हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी

Zero Paperwork. Quick Process.

भारत में पोर्ट हेल्थ इंश्योरेंस: फायदे और कैसे ट्रांसफर करें

हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी क्या है?

हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी एक प्रक्रिया है जिसमें आप अपनी मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को अपनी पसंद के किसी अन्य इंश्योरेंस प्रोवाइडर को ट्रांसफ़र कर सकते हैं, जैसे कि आप एक दूरसंचार सेवा प्रोवाइडर से दूसरे पर स्विच कर सकते हैं!

यह सिर्फ इंश्योरर बदलना नहीं है। हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी की खास बात यह है कि इसमें आप न सिर्फ एक बेहतर योजना में ट्रांसफर करते हैं, बल्कि इंश्योरेंस लेने के बाद लागू होने वाला इंतजार का समय और नो क्लेम बोनस भी ट्रांसफर होता है। इसलिए, आपको अपनी इंतजार का समय  शुरू होने का इंतजार करने की जरूरत नहीं है और न ही आपको अपना बोनस खोना पड़ेगा !

अपनी हेल्थ इन्शुरन्स पॉलिसी को डिजिट में पोर्ट क्यों करें?

साधारण ऑनलाइन प्रक्रिया  - हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से लेकर क्लेम करने तक की प्रक्रिया पेपरलेस, आसान, जल्द और बिना किसी परेशानी के होती है! क्लेम के लिए भी कोई हार्ड कॉपी नहीं!

आयु-आधारित या जोन-आधारित को-पेमेंट नहीं  - हमारा हेल्थ इंश्योरेंस आयु-आधारित या जोन-आधारित कोपेमेंट के बिना आता है। इसका मतलब है, हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम के दौरान आपको अपनी जेब से कुछ भी भुगतान नहीं करना होगा।

नो रूम रेंट कैपिंग - हम समझते हैं कि सबकी अपनी अलग प्राथमिकताएं होती हैं। इसलिए हमारे  पास कमरे के किराए पर कोई प्रतिबंध नहीं है। अपनी पसंद से कोई भी हॉस्पिटल रूम चुन जा सकता है।

एसआई वॉलेट के फायदे - अगर आपने पॉलिसी अवधि  के दौरान सम इंश्योर्ड इस्तेमाल कर लिया है तो हम आपके लिए इसे रिफिल कर देंगे।

किसी भी अस्पताल में इलाज कराएं - कैशलेस इलाज के लिए भारत में हमारे 16400+ नेटवर्क हॉस्पिटल में से चुनें या रिम्बर्समेंट का चुनाव करें।

वेलनेस बेनिफिट – टॉप-रेटेड हेल्थ और वेलनेस पार्टनर के कोलेबरेशन में डिजिट ऐप पर खास वेलनेस बेनिफिट पाएं।

हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को डिजिट में पोर्ट करने की प्रक्रिया क्या है?

  • पहला कदम: ऊपर लिखे 'पोर्ट टू डिजिट हेल्थ' पर क्लिक करें।
  • दूसरा कदम: अपना नाम और मोबाइल नंबर ऑनलाइन डालें।
  • तीसरा कदम: बाकी हम पर छोड़ दें! हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपसे 48 घंटों के अंदर संपर्क करेंगे और आपके हेल्थ इंश्योरेंस को सफलतापूर्वक पोर्ट करने में आपकी सहायता करेंगे।

हेल्थ इंश्योरेंस को डिजिट पर पोर्ट करने के लिए जरूरी दस्तावेज

  • आपके मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस प्रोवाइडर से मिला आपकी मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के शेड्यूल का दस्तावेज, जिसे आप पोर्ट करना चाहते हैं।
  • आपका पहचान-पत्र 
  • बाकी जानकारी, जैसे कि आपकी मेडिकल डिटेल और क्लेम हिस्ट्री आपसे कॉल पर ली जाएगी।

आप अपनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में क्या-क्या पोर्ट कर सकते हैं?

