हेल्थ इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदें

डिजिट हेल्थ इंश्योरेंस को चुनें

हेल्थकेयर भारत के उन अहम सेक्टर्स में से एक है जिनमें लगातार बदलाव हो रहे हैं। हेल्थकेयर में लागत भी लगातार बढ़ रही है। ऐसा इसलिए भी हुआ है, क्योंकि लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क हुए हैं, लेकिन वे पैसे भी अब ध्यान से खर्च करते हैं।

इसी वजह से लोग अब हेल्थ इंश्योरेंस का चुनाव कर रहे हैं। हालांकि, तकनीक और बढ़ती डिजिटल इकोनॉमी को शुक्रिया कहना चाहिए, जिसकी वजह से हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी अब सिर्फ गंभीर बीमारियों के अलावा भी बाकी बीमारियों को कवर कर रही है।

चाहे आपको बांझपन का इलाज कराना हो या डे-केयर प्रक्रिया की जरूरत हो या सालाना मेडिकल चेकअप की बारी आ गई हो, हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी बहुत सारे फायदों के लिए कवरेज देती है।

इसलिए यह जरूरी है कि सिर्फ ऐसे ही किसी मामूली हेल्थ इंश्योरेंस को न खरीदा जाए, बल्कि सबसे अच्छी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी ही खरीदी जाए। इसके साथ आपको किफायती प्रीमियम भी देना पड़े, इस तरह से हेल्थ के साथ पैसों की सुरक्षा भी हो जाएगी।

जरूरी जानकारी: जानें कि कोविड 19 हेल्थ इंश्योरेंस में क्या कवर होगा

भारत में हेल्थ इंश्योरेंस से जुड़े आंकड़े

विश्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की जनसंख्या अपनी आय का 10% और जनसंख्या के 3.9% लोग अपनी आय का 25% मेडिकल पर ही खर्च करते हैं।

डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि इस साल भारत में 1.16 मिलियन नए कैंसर के मरीज होंगे। इनमें 50% महिलाएं होंगी।

भारत में हार्ट अटैक के बाद सबसे ज्यादा मृत्यु फेफड़ों से जुड़ी पुरानी बीमारी (Chronic obstructive pulmonary disease) के चलते होती थी।

आपको भारत के सबसे अच्छे हेल्थ इंश्योरेंस प्लान को क्यों चुनना चाहिए?

सबसे अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस प्लान वह नहीं है जो सिर्फ हेल्थ और पैसों की सुरक्षा करे, बल्कि उसको खरीदना और क्लेम करना भी आसान होना चाहिए। इसके साथ यह प्लान आपके और आपके परिवार की जरूरतों के हिसाब से फायदे देने वाला भी होना चाहिए।

सबसे अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस आपको स्वास्थ्य से जुड़ी दिक्कतों से तो बचाएगा ही, साथ में आपको फाइनेंशियल सुरक्षा भी देगा।

सबसे अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस प्लान ऐसी फायदेमंद सर्विस देगा जिसके साथ आप अपनी हेल्थ को पूरी प्राथमिकता दे पाएंगे।

सबसे अच्छे हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि आपके क्लेम आसानी से सेटल हो जाएं, ताकि आपको क्लेम की चिंता न करनी पड़े!

महामारी की कवरेज - हम जानते हैं कि लोग कोरोना से डरे हुए हैं, इसलिए हमने कोरोना वायरस को भी कवर किया है!

डिजिट बनाम इंडस्ट्री एवरेज का हेल्थ इंश्योरेंस

महत्वपूर्ण फ़ीचर

डिजिट का हेल्थ इंश्योरेंस इंडस्ट्री एवरेज
खरीदने और क्लेम की प्रक्रिया आसान डिजिटल प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल नहीं
कोपेमेंट उम्र या ज़ोन आधारित कोपेमेंट नहीं कोपेमेंट शामिल
रूम रेंट कैपिंग रूम रेंट कैपिंग नहीं रूम रेंट की बाध्यता
क्यूमिलेटिव बोनस सालाना 50% क्यूमिलेटिव बोनस हर इंश्योरर का अलग अलग
कैशलेस अस्पताल पूरे भारत में 10500+ कैशलेस अस्पताल हर इंश्योरर का अलग अलग

हमारे हेल्थ इंश्योरेंस में क्या कवर किया जाता है?

