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उच्च सुरक्षा वाला नंबर प्लेट (एचएसआरपी) क्या है?

हाल ही में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) और दिल्ली परिवहन विभाग ने अप्रैल 2019 से पहले बेचे गए सभी वाहनों के लिए कलर-कोडेड प्लेट के साथ एक उच्च सुरक्षा वाला रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगाना अनिवार्य कर दिया था।

एचएसआरपी नंबर प्लेट नहीं लगवाने 5,000 से लेकर 10,000 रुपये तक का जुर्माना भरना होगा। इस पोस्ट में, हम आपको एचएसआरपी के बारे में सभी ज़रूरी जानकारी देंगे।

एचएसआरपी क्या है?

उच्च सुरक्षा वाले नंबर प्लेट, एल्यूमीनियम से बने नंबर प्लेट होते हैं और इसे कम से कम दो ऐसे स्नैप-ऑन लॉक की मदद से फ़िक्स किया जाता है जिनका दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। प्लेट में ऊपरी बाएं कोने पर नीले रंग में अशोक चक्र का हॉट-स्टैंप्ड क्रोमियम-आधारित 20 मिमी X 20 मिमी का होलोग्राम है। इस प्लेट के निचले बाएं कोने पर, 10 अंकों की स्थायी पहचान संख्या (पिन) लेजर ब्रैंड की हुई होती है। 

एचएसआरपी में अंकों और अक्षरों पर एक हॉट-स्टैंप वाली फिल्म भी होती है, जिसमें 45 डिग्री के कोण पर 'INDIA' लिखा होता है। हॉट-स्टैम्प वाली फिल्म के साथ लिखे गए वर्ण और संख्या, राज्य कोड, जिला या आरटीओ कोड और कार की यूनिक अल्फा-न्यूमेरिक पहचान संख्या को दर्शाते हैं। यह प्लेट उस वाहन से भी इलेक्ट्रॉनिक रूप से जुड़ी होती है जहां इसे इंस्टॉल किया जाता है।

एचएसआरपी की जरूरत किसे होती है?

अब तक आप जान गए होंगे कि वाहनों के लिए एचएसआरपी क्या है। अब आपको यह समझना चाहिए कि किसे इसकी आवश्यकता होती है। सभी वाहन मालिकों को जुलाई 2022 से पहले एचएसआरपी लगा लेना चाहिए। 2019 के बाद बिकने वाली नंबर प्लेट में पहले से ही एचएसआरपी लगी होती है, इसलिए जिन लोगों ने 2019 से पहले नंबर प्लेट खरीदी है, उन्हें इसे बदलने की जरूरत है।

एचएसआरपी नंबर प्लेट के क्या फायदे हैं?

एचएसआरपी लेना अनिवार्य है। इस अनिवार्यता को ध्यान में रखते हुए, यहां एचएसआरपी नंबर प्लेट के फ़ायदे बता गए हैं-

  • अप्रैल 2019 से पहले उपलब्ध नंबर प्लेट के साथ छेड़छाड़ करना आसान था और इसे आसानी से हटाया और बदला जा सकता था। इससे चोरी के मामलों में बढ़ोतरी हुई। चोर चोरी करने के बाद लगाए गए रजिस्ट्रेशन नंबर को बदल देते हैं, जिससे अधिकारियों के लिए वाहन को ट्रैक करना लगभग असंभव हो जाता है। एचएसआरपी नंबर प्लेट एक नॉन-रिमूवेबल स्नैप-ऑन लॉक के साथ आता है जिसे दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता और इसे बदला भी नहीं जा सकता है।

  • एचएसआरपी रजिस्टर किए गए चुनिंदा ऑटोमोबाइल डीलरों और निजी विक्रेताओं द्वारा इंस्टॉल किए जाते हैं जिन्हें राज्य के अधिकारियों द्वारा अनुमोदित किया जाता है। ये प्लेट तभी जारी की जाती हैं जब कोई वाहन मालिक इंजन नंबर, चेसिस नंबर आदि जैसी जानकारी देता है। इन अधिकृत नंबर प्लेट को इस्टॉल करने से इन उच्च सुरक्षा वाले रजिस्ट्रेशन प्लेटों के नकली होने की संभावना असंभव हो जाती है।

  • एचएसआरपी पाने से कार के विवरण, जैसे कि इंजन नंबर, चेसिस नंबर वैगरह के बारे में अहम जानकारी एकत्र करने में मदद मिलती है और इसे एक केंद्रीय डेटाबेस में स्टोर किया जाता है। आपके वाहन के पिन के साथ-साथ इस जानकारी से अधिकारियों को आपके वाहन को आसानी से ट्रैक करने में मदद करती है।

  • पहले लगाए गए नंबर प्लेट, वाहन मालिकों द्वारा अपनी पसंद के हिसाब से तय किए गए अलग-अलग फोंट और शैलियों के साथ आते थे। इससे ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के लिए वाहन के रजसिट्रेशन नंबर को पढ़ना मुश्किल हो जाता था। खासकर तब, जब वह चल रहा हो। एचएसआरपी के साथ, पंजीकरण प्लेटों में एक तरह के ही फोंट और स्टाइल होंगे, जिससे उन्हें आसानी से समझने में मदद मिल सके।

