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एक ही इंश्योरर के साथ लम्बे समय तक रहने के क्या फायदे और नुकसान हो सकते है?

भारत में अपनी कार के लिए मोटर इंश्योरेंस करवाना अनिवार्य* है जिस कारण, आपको हर साल अपनी मौजूदा पॉलिसी को रिन्यू कराना काफी आसान लगता होगा, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की एक ही इंश्योरेंस के साथ लम्बे समय तक रहने के क्या फायदे और नुकसान को सकते है?

अपनी जिंदगी में काफी व्यस्त होने के कारण शायद इंश्योरेंस को रिन्यू करवाते समय आप किसी नई पॉलिसी को खोजने की परेशानी को नहीं उठाना चाहते हों, जिस कारण आपको किसी एक ही इंश्योरेंस प्लान के साथ लम्बे समय तक रहना पड़ सकता है। 

किसी एक ही इंश्योरेंस पॉलिसी को लम्बे समय तक जारी रखने के कई फायदे होते हैं - जैसे कि इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा प्रदान की जाने वाले लॉयल्टी पर्क्स और रिवॉर्ड्स, लेकिन इन चीज़ों के साथ ही इसके कुछ नुकसान भी होते हैं।

उदाहरण के लिए, जब आप थोड़ी सी रिसर्च करके एक से अधिक पॉलिसीओं की तुलना एक दूसरे के साथ करेंगे तो आपको ये पता चलेगा की आप कई बड़े और शानदार ऑफर से वंचित हैं, जिसके बाद आप अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी प्लान को बदलने के बारे में सोच सकेंगे। 

चलिए अब हम देखते हैं कि सालों तक किसी एक ही मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ रहने के क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं। 

*1988 के मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार आपके पास कम से कम एक थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस का होना अनिवार्य है।

वर्षों तक एक ही इंश्योरर के साथ रहने के क्या फायदे हैं?

जब आप एक इंश्योरेंस कंपनी के साथ लंबे समय तक रहते हैं तो आपको कुछ पुरस्कार मिल सकते हैं, और जितना अधिक समय आप उनके साथ बिताते हैं, उन पुरस्कारों की मात्रा भी बढ़ती चली जाती है।

एक ही इंश्योरेंस कंपनी के साथ लंबे समय तक रहने के फायदे निम्नलिखित है:

1. आपका आपके इंश्योरेंस प्रोवाइडर के साथ एक विश्वसनीय संबंध बनता है।

आपको आपके इंश्योरेंस प्रोवाइडर के साथ एक विश्वसनीय संबंध बनाने में बहुत समय लग सकता है। क्योंकि आपके इंश्योरेंस प्रोवाइडर ने आपको और आपके वाहन को सुरक्षित रखने के कई वर्षों का विश्वास जीता है, और फिर उसे दोबारा पाना मुश्किल हो सकता है।

जब आप किसी बुरी स्थिति में नहीं पड़ते हैं, जैसे कि आपका वाहन किसी भी जगह बंद हो जाता है, या, और बुरा होता है जब आप एक दुर्घटना में फंस जाते हैं और स्थिति गंभीर हो जाती है, ऐसी परिस्थिति में आप इस विश्वास का लाभ उठा पाएंगे।

एक लंबे समय तक आपकी कार के लिए इंश्योरेंस करने वाले इंश्योरेंस प्रोवाइडर को आपके ड्राइविंग आदतों और क्लेम हिस्ट्री के बारे में अधिक जानकारी होगा और वे पूरी स्थिति को बेहतर ढंग से समझ पाएंगे। 

2. डिडक्टिबल में कमी

बहुत सी इंश्योरेंस कंपनियां आपको बहुत सालों तक उनके साथ रहने के लिए इनाम देती हैं (खासकर कुछ क्लेम-फ्री वर्षों के बाद)। वे आपको आपके डिडक्टिबल पर डिस्काउंट प्रदान कर सकते हैं, या फिर उसे पूरी तरह से छोड़ भी सकते हैं। 

डिडक्टिबल वो राशि होती है जो आपको अपने इंश्योरेंस क्लेम की राशि को प्राप्त करने के लिए अपने इंश्योरेंस कंपनी को देने की आवश्यकता पड़ती है। 