सभी मौजूदा इंश्योर्ड मेंबर

इंश्योर की गई मौजूदा रकम

जमा हुआ आपका क्यूम्यलेटिव बोनस

पहले से मौजूद बीमारी के लिए इंतजार का समय

किसी खास बीमारी के लिए इंतजार का समय

मैटरनिटी से जुड़े फायदों के लिए इंतजार का समय (अगर चुना गया है)

हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को पोर्ट करने के लिए पॉलिसीहोल्डर (यानी आप!) के अधिकार

आईआरडीएआई (IRDAI) के मुताबिक, हर पॉलिसीहोल्डर को अपनी पॉलिसी (निजी और पारिवारिक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पर लागू) को एक सामान्य या विशेष हेल्थ इंश्योरेंस प्रोवाइडर से दूसरे में पोर्ट करने का अधिकार है।

आईआरडीएआई के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, नया हेल्थ इंश्योरेंस प्रोवाइडर पॉलिसीहोल्डर को कम से कम पहले से इंश्योर की गई रकम देने के लिए जिम्मेदार है।

सबसे जरूरी बात यह है कि नया हेल्थ इंश्योरेंस प्रोवाइडर अपने पॉलिसीहोल्डर को वह फायदे देने के लिए जिम्मेदार है जिनके लिए इंतजार का समय पूरा हो चुका है। इसका मतलब है कि हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी में व्यक्ति के पास जमा हुए नो क्लेम बोनस और इंतजार के समय को भी ट्रांसफर करने की सुविधा है।

यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी नए और पुराने इंश्योरर की है कि संबंधित हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को आईआरडीएआई के दिशा-निर्देशों के मुताबिक सफलतापूर्वक ट्रांसफर कर दिया गया है।

आईआरडीएआई द्वारा निर्धारित हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी के नियम - आसानी से समझें

पॉलिसी के प्रकार पर

आप अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी को सिर्फ उसी प्रकार की पॉलिसी में पोर्ट कर सकते हैं। इसका मतलब है कि दूसरी कंपनी  में स्विच करते समय, आप कवरेज, प्लान या पॉलिसी के प्रकार को पूरी तरह से नहीं बदल सकते।

इंश्योरेंस कंपनी पर

इंश्योरेंस कंपनियों को आम तौर पर या तो लाइफ़ इंश्योरेंस या सामान्य इंश्योरेंस कंपनियों के रूप में देखा जाता है। जब आप पोर्ट करते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप एक समान प्रकार की कंपनी में पोर्ट करें। डिजिट एक सामान्य इंश्योरेंस कंपनी है।

अंतराल पर

अगर आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस को पोर्ट करना चाहते हैं, तो आपको रिन्यूअल के दौरान इसे पोर्ट करना होगा। आप बीच में पॉलिसी की अवधि समाप्त नहीं कर सकते, क्योंकि इससे पोर्ट का प्रस्ताव खारिज हो सकता है।

अपनी इंश्योरेंस कंपनी को सूचित करने पर

जब भी आप अपनी पॉलिसी को पोर्ट करने की योजना बनाएं, तो अपनी वर्तमान इंश्योरेंस कंपनी को अवश्य सूचित करें। यह लिखित रूप में किया जाना चाहिए, वह भी पॉलिसी रिन्यू होने से कम से कम 45 दिन पहले।

आपकी मौजूदा इंश्योरेंस कंपनी से प्रतिक्रिया पर

जब आप अपनी मौजूदा इंश्योरेंस कंपनी को सूचित कर देते हैं, तो उनके पास आपके हेल्थ इंश्योरेंस को पोर्ट करने के लिए तीन दिन का समय होता है।

पोर्टिंग शुल्क चार्ज करने पर

आईआरडीएआई के नियमों के मुताबिक, कोई भी इंश्योरेस कंपनी (न ही आपकी वर्तमान इंश्योरेंस कंपनी और न ही नई कंपनी जिसमें आप पोर्ट करना चाहते हैं) आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को पोर्ट करने की प्रक्रिया की फीस ले सकती है।

प्रीमियम में बदलाव पर

हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम का निर्धारण एक इंश्योरेंस कंपनी अलग-अलग कारकों के आधार पर करती है, क्योंकि हर इंश्योरर की सर्विस के फायदे में कुछ खास होता है। ऐसा हो सकता है कि आपके नए इंश्योरर के प्रीमियम में बदलाव हो जाए, भले ही आपने समान पॉलिसी चुनी हो।

ग्रेस पीरियड पर

जब आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी प्रोसेस में होती है, तो आपको अतिरिक्त ग्रेस पीरियड मिलता है यानी आपकी पुरानी पॉलिसी के एक्टिव होने के समय के आधार पर आपका हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम लिया जाएगा।

आपकी इंश्योरेंस राशि और कवरेज की लिमिट पर

पॉलिसी को पोर्ट करते समय आपके पास इंश्योर की गई रकम को बढ़ाने का विकल्प होता है। हालांकि, आपके नए हेल्थ इंश्योरेंस प्रोवाइडर द्वारा इसकी अनुमति मिलनी जरूरी है।