उच्च सुरक्षा वाले नंबर प्लेट के लिए कैसे आवेदन करें

दिल्ली और उत्तर प्रदेश में वाहन मालिक, सरकार द्वारा अधिकृत पोर्टल bookmyhsrp.com के ज़रिए एचएसआरपी खरीद सकते हैं। आप इन नंबर प्लेट्स को आरटीओ और अधिकृत ऑटोमोबाइल डीलर्स से ऑफलाइन भी खरीद सकते हैं।

उच्च सुरक्षा वाले नंबर प्लेट के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के चरण

अगर आप सोच रहे हैं कि उच्च सुरक्षा वाले नंबर प्लेट के लिए ऑनलाइन कैसे आवेदन करें, तो इसके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया निम्नलिखित है -  

चरण 1: सरकार द्वारा अधिकृत पंजीकरण पोर्टल bookmyhsrp.com पर जाएं 

चरण 2: सभी आवश्यक विवरण, जैसे कि वाहन नंबर, चेसिस नंबर, इंजन नंबर, पता, संपर्क नंबर, ईंधन प्रकार आदि भरें। 

चरण 3: यदि वाहन निजी उपयोग के लिए है, तो स्क्रीन पर दिखाए गए वाहन की श्रेणी के तहत 'गैर-परिवहन' विकल्प पर क्लिक करें।

चरण 4: इस फॉर्म को जमा करें और आपको अपने रजिस्टर मोबाइल नंबर पर एक उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड मिलेगा।

चरण 5: भुगतान करने के लिए दिए गए उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड का उपयोग करके लॉगिन करें। एक भुगतान रसीद जनरेट हो जाएगी।

चरण 6: जैसे ही आपके वाहन का एचएसआरपी नंबर तैयार हो जाएगा, आपको अपने रजिस्टर मोबाइल नंबर पर इसके बारे में एक सूचना प्राप्त होगी।

एचएसआरपी शुल्क

केंद्र सरकार ने अभी तक एचएसआरपी नंबर प्लेट की कीमत को कैप नहीं किया है। इसका मतलब है कि एचएसआरपी नंबर प्लेट की कीमत अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग हो सकती है। हालांकि, औसतन दोपहिया वाहनों के लिए उच्च सुरक्षा वाले नंबर प्लेट का शुल्क लगभग रु 400 है, जो श्रेणी के हिसाब से चौपहिया वाहनों के लिए रु.1,100 से अधिक हो सकता है। कलर-कोडेड स्टिकर लेना अनिवार्य है और इसके लिए आपको 100 रुपये खर्च करने होंगे। उच्च सुरक्षा वाले नंबर प्लेट की कीमत जानना बेहद जरूरी है।

उच्च सुरक्षा वाले नंबर प्लेट की कीमत के अलावा, आपको यह भी आकलन करना चाहिए कि ये मानक प्लेट से कैसे अलग हैं।

एचएसआरपी और सामान्य नंबर प्लेट में क्या अंतर है?

इसके अलावा, एचएसआरपी नंबर प्लेट की कई खासियतें होती हैं जो एक सामान्य नंबर प्लेट में नहीं होतीं-

  • एचएसआरपी पूरी तरह एल्युमीनियम से बना है और इसमें दो ऐसे सुरक्षा लॉक लगे होते हैं जिनका दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। साथ ही इससे छेड़छाड़ भी नहीं की जा सकती। इसका मतलब यह है कि एक बार अगर यह लॉक टूट जाए, तो आप नंबर प्लेट को दोबारा नहीं लगा सकते हैं और केवल अधिकृत रिटेलर से ही आपको यह नया खरीदना होगा। 

  • नंबर प्लेट में बाईं ओर क्रोमियम-आधारित अशोक चक्र लगा होता है।

  • पिन लेजर एनकोडेड है इसलिए इसे आसानी से स्कैन किया जा सकता है और इसे टैम्पर प्रूफ भी बनाया जाता है। 

  • पुराने नंबर प्लेट के उलट, इसमें फोंट और स्टाइल एक जैसे होते हैं।

  • ईंधन के प्रकार को दर्शाने के लिए एचएसआरपी को कलर-कोडेड स्टिकर के साथ भी जोड़ा जाना है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या मैं मध्य प्रदेश से ऑनलाइन आवेदन कर सकता हूं?

एचएसआरपी ऑनलाइन पंजीकरण केवल उत्तर प्रदेश और दिल्ली राज्यों में उपलब्ध है। यदि आप इन दो राज्यों से नहीं हैं, तो आप अपना एचएसआरपी नंबर प्लेट पाने के लिए अपने आरटीओ पर जा सकते हैं।

एचएसआरपी न लगवाने पर कितना जुर्माना है?

एचएसआरपी न होने पर, आपसे 5,000 से लेकर 10,000 रुपये तक का ज़ुर्माना वसूला जा सकता है।

अपनी बाइक की नई नंबर प्लेट लेने के लिए मुझे कितना भुगतान करना होगा?

आपको नए नंबर प्लेट के लिए 500 रुपये देना होगा। इसमें 400 रुपये एचएसआरपी के लिए और 100 रुपये कलर-कोडिंग के लिए है।