कवरेज

डबल वॉलेट प्लान

इन्फ़िनिटी वॉलेट प्लान

वर्ल्ड वाइड ट्रीटमेंट प्लान

खास बातें

सभी प्रकार की अस्पताल में भर्ती - दुर्घटना, बीमारी, गंभीर बीमारी या कोविड होने पर।

इसमें बीमारी, दुर्घटना, गंभीर बीमारी या कोविड 19 महामारी जैसे किसी भी कारण से अस्पताल में भर्ती होने के खर्च का कवर मिलता है। जब तक इंश्योरेंस की राशि पूरी नहीं हो जाती, तब तक इसे कई बार अस्पताल में भर्ती होने पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

शुरुआती वेटिंग पीरियड

दुर्घटना के अलावा किसी भी तरह की बीमारी के उपचार के कवर के लिए आपको पॉलिसी लेने के पहले दिन से एक तय अवधि तक इंतजार करना होता है। इसे शुरुआती वेटिंग पीरियड कहते हैं।

वेलनेस प्रोग्राम

होम हेल्थकेयर, टेली कंसल्टेशन, योगा और माइंडफ़ुलनेस वगैरह कई खास वेलनेस बेनिफ़िट ऐप पर उपलब्ध हैं।

सम एश्योर्ड बैकअप

हम आपकी इंश्योरेंस की राशि की 100 % बैकअप इंश्योरेंस राशि देते हैं। इंश्योरेंस की राशि का बैकअप कैसे काम आता है? मान लीजिए कि आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी की राशि 5 लाख रुपए है। आप 50,000 रुपए का क्लेम करते हैं। ऐसे में डिजिट अपने आप ही वॉलेट बेनिफ़िट दे देता है। तो अब आपके पास 4.5 लाख + 5 लाख रुपए की इंश्योरेंस राशि उस वर्ष उपलब्ध होगी। हालांकि ऐसे मामले में, एक क्लेम की राशि इंश्योरेंस की मूल कीमत से ज्यादा यानि दिए गए उदाहरण में 5 लाख रुपए से ज्यादा नहीं हो सकती।

पॉलिसी की अवधि में एक बार संबंधित और असंबंधित बीमारी में उसी व्यक्ति को नो एक्ज्हॉशन क्लॉज में कवर किया जाता है।
पॉलिसी की अवधि में असीमित बहाली संबंधित और असंबंधित बीमारी में उसी व्यक्ति को नो एक्ज्हॉशन क्लॉज में कवर किया जाता है।

क्यूमिलेटिव बोनस
digit_special Digit Special

पॉलिसी वर्ष में क्लेम नहीं किया? आपको बोनस मिलता है- स्वस्थ्य और क्लेम मुक्त रहने के लिए आपकी इंश्योरेंस राशि में अतिरिक्त राशि शामिल की जाएगी।

हर क्लेम मुक्त वर्ष के लिए इंश्योरेंस की मूल राशि का 10% , सर्वाधिक 100%
हर क्लेम मुक्त वर्ष के लिए इंश्योरेंस की मूल राशि का 50%, सर्वाधिक 100%

कमरे के किराए की बाध्यता

अलग अलग श्रेणी के कमरे का किराया अलग अलग होता है। बिल्कुल वैसे ही जैसे होटल के कमरे में टेरिफ़ होता है। डिजिट में कमरे का किराया इंश्योरेंस राशि से कम होने पर किसी प्रकार की बाध्यता नहीं मिलती।

