वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुपर टॉप-अप हेल्थ इंश्योरेंस

Zero Paperwork. Quick Process.

सुपर टॉप-अप हेल्थ इंश्योरेंस वरिष्ठ नागरिकों के लिए कैसे काम करता है?

एक टॉप-अप हेल्थ इंश्योरेंस कॉस्ट-शेयरिंग के आधार पर काम करता है। इसलिए उदाहरण के लिए अगर अस्पताल में भर्ती होने के दौरान, कुल खर्चा हुई राशि 5 लाख रुपए है लेकिन आपके वरिष्ठ माता-पिता का मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस (या आपका कॉर्पोरेट प्लान), इसका 3 लाख पहले ही कवर कर लेता तो सुपर टॉप-अप हेल्थ इंश्योरेंस बाक़ी के 2 लाख को कवर करेगा।

वरिष्ठ नागरिकों के पास सुपर टॉप-अप हेल्थ इंश्योरेंस क्यों होना चाहिए?

सुपर टॉप-अप हेल्थ इंश्योरेंस के बारे में सबसे अच्छा क्या है?

डिजिट सुपर टॉप-अप प्लान ऑफर करता है: सुपर टॉप-अप इंश्योरेंस तब क्लेम को कवर करता है जब पॉलिसी के एक साल में संचयी मेडिकल खर्चे कटौती से ज्यादा हो जाते हैं। नियमित टॉप-अप प्लान इससे इतर है जो कटौती से आगे सिर्फ एक क्लेम को कवर करता है।

महामारी को कवर करता है: हम समझते हैं कि कोविड-19 के दौरान वरिष्ठ ज्यादा खतरे में हैं और इसलिए हम इसे कवर करते हैं।

अपनी डिडक्टेबल का भुगतान सिर्फ एक बार करें: सुपर टॉप-अप इंश्योरेंस के साथ आपको अपनी कटौती का भुगतान सिर्फ एक बार करना होता है और तब आप एक साल में कई बार क्लेम कर सकते हैं। सच डिजिट स्पेशल!


अपनी स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों का ध्यान रखते हुए सुपर टॉप-अप पॉलिसी को अपने हिसाब से बनवाएं: आप 1, 2 और 3 लाख की कटौती में से चुन सकते हैं और इंश्योर की हुई राशि के मुताबिक 10 और 20 लाख के बीच भी चुनाव कर सकते हैं।

कमरे के किराए पर कोई प्रतिबंध नहीं: सबकी अपनी प्राथमिकताएं होती हैं और हम यह समझते हैं। इसलिए हमारे पास बुजुर्गों के लिए कमरे से जुड़ा कोई भी प्रतिबंध नहीं है। अस्पताल का कोई भी कमरा चुनें!

किसी भी अस्पताल में इलाज पाएं: कैशलेस क्लेम के लिए हमारे भारत में मौजूद 16400+ से ज्यादा नेटवर्क हॉस्पिटल में से चुनें या आप रीइंबर्समेंट को भी चुन सकते हैं।

आसान ऑनलाइन प्रक्रिया: सुपर टॉप-अप हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने की प्रक्रिया से लेकर क्लेम करने तक पेपरलेस होने के साथ आसान तेज और तनावरहित है। क्लेम के लिए भी हार्ड कॉपी नहीं!

उदाहरण के साथ सुपर टॉप-अप को समझें

सुपर टॉप-अप इंश्योरेंस (डिजिट हेल्थ केयर प्लस) टॉप-अप के अन्य प्लान
चुनी हुई कटौती 2 लाख 2 लाख
चुनी गई सम इंश्योर्ड 10 लाख 10 लाख
साल का पहला क्लेम 4 लाख 4 लाख
आप भुगतान करते हैं 2 लाख 2 लाख
आपके टॉप-अप का भुगतान इंश्योरेंस करने वाली कंपनी करती है 2 लाख 2 लाख
साल का दूसरा क्लेम 6 लाख 6 लाख
आप भुगतान करते हैं कुछ नहीं! 😊 2 लाख (कटौती का चुनाव)
आपके टॉप-अप का भुगतान इंश्योरेंस करने वाली कंपनी करती है 6 लाख 4 लाख
क्लेम का तीसरा साल 1 लाख 1 लाख
आप भुगतान करते हैं कुछ नहीं! 😊 1 लाख
आपके टॉप-अप का भुगतान इंश्योरेंस करने वाली कंपनी करती है 1 लाख कुछ नहीं ☹️

सुपर टॉप-अप हेल्थ इंश्योरेंस में क्या कवर होता है?