वेटिंग पीरियड पर

आम तौर पर, पॉलिसी को पोर्ट करते समय इंतजार के समय पर कोई असर नहीं पड़ता, अगर आपने नया कवरेज ऐसा न चुना हो जिसका आपके पिछले इंश्योरर की तुलना में इंतजार का समय अलग हो। उदाहरण के लिए, कुछ खास बीमारियों या पहले से मौजूद बीमारियों के लिए आपके इंतजार के समय पर असर नहीं पड़ सकता, क्योंकि वे ज्यादातर हेल्थ इंश्योरेंस योजनाओं का हिस्सा होते हैं। हालांकि, अगर आपने पोर्टिंग के दौरान मैटरनिटी कवर का विकल्प चुना है, तो आपको नए इंश्योरर के साथ इंतजार का समय पूरा करना होगा।

आपको अपनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी कब पोर्ट करनी चाहिए?

जब आप अपने मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी से नाखुश हों

अगर आप अपने वर्तमान  हेल्थ इंश्योरेंस प्रोवाइडर के काम करने के तरीके से खुश नहीं हैं, तब आप पोर्ट कर सकते हैं। यह उसकी सर्विस, बुरा अनुभव, सालाना प्रीमियम की कीमत या सिर्फ इस कारण से हो सकता है कि यह प्लान आपके स्वास्थ्य से जुड़ी जरूरतों के लिए सही नहीं है।

ऐसे मामले में, जब रिन्यूअल का समय हो (अपनी वर्तमान स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी की एक्सपायरी से कम से कम 45 दिन पहले) तो आप विकल्प देख सकते हैं और अपनी  हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को उस प्लान और इंश्योरर को पोर्ट कर सकते हैं जो आपकी अपेक्षाओं के हिसाब से सही हो।

जब कोई बेहतर प्लान मिले!

ऐसी स्थिति हो सकती हैं जहां आपका मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस प्रोवाइडर बहुत अच्छा है, लेकिन फिर भी आपको अच्छे फायदे ऑफर नहीं कर रहा है। उदाहरण के लिए, आप अपने माता-पिता के लिए आयुष से जुड़े फायदे या अपने लिए मैटरनिटी कवर की तलाश में हैं, लेकिन आपका मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस यह कवर नहीं देता है।

ऐसे मामले में, कम से कम तीन इंश्योरर से मिलने वाले फायदे देखें और फिर अपनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को उस प्रोवाइडर को पोर्ट करें जिस पर आपको भरोसा हो।

यह सुनिश्चित करें कि आप अपनी मौजूदा पॉलिसी की एक्सपायरी से 45 दिन पहले इस प्रक्रिया को शुरू कर दें, ताकि पोर्टेबिलिटी प्रक्रिया समय पर पूरी हो सके।

जब आप ऐसे हेल्थ इंश्योरेंस में बदलाव करना चाहते हैं जो डिजिटल ना हो

अगर आपके पास लंबे समय से हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है, तो यह संभावना है कि आपका मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस प्रोवाइडर डिजिटल-फ़्रेंडली न हो और अभी भी आपको लंबी प्रक्रिया में जाना पड़ सकता है जिसमें बहुत समय लगता है।

ऐसे में, अपने हेल्थ इंश्योरेंस को डिजिटल हेल्थ इंश्योरेंस में पोर्ट करें, ताकि आपको फिर से उन्हीं परेशानियों का सामना न करना पड़े।

अपना हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट करने से पहले जानने योग्य 3 बातें

1. अपनी मौजूदा पॉलिसी के खत्म होने की तारीख का ध्यान रखें !

हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टिंग के समय एक्सपायरी का विशेष रूप से ध्यान रखें। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस रिन्यूअल के समय सिर्फ अपनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को पोर्ट कर सकते हैं।

इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर आप यह प्रक्रिया समय पर पूरा करना चाहते हैं, तो अपने वर्तमान इंश्योरर को कम से कम 45 दिन पहले यह सूचना दें। आपकी पॉलिसी एक्सपायर होने के बाद, आप किसी अन्य प्रोवाइडर में पोर्ट नहीं कर सकते।

2. अस्वीकृतियों से बचने के लिए अपने नए हेल्थ इंश्योरेंस प्रदाता के प्रति ईमानदार रहें

अपने नए हेल्थ इंश्योरेंस प्रोवाइडर के साथ अपना संबंध शुरू करते समय, ध्यान रखें कि भविष्य में किसी भी रिजेक्शन या परेशानी से बचने के लिए अपनी क्लेम हिस्ट्री और मेडिकल हिस्ट्री के बारे में उन्हें ईमानदारी से पूरी जानकारी दें।