डे केयर प्रक्रिया

हेल्थ इंश्योरेंस में 24 घंटों से ज्यादा अस्पताल में भर्ती होने पर उपचार खर्च का कवर मिलता है। डे केयर प्रक्रिया में वह उपचार आते हैं जिनमें उन्नत तकनीक के कारण 24 घंटों से कम अवधि के लिए अस्पताल में भर्ती किया जाता है जैसे मोतियाबिंद, डायलेसिस वगैरह।

विश्व भर में कवरेज
digit_special Digit Special

विश्व भर में कवरेज प्राप्त करके विश्व का सबसे अच्छा उपचार करवाएं। अगर स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान भारत में आपका चिकित्सक आपकी किसी बीमारी का पता लगाते हैं, और आप उस बीमारी का उपचार विदेश में करवाना चाहते हैं, तो हम आपकी मदद करेंगे। आपको कवर किया जाएगा।

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स्वास्थ्य परीक्षण

हम आपके प्लान में बताई गई राशि तक स्वास्थ्य परीक्षण के खर्च का भुगतान करते हैं। जांच के प्रकार की कोई बाध्यता नहीं है। चाहें ईसीजी हो या थायरॉएड प्रोफ़ाइल। क्लेम लिमिट जानने के लिए पॉलिसी शेड्यूल को ध्यान से पढ़ें।

इंश्योरेंस की मूल राशि का 0.25%, हर दो वर्ष के बाद सर्वाधिक ₹1000 तक।
इंश्योरेंस की मूल राशि का 0.25%, हर वर्ष के बाद सर्वाधिक ₹1500 तक।

आकस्मिक एयर एंबुलेंस का खर्च

कभी ऐसी भी आकस्मिक परिस्थिति आ सकती है जिसमें जान जाने का खतरा हो और तुरंत ही अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत हो। हम इसे अच्छी तरह समझते हैं और हेलीकॉप्टर या हवाईजहाज से अस्पताल में भर्ती होने पर आपको खर्च का रिइम्बर्समेंट देते हैं।

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उम्र/ज़ोन आधारित को-पेमेंट
digit_special Digit Special

को-पेमेंट हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में साझा की जाने वाली राशि होती है जिसमें पॉलिसी धारक को स्वीकृत क्लेम की राशि के तय भाग का भुगतान अपनी जेब से करना होता है। इससे इंश्योरेंस की राशि कम नहीं हो जाती। यह भाग तमाम बातों पर निर्भर करता है जैसे उम्र, या कभी कभी उस ज़ोन में जहां आप उपचार करवा रहे हैं, इसे ज़ोन आधारित को-पेमेंट कहते हैं। हमारे प्लान में, किसी भी प्रकार का उम्र या ज़ोन आधारित को-पेमेंट नहीं देना पड़ता।

को-पेमेंट नहीं
को-पेमेंट नहीं

रोड एंबुलेंस खर्च

अस्पताल में भर्ती होने पर, रोड एंबुलेंस पर आए खर्च का रिइम्बर्समेंट प्राप्त करें।

इंश्योरेंस की मूल राशि का 1%, सर्वाधिक ₹10,000 तक
इंश्योरेंस की मूल राशि का 1%, सर्वाधिक ₹15,000 तक

अस्पताल में भर्ती के पहले और बाद में

इस कवर में अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्च शामिल हैं जैसे डायग्नोसिस, जांच और रिकवरी।

30/60 दिन
60/180 दिन

अन्य खास बातें

पहले से मौजूद बीमारी (पीईडी) के लिए वेटिंग पीरियड

किसी बीमारी से आप पहले से ग्रसित हैं और पॉलिसी लेते वक्त हमें उसका पता चल गया है और हमने उसे स्वीकार कर लिया है तो प्लान के अनुसार उसका वेटिंग पीरियड होता है और यह आपकी पॉलिसी शेड्यूल में उल्लेखित होता है।

