महाराष्ट्र की राज्य सरकार ने 2019 के मोटर वाहन अधिनियम के बाद नया ट्रैफ़िक चालान लागू किया। विचार विमर्श के बाद, दिसंबर 2019 से नए बदलाव महाराष्ट्र के अलग अलग हिस्सों में लागू किए गए।
महाराष्ट्र उन राज्यों में से था जिसने पूरे मामले का संज्ञान लेने के बाद नए आए ट्रैफ़िक चालान को अक्षम बताया। गुजरात, केरल, कर्नाटक जैसे कई राज्यों के साथ इस राज्य ने भी वाहन मालिक और चालक के हितों का हवाला देते हुए संशोधित चालान को रोक दिया था।
लेकिन, कुछ समय तक चालान को लागू न होने देने के बाद, महाराष्ट्र ट्रैफ़िक चालान को संशोधित अधिनियम द्वारा निर्धारित नई दरों के हिसाब से बदला गया।
क्या महाराष्ट्र में ट्रैफ़िक चालान घटाए गए है?
नए ट्रैफ़िक चालान से महाराष्ट्र के कुछ ट्रैफ़िक चालान में कमी आई है। उदाहरण के तौर पर, बिना वैध लाइसेंस के दोपहिया या चार पहिया वाहन चलाने पर अब ₹ 5,000 की जगह केवल ₹ 1,000 या ₹ 2,000 का चालान ही भरना पड़ेगा। इसी प्रकार, इमरजेंसी वाहन का रास्ता रोकने पर पहले ₹ 10,000 का चालान कटता था जो अब केवल ₹ 1,000 रह गया है।
हालांकि महाराष्ट्र में नए ट्रैफ़िक चालान में कुछ तेजी भी आई है। उदाहरण के तौर पर, गति सीमा से ज्यादा तेज गाड़ी चलाने पर ₹ 4,000 तक चालान बढ़ गया। इसके अलावा, अवयस्क होने पर गाड़ी चलाने पर पहले लगने वाला ₹ 500 का चालान अब बढ़कर ₹ 5000 का हो गया है। इसलिए, चालान के बढ़ने की भी संभावना है।
नागरिक के तौर पर ध्यान देने वाली जरूरी बातें
महाराष्ट्र के नागरिक के तौर पर, महाराष्ट्र में गाड़ी चलाते समय आपको कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। उदाहरण के तौर पर, आपको ट्रैफ़िक के नियम और सिगनल के प्रति जागरूक होना चाहिए, और गाड़ी चलाते समय इसे तोड़ने से बचना चाहिए। साथ ही, आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि कहीं आपका वाहन हवा या ध्वनी प्रदूषण तो नहीं कर रहा।
इसके अलावा, आपको यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके पास कार से संबंधित सभी दस्तावेज हैं या नहीं, जैसे लाइसेंस और इंश्योरेंस प्रमाणपत्र। इससे आप ट्रैफ़िक अधिकारियों द्वारा की जाने वाली कार्यवाही या चालान से बच सकते हैं।