ओपीडी कवर के साथ हेल्थ इंश्योरेंस

Zero Paperwork. Quick Process.

जरूरी नहीं है कि हर वक्त बीमार होने या चोट लगने पर अस्पताल में भर्ती हुआ ही जाए। इसके बिना भी अक्सर इलाज करवाया जा सकता है। हेल्थ केयर की दुनिया में इसे ओपीडी यानी ‘आउट पेशेंट डिपार्टमेंट’ कहते हैं।

इसलिए, ओपीडी कवर आपकी सेहत के हिसाब से ओपीडी में इलाज के दौरान होने वाले खर्चों का ध्यान रखता है।

किसी भी बीमारी या चोट लगने पर डॉक्टर की कंसल्टेशन हो या डेंटिस्ट के बताए रूट कनाल ट्रीटमेंट. सभी छोटी बड़ी स्वास्थ समस्याएं ओपीडी के तहत आती हैं।

 ओपीडी ट्रीटमेंट क्या है?

ओपीडी या आउट पेशेंट डिपार्टमेंट ट्रीटमेंट यानी वो उपचार या डायग्नोसिस जिसे किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रैक्टीशनर के क्लीनिक या मल्टीस्पेशेलिटी अस्पताल में डॉक्टर के कंसलटेशन रूम में करवाया जाता है।

एक जरूरी बात ये है कि ओपीडी ट्रीटमेंट में अस्पताल में भर्ती नहीं हुआ जाता। इसलिए इसमें हड्डी टूटने का ट्रीटमेंट, तमाम डेंटल ट्रीटमेंट और छोटी सर्जरी आदि शामिल होती हैं।

अधिक पढ़ें : आपको कोरोना वायरस हेल्थ इंश्योरेंस क्यों करवाना चाहिए?

मुझे ओपीडी कवर वाला हेल्थ इंश्योरेंस क्यों करवाना चाहिए?

अभी भी तय नहीं कर पा रहे? तो पढ़ें ...

भारत में ओपीडी खर्च कुल हेल्थ केयर खर्च का करीब 62 प्रतिशत है।(1)

सन् 2018 में लोगों के डॉक्टर को दिखाने या क्लिनिक जानें में 3.2 गुना तक बढ़ोतरी हुई जो सन् 2017 में 2.7 गुना थी।(2)

एक लोकल अध्ययन के मुताबिक, जिम और वर्कआउट इंजरी में घुटनों की चोट सबसे आम है।(3)

ओपीडी कवर के साथ वाले डिजिट हेल्थ केयर इंश्योरेंस में क्या खास है?

आसान ऑनलाइन प्रक्रिया : ओपीडी कवर वाले हेल्थ इंश्योरेंस को खरीदने से लेकर क्लेम तक की प्रक्रिया पेपर रहित, आसान और  तेज होती है। इसमें किसी भी तरह की हार्ड कॉपी की जरूरत नहीं पड़ती, यहां तक कि क्लेम के दौरान भी नहीं।

महामारी को कवर करता है : 2020 ने हमें ये तो सिखा ही दिया कि वक्त का कोई भरोसा नहीं है! चाहें कोविड-19 हो या कोई और वायरस, सभी तरह की महामारियां इसमें कवर की जाती हैं।

 

उम्र आधारित कोपेमेंट नहीं : हमारे हेल्थ इंश्योरेंस में उम्र आधारित कोपेमेंट नहीं है। इसका मतलब, क्लेम के दौरान आपको अपनी जेब से कुछ भी खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

कमरे की कीमत का बंधन नहीं : सबकी अपनी प्राथमिकताएं होती हैं और हम इसे अच्छे से समझते हैं। इसलिए हमारे पास रूम रेंट का बंधन नहीं है। आप अस्पताल में अपनी पसंद से कोई भी कमरा चुन सकते हैं।

 

क्यूमुलेटिव बोनस : स्वस्थ रहने का ईनाम! सालाना क्यूमुलेटिव बोनस प्राप्त करें।

किसी भी अस्पताल में उपचार कराएं : कैशलेस क्लेम या रिंबर्समेंट के लिए भारत में हमारे 10500+ नेटवर्क अस्पतालों में से कहीं भी इलाज करवाएं।

ओपीडी कवर वाले डिजिट हेल्थ इंश्योरेंस में क्या शामिल है?

स्मार्ट+ओपीडी
ओपीडी लाभ

प्रोफेशनल फीस

Fees for medically necessary consultations and examinations by medical practitioners to assess your health for any illness.