फायदे

सुपर टॉप-अप

कटौती योग्य, बनाम एक नियमित टॉप-अप एक बार जब यह पॉलिसी के साल में ही मेडिकल से जुड़े संशयी खर्चों के लिए क्लेम का भुगतान करता है,

अपनी कटौती का भुगतान सिर्फ एक बार करें-डिजिट स्पेशल

सभी प्रकार के अस्पताल में भर्ती

बीमारी, दुर्घटना या गंभीर बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती होने के खर्चे ये कवर करता है। इसके तहत किसी पॉलिसी वर्ष में एक साल के अंदर होने वाले संचयी मेडिकल खर्चों से जुड़े दावों का भुगतान किया जाता है। ये भुगतान उस स्थिति में किया जाता है जब इसकी राशि कटौती योग्य राशि से ज्यादा हो। वहीं दूसरी तरफ, एक नियमित टॉप अप इंश्योरेंस सिर्फ एक ही दावे को कवर करता है, जो तय सीमा से ज्यादा हो।

डे केयर प्रक्रिया

हेल्थ इंश्योरेंस सिर्फ 24 घंटों से ज्यादा के लिए अस्पताल में भर्ती होने के मेडिकल खर्चों को ही कवर करता है। डे केयर प्रक्रिया का तात्पर्य उस मेडिकल इलाज से है जिसमें तकनीकी प्रगति के चलते 24 घंटों से भी कम समय के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ा हो।

प्री-एक्जिस्टिंग/निर्दिष्ट बीमारी के लिए वेटिंग पीरियड

यह वो समय है, जितना आपको इंतजार करना ही होगा, इसके पहले आप प्री-एक्जिस्टिंग/ खास बीमारी के लिए क्लेम नहीं कर सकते हैं।

4 साल/2 साल

कमरे के किराए पर कैपिंग

अलग-अलग कैटेगरी के कमरों के लिए अलग किराया। ठीक उसी तरह जैसे होटल रूम में टैरिफ होता है। डिजिट के साथ, कुछ प्लान इंश्योर की हुई राशि से कम रहने तक आपको कमरे के किराए पर कैप न होने का फायदा भी देते हैं।

कमरे के किराए पर कोई कैपिंग नहीं-डिजिट स्पेशल

आईसीयू के कमरे का किराया

आईसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट) गंभीर मरीजों के लिए होता है। आईसीयू में देखभाल का स्तर ज्यादा होता है, इसलिए इसका किराया भी ज्यादा होता है। डिजिट किराए पर तब तक कोई सीमा नहीं तय करती है जब तक यह इंश्योर की हुई राशि से कम होता है।

कोई सीमा नहीं

रोड एम्बुलेंस शुल्क

एंबुलेंस सेवाएं सबसे जरूरी मेडिकल सेवाओं में से एक है क्योंकि वह न सिर्फ बीमार व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाती हैं बल्कि इसमें मेडिकल इमर्जेंसी के लिए जरूरी सभी सुविधाएं भी शामिल होती हैं। इसकी कीमत सुपर टॉप-अप पॉलिसी के तहत कवर हो जाती है।

कॉम्प्लीमेंट्री सालाना हेल्थ चेकअप

आप अपने स्वास्थ्य और बेहतरी से वाकिफ हैं, ये सुनिश्चित करने के लिए सालाना हेल्थ चेक अप जरूरी हैं। ये एक रिन्यूअल बेनिफिट है जो आपके पसंदीदा अस्पताल में सालाना मेडिकल टेस्ट और चेकअप के खर्चे रीइंबर्स करता है।

