क्या आप अपनी पहली रॉयल इनफ़ील्ड बुलेट ख़रीदने जा रहे हैं? आप यह जानना चाहेंगे कि क्या इस बाइक में आज भी वही दम है जो 60 या 70 साल पहले हुआ करती थी?
तो चलिए, हम जानते हैं कि क्या आज भी रॉयल इनफ़ील्ड बंदूक की तरह काम कर सकती है अगर उसे इंश्योरेंस पॉलिसी से बेहतर सुरक्षा मिले और ऐसी पॉलिसी में आपको क्या फ़ायदे मिलते हैं।
एक ब्रांड के तौर पर, रॉयल इनफ़ील्ड एक सुप्रीम स्टेटमेंट है, क्योंकि यह दुनिया की सबसे पुरानी मोटरसाइकिल निर्माता है जो आज भी काम कर रही है। साल 1901 में कंपनी ने उत्पादन शुरू किया था, और इनका बुलेट मॉडल दुनिया का सबसे पुराना मॉडल है।
4 स्ट्रोक इंजन वाली यह बाइक अपनी दमदार डिज़ाइन के लिए जानी जाती है, इस मॉडल की शुरुआत 1931 में हुई थी। शुरुआत में बुलेट में 350 सीसी और 500 सीसी इंजन हुआ करता था, लेकिन बाद में साल 1933 में 250 सीसी वाला वैरिएंट भी बाज़ार में लाया गया। इसके सख्त रियर-एंड ने इसे हार्डटेल बना दिया, जिस कारण इसमें राइडर के लिए स्प्रिंग वाली गद्दी की ज़रूरत पड़ी। ब्रिटिश आर्मी ने 350 सीसी वैरिएंट को सेवा में लिया, जिसका उन्होंने दूसरे विश्वयुद्ध में भरपूर इस्तेमाल किया।
हालांकि, जैसा कहा जाता है - बड़ी ताकत के साथ बड़ी ज़िम्मेदारी भी आती है। इसलिए, यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी बाइक तमाम वित्तीय जिम्मेदारियों से पूरी तरह सुरक्षित है, आपको रॉयल इनफ़ील्ड बुलेट इंश्योरेंस पॉलिसी ज़रूर लेनी चाहिए।
इसके अलावा, मोटर व्हीकल एक्ट, 1988 के अंतर्गत, थर्ड पार्टी लायबिलिटी दोपहिया वाहन इंश्योरेंस पॉलिसी करवाना अनिवार्य है। अगर आप कोई भी होंडा वाहन बिना इंश्योरेंस के चलाते हैं, तो आप पर 2000 रुपए का जुर्माना लग सकता है और ऐसा बार-बार करने पर 4000 रुपए का जुर्माना लग सकता है।