डाइग्नोस्टिक फीस

Medically necessary out-patient diagnostic procedures such as x-rays, pathology, brain and body scans (MRI, CT scans) etc... used to make a diagnosis for treatment from a diagnostic center.

सर्जरी वाले ट्रीटमेंट

Minor Surgical procedure such as POP, suturing, dressings for accidents and animal bite related outpatient procedures etc. carried out by a Medical Practitioner.

दवाओं के बिल

Medication drugs and medicines as prescribed by your medical practitioner.

दातों के ट्रीटमेंट

If your doctor recommends that you really need to get a specific dental treatment done, it will be covered under OPD.

हियरिंग एड्स

Hearing aids required for serious hearing conditions are covered.

अन्य लाभ

कोरोना वायरस या किसी भी कारण से अस्पताल में भर्ती होना

This covers for hospitalization expenses due to an Illness, Accident or even a Critical Illness. It can be used to cover for multiple hospitalizations, as long as the total expenses are up to your sum insured.

डे केयर प्रक्रिया

Health insurances generally cover medical expenses only for hospitalizations exceeding 24 hours. This covers for medical treatments undertaken in a hospital, requiring less than 24 hours due to technological advancement.

उम्र आधारित को-पेमेंट नहीं

A Copayment refers to the amount of money you need to pay from your pocket, during a health insurance claim. In our plans, there is no age based copayment involved!

रूम रेंट का बंधन नहीं

Different categories of rooms have different rents. Just like how hotel rooms have tarrifs. With Digit, some plans give you the benefit of having no room rent cap, as long as it is below your Sum Insured.

आईसीयू रूम रेंट का बंधन नहीं

ICU (Intensive Care Units) are meant for serious patients. The level of care is higher in ICUs, which is why the rent is higher too. Digit does not put any limit to the rent as long as it is below the your Sum Insured.

क्यूमुलेटिव बोनस

Get rewarded for every claim free year. If you do not make any claim in a year, some plans reward you with a discount in the next year. This extra discount is called Cumulative Bonus

10% CB for each claim free year (Up to 50%)

रोड एम्बुलेंस चार्ज

रोड एम्बुलेंस चार्ज

मुफ्त स्वास्थ की जांच

Annual health checkups are important to ensure you are aware of your overall health and well-being. This is a renewal benefit that allows you to reimburse your expenses towards any annual medical tests and checkups, at any hospital of your choice.

अस्पताल में भर्ती होने के बाद की राशि

This is a benefit you can use to cover all your medical expenses post hospitalization, at the time of discharge. No bills required. You can choose to either use this benefit or use the standard post-hospitalization benefit, through the process of reimbursement.

मनोरोग कवर

If due to a trauma, one has to be hospitalized for a psychiatric treatment, it will be covered under this benefit. However, OPD consultations are not covered under this.

मोटापा कम करने के लिए सर्जरी

This coverage is for those facing organ issues due to their obesity (BMI > 35). However, in case the obesity is due to eating disorders, hormones or any other treatable conditions, this surgery cost will not be covered.

अतिरिक्त कवर

न्यूबॉर्न (नवजात) बेबी कवर के साथ मैटरनिटी इंश्योरेंस

If you plan on having a baby in the next two years or so, you can opt for this. It covers for child-delivery (including medically necessary terminations), infertility expenses and coverage for the newborn baby up to its first 90 days.

जोन अपग्रेड

Every city falls either in Zone A, B or C. Zone A has Delhi and Mumbai. Zone B has cities like Bangalore, Hyderabad, Kolkatta. The zones are divided as per medical costs. Zone A cities have highest medical costs therefore the premium to get a treatment under health insurance in these cities is a bit higher. If you wish to get treated in a bigger city than where you live, you can upgrade your plan for the same.

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क्या कवर नहीं किया जाता?

ओपीडी कवर में चश्मे, कॉन्टैक्ट लेंस, फीजियोथेरेपी, कॉस्मेटिक प्रक्रियाएं, एम्बुलेट्री उपकरण जैसे वॉकर, बीपी मॉनीटर, ग्लूकोमीटर, थर्मोमीटर, डाएटीशियन फीस, विटामिन और सप्लीमेंट शामिल नहीं हैं।

क्लेम कैसे फाइल करें?