अस्पताल में भर्ती होने के पहले/बाद में

यह अस्पताल में भर्ती होने के पहले और बाद के सभी खर्चों जैसे डायग्नोसिस, टेस्ट और रिकवरी को कवर करता है।

अस्पताल में भर्ती होने के बाद एकमुश्त - डिजिट स्पेशल

यह वो फायदा है जिसका इस्तेमाल आप डिसचार्ज के समय अस्पताल में भर्ती होने के बाद के मेडिकल खर्चों को कवर करने के लिए कर सकते हैं। किसी बिल की जरूरत नहीं। आप इस फायदे को इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर रीइंबर्समेंट के माध्यम से आप अस्पताल में भर्ती होने की बाद के स्टैंडर्ड फायदों को ले सकते हैं।

साइकेट्रिक इलनेस कवर

अगर किसी सदमे की वजह से व्यक्ति को मानसिक इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है तो ये इस फायदे में कवर होगा। हालांकि, ओपीडी परामर्श इसमें कवर नहीं होते हैं।

बैरिएट्रिक सर्जरी

ये उनके लिए है जो मोटापे के चलते अंगों से जुड़ी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। हालांकि, खाने से जुड़े डिसऑर्डर के चलते हुआ मोटापा या कोई ऐसी स्थिति जिसमें इलाज हो सकता है तो इस सर्जरी की कीमत नहीं जुड़ेगी।

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क्या कवर नहीं होता है?

अपनी कटौती को समाप्त किए बिना आप क्लेम नहीं कर सकते हैं।

आप अपने सुपर टॉप-अप हेल्थ इंश्योरेंस में सिर्फ तब ही क्लेम कर सकते हैं जब आप मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी की क्लेम राशि को समाप्त कर चुके हों या बताई गई कटौती तक अपनी जेब से खर्चा कर चुके हों। हालांकि, अच्छी बात ये है कि आपको अपनी कटौती का भुगतान सिर्फ एक बार करना होता है।

पहले से मौजूद बीमारी

पहले से मौजूद बीमारी की स्थिति में जब तक वेटिंग पीरियड पूरा न हो जाए तब तक उस बीमारी के लिए क्लेम नहीं किया जा सकता है।

डॉक्टर की सलाह के बिना अस्पताल में भर्ती होना

किसी भी ऐसी स्थिति में आप अस्पताल में भर्ती होते हैं जो डॉक्टर के बताए प्रिस्क्रिपशन से मेल नहीं खाती है तो ये कवर नहीं होगी।

प्री-नेटल और पोस्ट-नेटल खर्चे

प्री-नेटल और पोस्ट-नेटल खर्चे जब तक अस्पताल में न भर्ती होना पड़े।

क्लेम कैसे फाइल करें?

 रीइंबर्समेंट क्लेम - एडमिशन के दो दिनों के अंदर अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में हमें 1800-258-4242 पर बताइए या हमें healthclaims@godigit.com पर ईमेल कीजिए। इसके बाद हम आपको लिंक भेजेंगे जहां आप रीइंबर्समेंट की प्रक्रिया पूरी करने के लिए अपने अस्पताल के बिल और सभी संबंधित दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं। 

कैशलेस क्लेम - नेटवर्क हॉस्पिटल चुनें। नेटवर्क हॉस्पिटल की पूरी लिस्ट आपको यहां (network hospitals here) मिल सकती है। अपना ई-हेल्थ कार्ड अस्पताल के हेल्पडेस्क पर दिखाएं और कैशलेस रिक्वेस्ट फॉर्म लें। अगर सब सही रहा तो आपके क्लेम की प्रक्रिया जल्द पूरी हो जाएगी।

अगर आपने कोरोना वाइरस के लिए क्लेम किया है तो ये ध्यान दें कि आपके पास आईसीएमआर- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ वीरोलॉजी, पुणे की ओर से सत्यापित पॉजिटिव टेस्ट रिपोर्ट जरूर हो।