3 वर्ष
3 वर्ष
3 वर्ष

खास बीमारी का वेटिंग पीरियड

यह वह अवधि है जिसमें आपको किसी खास बीमारी के होने पर, उसका क्लेम करने से पहले इंतजार करना होता है। डिजिट में यह अवधि 2 वर्ष है और पॉलिसी सक्रीय होने वाले दिन से शुरू हो जाती है। एक्सक्लूजन की पूरी सूचि के लिए, अपनी पॉलिसी वर्डिंग का स्टैंडर्ड एक्सक्लूजन (ईएक्ससीएल02) पढ़ें।

2 वर्ष
2 वर्ष
2 वर्ष

इनबिल्ट पर्सनल एक्सिडेंट कवर

पॉलिसी की अवधि के दौरान, दुर्घटना होने पर ऐसी चोट लगती है जो लंबे समय तक बनी रहती है और जो दुर्घटना होने से 12 महीनों के भीतर मृत्यु होने का सीधा और एकमात्र कारण है, तो पॉलिसी शेड्यूल में आपके प्लान और इस कवर के अंतर्गत हम आपको 100% इंश्योरेंस राशि का भुगतान करेंगे।

₹ 50,000
₹ 1,00,000
₹ 1,00,000

अंग दाता का खर्च
digit_special Digit Special

आपकी पॉलिसी में आपके अंग दाता को भी कवर किया जाएगा। डोनर के अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद की खर्च भी हम वहन करते हैं। अंग दान सबसे बड़ा उपकार है, और हम ने सोचा कि क्यों न हम भी उसका हिस्सा बनें।

घर पर भर्ती

कभी कभी अस्पतालों में भी बेड कम पड़ सकते हैं और मरीज की हालत खराब होने पर अस्पताल में भर्ती करवाने की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में हम वह खर्च भी वहन करते हैं जब आपको घर पर ही उपचार करवाना पड़े।

बेरिएट्रिक सर्जरी

मोटापा कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। हम इसे अच्छे से समझते हैं, और चिकित्सकीय तौर पर आवश्यक होने पर या चिकित्सक द्वारा सुझाई जाने पर कराई जाने वाले बेरिएट्रिक सर्जरी को कवर करते हैं। हालांकि, हम इसमें अस्पताल में भर्ती होने के खर्च को कवर नहीं करते हैं क्योंकि यह उपचार कॉस्मेटिक कारण से किया जाता है।

मनोरोग

ट्रॉमा के कारण, अगर सदस्य को मनोरोग के उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ जाता है, तो इस बेनिफिट के तहत उसे आईएनआर 1,00,000 तक कवर देते हैं। साइकाइट्रिक इलनेस कवर में वेटिंग पीरियड उतना ही है जितना स्पेसिफ़िक इलनेस कवर का वेटिंग पीरियड है।

कंज्यूमेबल कवर

अस्पताल में भर्ती होने के दौरान, पहले और बाद में, कई प्रकार के अन्य चिकित्सकीय उपचार और खर्च होते हैं जैसे वॉकिंग एड, क्रेप बैंडेज, बेल्ट वगैरह जिसके लिए आपको खर्च करना पड़ता है। यह कवर आपके इन सभी खर्चों का ख्याल रखता है या फिर इसे आपकी पॉलिसी से हटाया भी जा सकता है।

एडऑन के तौर पर उपलब्ध
एडऑन के तौर पर उपलब्ध
एडऑन के तौर पर उपलब्ध

क्या कवर नहीं होता है?