रिंबर्समेंट क्लेम - अस्पताल में भर्ती होने पर भर्ती होने के दो दिनों के अंदर हमसे 1800-258-4242 पर संपर्क करें या हमें healthclaims@godigit.com पर ईमेल भेजें। हम आपको वो लिंक भेजेंगे जिस पर आप अपने अस्पताल के बिल और सभी संबंधित डॉक्यूमेंट रिंबर्समेंट प्रक्रिया के लिए अपलोड कर सकेंगे।

कैशलेस क्लेम : नेटवर्क अस्पताल चुनें। अपको यहां नेटवर्क अस्पतालों की पूरी लिस्ट मिलेगी। अस्पताल की हेल्प डेस्क को अपना ई-हेल्थ कार्ड दिखाएं और उनसे कैशलेस आवेदन फॉर्म मांगे। अगर सब कुछ सही हुआ तो आपका क्लेम तुरंत आगे बढ़ाया जाएगा।

अगर आपने कोरोना वायरस के लिए क्लेम किया है तो आपके पास ICMR - नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉयरोलॉजी, पुणे के मान्यता प्राप्त सेंटर से पॉजिटिव टेस्ट रिपोर्ट होना जरूरी है।

ओपीडी कवर वाला हेल्थ इंश्योरेंस किसे खरीदना चाहिए?

ओपीडी कवर वाले हेल्थ इंश्योरेंस से संबंधित सवाल

वर्कआउट के दौरान आम तौर पर लगने वाली चोटें कौन सी हैं?

आप चाहें बिगिनर हों या फिर लंबे वक्त से वर्कआउट करते हों, कुछ सामान्य चोटें हैं जो वर्कआउट के दौरान ज्यादातर लोगों को लगती हैं : मांसपेशियां खिंच जाना, एड़ी में मोच, कंधों में चोट, घुटनों में चोट, पांव या पिंडलियों की चोट, कलाई में मोच या कलाई का डिसलोकेट होना। इन सभी परिस्थितियों में अस्पताल में भर्ती होना जरूरी नहीं है लेकिन इसमें डॉक्टर से इलाज करवाना जरूरी होता है।

मैं फिटनेस का शौकीन नहीं हूं, क्या मैं ओपीडी कवर वाला हेल्थ इंश्योरेंस करवा सकता हूं?

हां, फिटनेस उत्साही लोगों के लिए ओपीडी कवर वाला हेल्थ इंश्योरेंस बेहद काम का है लेकिन इसकी जरूरत हर किसी को पड़ सकती है।

ओपीडी और डे केयर प्रक्रिया में क्या अंतर है?

ओपीडी और डे केयर प्रक्रिया में अस्पताल में भर्ती होने का अंतर है।

ओपीडी में वो सभी उपचार और डॉक्टर की कंसल्टेशन शामिल हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती हुए बिना किया जाता है वहीं डे-केयर प्रक्रिया में वो छोटी सर्जरी या उपचार शामिल हैं जिनमें मरीज 24 घंटों से कम समय के लिए अस्पताल में भर्ती होता है।

क्या मैं केवल ओपीडी इंश्योरेंस करवा सकता हूं?

ये आपके हेल्थ इंश्योरर पर निर्भर करता है। डिजिट में आपको स्मार्ट हेल्थ इंश्योरेंस के साथ ये लाभ मिलता है क्योंकि इससे लोगों को ज्यादा फायदा होता है। यहां आपको न केवल छोटे उपचारों और डॉक्टर कंसल्टेशन के लिए कवर किया जाता है बल्कि आपको गंभीर समस्याओं जैसे एक्सिडेंट या बड़ी बीमारियों पर भी कवरेज मिलता है।

क्या मुझे ओपीडी कवर वाले हेल्थ इंश्योरेंस में टैक्स में छूट मिलती है?

हां, ओपीडी कवर वाले हेल्थ इंश्योरेंस में भी आपको टैक्स में छूट मिलती है।

मैं अपना ओपीडी कवर कहां इस्तेमाल कर सकता हूं, उदाहरण दें?

सोचिए अगर आप एक महान फील्डर हों, फिर भी एक बॉल आपके अंगूठे में चोट कर जाती है और आपको उसका उपचार करवाना पड़ता है।

या फिर आपके वर्कआउट के कारण आपकी पीठ में दर्द शुरू हो जाए। भले ही इसमें आपको अस्पताल में भर्ती न होना पड़े (हम प्रार्थना करते हैं कि आपके साथ ऐसा न ही हो) लेकिन आपको डॉक्टर से इलाज करवाने की जरूरत पड़े।

जैसे, पैर की हड्डी टूटने पर चोट की गंभीरता के हिसाब से, 5000 से 50,000 रुपए तक का खर्च आ सकता है।