से आर्थिक लेन-देन देखने के लिए सरकार ने करदाताओं को मिलने वाली छूट और एनपीएस-आधार कार्ड लिंकिंग प्रक्रिया पूरी करने से संबंधित दिशा निर्देश एनपीएस सब्सक्राइबर के लिए जारी किए हैं।

  • सरकार ने केवाईसी कुशलतापूर्वक पूरी करने के लिए सरकार ने एनपीएस ग्राहकों के लिए आधार सीडिंग से संबंधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

  • आधार कार्ड नंबर के माध्यम से ऑनलाइन केवाईसी वेरिफ़िकेशन (ई-केवाईसी) भारी पेपरवर्क से होने वाली परेशानियों से बचने में सब्सक्राइबर की मदद करता है क्योंकि आधार ओटीपी वेरिफ़िकेशन तेजी से काम करता है।

आधार आधारित ई-केवाईसी प्रक्रिया

एनपीएस की नियामक संस्था, पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) एनपीएस के अंतर्गत आधार आधारित ऑफलाइन केवाईसी प्रक्रिया को मंजूरी देते हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से केवाईसी वेरिफ़िकेशन के साथ लोग तुरंत अपना एनपीएस खाता एक्टिवेट करके एनपीएस में योगदान कर सकते हैं।

इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए यूजर को ई-एनपीएस के माध्यम से यूआईडीएआई के पोर्टल से ऑफलाइन मोड में पासवर्ड-प्रोटेक्टेड आधार एक्सएमएल फ़ाइल डाउनलोड करनी होगी। इसके बाद केवाईसी के लिए दस्तावेज साझा करें। ये सुविधा पॉइंट ऑफ़ प्रेजेंस (पीओपी) के माध्यम से एनपीएस खाता खोलने के लिए इस्तेमाल की जा सकती है।

  • आधार पेपरलेस केवाईसी ज़िप फ़ाइल को अपलोड करें। अगर .एक्सएमएल ना बन पाए तो आप इसे डाउनलोड करने के लिए यूआईडीएआई वेबसाइट पर जाकर 4 डिजिट का पासकोड बना सकते हैं।

  • रजिस्ट्रेशन के लिए एनपीएस पोर्टल पर सही विकल्प चुनें और जरूरी सूचना जैसे रजिस्टर मोबाइल नंबर भरें।

  • पेपरलेस ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने के लिए ज़िप फाइल के साथ 4 संख्या का पासकोड अपलोड करें।

  • एक बार जब आप ओटीपी सब्मिट कर देंगे, आपकी जनसांख्यिकीय जानकारी यूआईडीएआई डाटाबेस से ले ली जाएगी।

  • आपको दूसरी जरूरी जानकारी भी देनी पड़ेंगी।

  • इसके बाद, बताए गए फ़ॉर्मेट में पैन कार्ड की स्कैन कॉपी और कैंसिल्ड चेक अपलोड करें।

  • भुगतान करें और पर्मानेंट रिटायर्मेंट अकाउंट नंबर (पीआरएएन) बन जाएगा।

  • ई-साइन करें या फिर रजिस्ट्रेशन फॉर्म सीआरए को ‘प्रिंट या कुरियर’ करें।

एनपीएस के बारे में जरूरी बातें

शुरू में ये स्कीम सरकारी कर्मचारियों के लिए ही थी लेकिन 2009 के बाद ये सभी विभागों के लिए खुल गई। इस योजना के अंतर्गत मिलने वाले फायदे लेने के लिए एनपीएस खाता खोलकर उसमें कम से कम 6000 रुपए प्रति महीने जमा करने होंगे।

एनपीएस–आधार लिंक पर इतनी विस्तृत जानकारी के साथ हम आशा करते हैं कि आप आधार के साथ पेंशन खाता ऑनलाइन लिंक करना जान गए होंगे। इसलिए एनपीएस-आधार लिंकिंग प्रक्रिया को पूरा करें और नेशनल पेंशन स्कीम के अंतर्गत मिलने वाले फायदों का लाभ लें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या मैं बिना किसी ओटीपी वेरिफ़िकेशन के अपने आधार को अपने एनपीएस (NPS) खाते से जोड़ सकता हूं?

नहीं, आधार को एनपीएस से लिंक करते हुए ओटीपी वेरिफ़िकेशन अनिवार्य है। इसलिए अगर आधार के साथ रजिस्टर मोबाइल नंबर फिलहाल इस्तेमाल में आने वाले नंबर से अलग है तो ओटीपी वेरिफ़िकेशन और लिंकिंग संभव नहीं होंगे।

आधार-एनपीएस लिंकिंग करने के लिए सरकारी कर्मचारियों को कौन सा अतिरिक्त चरण पूरा करना होगा?

ऐसे कर्मचारियों को संबंधित नोडल ऑफिसर से इस तरह के लिंकिंग फॉर्म की अनुमति लेनी होगी। बिना इस अनुमति के लिंकिंग को पूरा नहीं माना जाएगा।