डिलीवरी के पहले और बाद के खर्च

अस्पताल में भर्ती न होने पर डिलीवरी के पहले और बाद के खर्च कवर नहीं होंगे।

पहले से मौजूद बीमारी

पहले से मौजूद बीमारी की स्थिति में जब तक प्रतीक्षा अवधि खत्म न हो जाए, उस बीमारी के लिए क्लेम नहीं किया जा सकता है।

डॉक्टर की सलाह के बिना अस्पताल में भर्ती होना

किसी भी स्थिति में आप अस्पताल में भर्ती होते हैं, लेकिन डॉक्टर के प्रिस्क्रिपशन पर यह सलाह नहीं दी गई है, तो भी आपको कवरेज नहीं मिलेगी।

क्लेम कैसे फ़ाइल करें?

रिइम्बर्समेंट क्लेम - अस्पताल में भर्ती होने के दो दिनों के अंदर हमें 1800-258-5956 पर फोन या healthclaims@godigit।com पर ईमेल करके जानकारी दें। हम आपको एक लिंक भेजेंगे, जहां आप रिइम्बर्समेंट पूरा करने के लिए हॉस्पिटल के बिल और दूसरे जरूरी डॉक्यूमेंट अपलोड कर सकेंगे।

कैशलेस क्लेम – नेटवर्क हॉस्पिटल का चुनाव करें। आपको यहां नेटवर्क हॉस्पिटल की पूरी लिस्ट मिल जाएगी। हॉस्पिटल हेल्पडेस्क पर ई-हेल्थ कार्ड दिखाएं और कैशलेस रिक्वेस्ट फॉर्म मांगे। सब ठीक रहने पर आपकी क्लेम प्रक्रिया जल्द पूरी हो जाएगी।

अगर आपने कोरोनावायरस के लिए क्लेम किया है, तो सुनिश्चित करें कि आपके पास आईसीएमआर-नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ़ वॉयरोलॉजी, पुणे के आधिकारिक सेंटर की पॉजिटिव टेस्ट रिपोर्ट जरूर होनी चाहिए।

भारत में सबसे अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस कैसे चुनें?

भारत में हेल्थ केयर सेक्टर लगातार बदल रहा है। स्वास्थ्य जीवन का सबसे जरूरी हिस्सा है और इसलिए सही इलाज सबसे जरूरी हो जाता है। यही बात हेल्थ इंश्योरेंस के मामले में भी सही साबित होती है। यह हमारे स्वास्थ्य की सुरक्षा करता है और मानसिक सुकून भी देता है।   

लेकिन लगातार बढ़ते कई विकल्पों में से अपने लिए सबसे अच्छे विकल्प का चुनाव कैसे करें? इस सवाल के जवाब के लिए नीचे टिप्स दिए गए हैं-

1. कवरेज की पूरी जानकरी : बहुत से लोग सिर्फ हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम की ही तुलना करते हैं। जबकि यह जानना जरूरी है कि हर हेल्थ इंश्योरेंस में खास कवरेज शामिल होती है। इसलिए, आप जरूर ही सारे कवर की तुलना और गणना कर लें। इसमें बारीक बातों पर भी ध्यान दें जिनके साथ आप अपने लिए सबसे अच्छी इंश्योरेंस पॉलिसी चुन पाएंगे।

2. प्रक्रियाओं की जांच करें : पारंपरिक तौर पर हेल्थ इंश्योरेंस को खरीदना और खास तौर पर क्लेम करना हमेशा से लंबी और कठिन प्रक्रिया रही है। हालांकि, कुछ चुने हुए हेल्थ इंश्योरेंस हैं जिनमें साधारण ऑनलाइन प्रक्रिया ही होती है। इसलिए, यह हमेशा देखें कि आपकी पसंद की इंश्योरेंस कंपनी क्या वादे कर रही है। उनका इंश्योरेंस ख़रीदने की प्रक्रिया क्या है? उसी के अनुसार अपना निर्णय लें।

3. सर्विस के फायदे : कवरेज से जुड़े फायदों के साथ इंश्योरेंस कंपनी अपने ग्राहकों को स्पेशल सर्विस के फायदे भी देती हैं। इसलिए, चुनाव करने से पहले अलग-अलग सर्विस के फायदे की गणना कर लें।