डिडक्टेबल दो प्रकार होते हैं - कंपलसरी डिडक्टिबल और वोलंटरी डिडक्टिबल। लेकिन यहां हम केवल कंपलसरी डिडक्टिबल की बात कर रहे हैं, जिससे आपके प्रीमियम पर किसी प्रकार का प्रभाव नहीं पड़ता। हालांकि, यह बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि यदि आप एक दुर्घटना में फस जाते हैं, तो आपको क्लेम की राशि प्राप्त करने के लिए अपनी इंश्योरेंस कंपनी से क्लेम की राशि लेने के लिए किसी पभी प्रकार की फीस देने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

3. आप एक एक्सीडेंट फॉरगिवनेस विकल्प प्राप्त कर सकते हैं

ये एक ऐसा फायदा होता है, जो एक इंश्योरर अच्छी ड्राइविंग रिकॉर्ड रखने वाले लॉयल पॉलिसी होल्डर को देती है। मूल रूप से, आपकी इंश्योरेंस कंपनी आपकी पहली गलती से उत्पन्न हुई दुर्घटना को "माफ", या नज़रअंदाज़ करेगी।

तो क्यूंकि आपकी दुर्घटना कंपनी के रिकॉर्ड में लिस्ट नहीं की जाएगी, जिससे आपके इंश्योरेंस प्रीमियम को बढ़ने से रोका जा सकता है। यदि आप इंश्योरेंस कंपनियां बदलते हैं तो आप नो क्लेम बोनस की तरह, अपने एक्सीडेंट फोरगिवेनेस को किसी नए प्रोवाइडर को ट्रांसफर नहीं कर सकते हैं।

4. आप वास्तव में पैसे बचा सकते हैं

इन सभी फायदों को के बावजूद, अगर आपने अपने इंश्योरेंस प्रोवाइडर को बदलने का मन बना लिया है तो आपको उनके इंश्योरेंस पॉलिसी के हिडन चार्जेज का भुगतान भी करना पड़ सकता है, जिसमे आपके पैसे व्यर्थ में बर्बाद हो सकते हैं। 

एक नयी पॉलिसी के प्रीमियम के अलावा आपको कुछ और अन्य चीज़ें के लिए भी पे करना पड़ सकता है, जैसे पॉलिसी फीस और अन्य हिडन एक्सपेंसेस, जिसकी वजह से आपका इंश्योरेंस प्लान बदलना आपके लिए आपकी सोच से ज्यादा महंगा पड़ सकता है।

क्या किसी इंश्योरर के साथ वर्षों तक रहने के कुछ नुकसान हो सकते हैं?

कई बार अपने मौजूदा मोटर इंश्योरेंस का केवल रिन्यू करना आसान होता है लेकिन कभी-कभी यह जांचना भी अच्छा हो सकता है की आपके इंश्योरेंस प्लान के अलावा और कितने प्लान्स बाजार में मौजूद है जो आपको कुछ बेहतरीन फायदे दे सकते हैं जो आपके आपके मौजूदा इंश्योरेंस में नहीं मिल रहा। 

जैसा कि कहा जाता है, हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, तो चलिए अब हम एक ही इंश्योरेंस प्रोवाइडर के साथ लंबे समय तक रहने के नेगेटिव साइड पर भी एक नजर डालते हैं।

1. आप डिस्काउंट से वंचित रह सकते हैं

जब आप अपने मौजूदा इंश्योरेंस को रिन्यू करवाते हैं तो मूल रूप से आप अपने मौजूदा फायदों के साथ ही अटके रह जाते है। 

हालांकि, जब आप बाज़ार में मौजूद और अन्य विकल्पों के बारे का पता लगाएंगे, तो आप अपनी मौजूदा पॉलिसी, या उससे भी बेहतर पॉलिसी को कॉस्ट अफ्फेक्टिव मैनर में प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, बहुत से इंश्योरर अपने नए कस्टमर्स को बहुत से अच्छे ऑफर और डिस्काउंट देते हैं, जिसकी वजह से आपको और बेहतर इंश्योरेंस पॉलिसी को इस्तेमाल करने का भी मौका मिलेगा!