4. क्यूमुलेटिव बोनस : क्युमुलेटिव बोनस बीमा राशि का अतिरिक्त प्रतिशत होता है जो हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम करने पर रिन्युअल के समय मिलता है। अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनी अलग-अलग क्यूमुलेटिव बोनस देती है। इसलिए, सारे विकल्पों की तुलना करके अपने लिए सबसे अच्छी पॉलिसी चुनें।

5. को-पेमेंट : को-पेमेंट वह राशि होती है जो हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम के समय आपको अपनी जेब से देनी होती है। आम तौर पर हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में कम से कम 10 से 20% तक को-पेमेंट जुड़ा होता है। हालांकि, हमारे जैसे कुछ प्लान में आयु आधारित को-पेमेंट नहीं जुड़ा होता है। इसलिए, जो आपके हिसाब से सही हो उसी का चुनाव करें।

बच्चों की ओर से आसान स्वास्थ्य बीमा

हमारा मकसद इंश्योरेंस पॉलिसी को आसान बनाना है। इसलिए, अपने हेल्थ इंश्योरेंस प्रॉडक्ट डिजाइन करते हुए हम कई बच्चों के साथ बैठते हैं, ताकि हेल्थ इंश्योरेंस प्लान इतना आसान बने कि 15 साल का बच्चा भी इसे समझ सके। इंश्योरेंस को कभी इतना कठिन होना भी नहीं था! 🙂

भारत में सबसे अच्छी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या मेरा हेल्थ इंश्योरेंस पूरे भारत में वैध होगा?

हां, डिजिट हेल्थ इंश्योरेंस देश भर के शहरों में वैध है।

डिजिट के पास कितने नेटवर्क हॉस्पिटल हैं?

हमारे पास पूरे भारत में 6400 से ज्यादा कैशलेस हॉस्पिटल हैं।

अब कई सारी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी फिटनेस ट्रैकर की मदद से एक दिन में बताए कदम पूरे करने पर छूट या बोनस भी ऑफर करती हैं। क्या डिजिट हेल्थ इंश्योरेंस ऐसे फायदे भी देता है?

हां, हम नो क्लेम बोनस के साथ यह फायदा देते हैं। इसका मतलब है कि अगर आप पूरे साल फिट रहते हैं और क्लेम नहीं करते हैं, तो हम आपको नो क्लेम बोनस देते हैं। इसकी शुरुआत पहले क्लेम फ्री साल के 20% से होती है। बस आपको फिटनेस ट्रैकर से यह बात साबित नहीं करनी होती है। 😊

पहले से मौजूद बीमारी (pre-existing diseases) से आपका क्या मतलब है?

पहले से मौजूद बीमारी से मतलब उस बीमारी से है जिसका सामना आप हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने के पहले से कर रहे हैं। आईआरडीएआई (IRDAI) के मुताबिक, इसकी आधिकारिक परिभाषा है कि कोई भी चोट, रोग या इससे जुड़े लक्षण जो हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी कराने के 48 महीने पहले दिखने लगे थे।

हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम के मामले में डिजिट का क्लेम सेटलमेंट रेशियो क्या है?

हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम के लिए डिजिट का अभी का क्लेम सेटलमेंट रेशियो 93.37% 😊है।

सबसे अच्छे हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के लिए इंश्योर की गई कितनी रकम का चुनाव किया जाना चाहिए?

आदर्श इंश्योर की गई रकम इस बात पर निर्भर करती है कि आपके हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में कितने लोग कवर होते हैं। इसको जानने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप अपने परिवार की सालाना आय बताएं और उसके हिसाब से तय इंश्योर की गई रकम का चुनाव करें। इस तरह से इंश्योर की गई रकम जरूरत के हिसाब से भरपूर होगी। आप और आपका परिवार उसे वहन भी कर पाएंगे।

Web Link - https://www।godigit।com/health-insurance/best-health-insurance-policy-in-india