2. एक ही इंश्योरेंस कवरेज पर्याप्त नहीं हो सकती

हर साल जब आप अपने इंश्योरेंस को रिन्यू करवाते हैं, तो उस वक़्त आपको इंश्योरेंस के पॉलिसी डॉक्युमेंट्स पर ध्यान देना चाहिए, ताकि इस ये चेक कर सकें की आपके इंश्योरेंस पॉलिसी किन चीज़ों को कवर कर रही है, और किन्हें नहीं। इससे आप यह जानने में सक्षम को पाएंगे की ये इंश्योरेंस भविष्य में आपके लिए पर्याप्त होगा या नहीं। 

यह विशेष रूप से सत्य है अगर आपने अपनी ज़िन्दगी में कुछ बड़ा बदलाव किया है - उदाहरण के लिए, यदि आपने एक नई कार खरीदी है, या आप अपनी पुरानी बाइक को अपने बच्चों में से किसी एक को देना चाहते हैं। ऐसी समय में आपको अपने इंश्योरेंस की कवरेज को कैलकुलेट करना चाहें और इस बात पर ध्यान बनानी चाहिए, की अगर आप इंश्यूरर को बदलते हैं तो आपको फायदा होगा या नहीं।

3. आप अधिक सेवा लाभ ढूंढ सकते हैं

कुछ मामलों में, आप देख सकते हैं कि कोई अन्य इंश्योरेंस कंपनी बहुत बेहतर सेवा सर्विस बेनिफिट प्रदान करती है। उदाहरण के लिए, डिजिट के साथ, आपकी क्लेम प्रक्रिया पूरी तरह से पेपरलेस और डिजिटल होती है।

बहुत से पारंपरिक इंश्योरेंस कंपनियों में, इन प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए बहुत सारे पेपरवर्क की आवश्यकता हो सकती है, और शायद एक फिजिकल सर्वेक्षक की भी, जिस कारण आपका काफी समय व्यर्थ में बर्बाद हो सकता है।

4. आप कहीं और ऐड-ऑन की बड़ी रेंज को प्राप्त कर सकते हैं

आपकी वर्तमान इंश्योरेंस प्रदान वाली कंपनी आपको सभी संभव जोखिमों से बचाने के लिए रोड साइड असिस्टेंस कवर, पैसेंजर कवर और जीरो डेप्रिसिएशन कवर जैसे कई एड-ऑन कवर प्रदान कर सकती है।

हालांकि, अन्य इंश्योरेंस कंपनियों में आपको अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी में चुनने के लिए बहुत से अधिक अतिरिक्त कवर भी मिल सकते हैं। लेकिन ये ऐड-ऑन आपकी प्रीमियम की राशि बढ़ा सकते हैं, लेकिन वे आपकी वाहन के लिए अधिक बड़ी रेंज तक की सुरक्षा प्रदान करेंगे।

तो अब सवाल ये उठता है की, क्या अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए किसी एक कंपनी के भरोसे रहना ठीक हैं?

इसका जवाब दो शब्दों में देना मुश्किल है - यह पूरी आपकी स्थिति पर निर्भर करेगा! आपको अपनी मोटर इंश्योरेंस प्लान के फायदे और नुकसान की तुलना एक दूसरे से करनी पड़ेगी, ताकि आप समझ सकें की मौजूदा इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ रहना आपके लिए फायदेमंद है या नहीं। इसके बाद आपको अलग अलग इंश्योरेंस प्रोवाइडर के पॉलिसी से तुलना चाहिए, ऐसा करके आप इस बात को अच्छे से समझ पाएंगे की इश्योरेंस प्रोवाइडर को बदलना आपके लिए एक अच्छा निर्णय साबित हो सकता है या नहीं।

कुछ स्थितियाँ जब आप अपने इंश्योरर को बदलने के बारे में सोच सकते हैं:

  • अगर आप हाल ही में किसी नए शहर या राज्य में शिफ्ट हुए है

  • आपके वाहन के लिए जल्द ही एक नया ड्राइवर आने वाला है (शायद आप इसे अपने बच्चों को देना चाहते हैं?)

  • अगर आपको एक ऐसी इंश्योरेंस कंपनी मिली है जो कॉम्पिटिटिव कॉस्ट पर बेहतर लाभ प्रदान करती है

  • अगर आपकी इंश्योरेंस कंपनी ने प्रीमियम में वृद्धि की है

आपको अपनी इंश्योरेंस को नहीं बदलना चाहिए, अगर:

  • अगर आप अपनी वर्तमान कंपनी के लाभ से खुश हैं

  • अगर आपकी वर्तमान कंपनी में कस्टमर सर्विस और क्लेम सर्विस अच्छी हैं

  • अगर आप अपने डिस्काउंट को नहीं खोना चाहते हैं

सामान्य रूप से, आपको समझना चाहिए कि लॉयलिटी अक्सर ही रिवॉर्ड की जाती है, लेकिन अपनी इंश्योरेंस कंपनी को बदलना आपके लिए हर बार एक अच्छा निर्णय नहीं हो सकता।