3. याद रखें एक जैसे प्लान में भी अलग-अलग बेनिफ़िट हो सकते हैं

संभावना है कि आप एक समान हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में पोर्ट करेंगे, लेकिन याद रहे कि समान प्लान में भी हर इंश्योरर अलग-अलग फायदे देता है।

उदाहरण के लिए, अलग-अलग इंश्योरर के पास अस्पताल के कमरे के किराये की सीमा अलग होगी (या अस्पताल के कमरे के किराये की कोई सीमा नहीं होगी), तो यह सुनिश्चित करें कि आपने हर फायदे के बारे में ध्यान से पढ़ा हो।

हेल्थ इंश्योरेंस को पोर्ट करने के क्या फायदे और नुकसान हैं?

फायदे नुकसान
निरंतर मिलने वाले फायदों का आनंद लें - हेल्थ इंश्योरेंस प्लान को पोर्ट करने का एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको कोई भी फायदा छोड़ने की जरूरत नहीं है। उदाहरण के लिए, अगर आपके नए हेल्थ इंश्योरर के पास खास बीमारियों के लिए 3 साल के इंतजार का समय है और आप पहले से ही 2 साल का समय पिछले प्लान में पूरा कर चुके हैं, तो आपको उन खास बीमारियों का क्लेम करने के लिए सिर्फ 1 साल और इंतजार करना होगा, जबकि अगर आप एक नई पॉलिसी खरीदते हैं, तो आपको फिर से इंतजार का समय शुरू करना होता है! आप सिर्फ रिन्यूअल के समय ही पोर्ट कर सकते हैं - इसमें एक कमी यह है कि आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस को सिर्फ तभी पोर्ट कर सकते हैं, जब आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के रिन्यूअल का समय हो। हालांकि, अगर आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस को पोर्ट करना चाहते हैं, तो अपने रिन्यूअल से 2 महीने पहले विकल्प देखना शुरू कर दें, ताकि आपके पास निर्णय लेने के लिए पर्याप्त समय हो और फिर अपने हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को पोर्ट करने के लिए आवेदन दें।
नो क्लेम बोनस रखें - कोई भी अपना नो क्लेम बोनस नहीं छोड़ना चाहता और ऐसा लगता है कि इंश्योरेंस प्रोवाइडर इस बात को अच्छी तरह से समझते हैं। इसलिए, हेल्थ इंश्योरेंस को पोर्ट करने का एक यह फायदा है कि आपको अपने नो क्लेम बोनस को छोड़ने की जरूरत नहीं है। इसे आपकी नई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में जोड़ा जाएगा। आपके प्लान में सीमित बदलाव - आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस प्लान को एक बेहतर हेल्थ इंश्योरर और प्लान में पोर्ट कर सकते हैं, लेकिन आप ज्यादा बदलाव नहीं कर सकते हैं और आपको एक समान योजना को ही चुनना होगा। प्लान और कवरेज में ज्यादा बदलाव के लिए आपका हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम और उससे जुड़े नियम और शर्तें भी बदल जाएंगी।
इंश्योरर में बदलाव करने के बावजूद आपके इंतजार के समय पर कोई असर नहीं पड़ता है - चूंकि आप पोर्टिंग के दौरान निरंतर मिलने वाले फायदे लेते हैं, इसलिए जब आप अपना हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट करते हैं, तो आपके इंतजार के समय पर कोई असर नहीं होती। आपने अपने पिछले हेल्थ इंश्योरेंस प्रोवाइडर के साथ कितना समय पूरा किया है, इसके आधार पर उन्हें तय किया जाता है। अगर आप अपनी पिछले प्लान की तुलना में कॉम्प्रिहेंसिव कवरेज चाहते हैं, तो आपका प्रीमियम भी अलग हो सकता है।

भारत में हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

कोई पॉलिसीधारक पोर्टेबिलिटी के लिए कब आवेदन कर सकता है?

आप हेल्थ इंश्योरेंस रिन्यूअल की तारीख से 60 दिन पहले पोर्टेबिलिटी के लिए आवेदन कर सकते हैं।

क्या पोर्ट करने पर मेरा वेटिंग पीरियड प्रभावित होता है?

नहीं, पोर्टिंग का फ़ायदा यह है कि भले ही आप नए हेल्थ इंश्योरेंस में ट्रांसफर हो जाएं, आपका वेटिंग पीरियड खत्म नहीं होता है, यानी पोर्ट करने पर आपको अपना वेटिंग पीरियड फिर से शुरू नहीं करना पड़ता।

जब आप अपनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पोर्ट करते हैं तो क्या आपको कुछ नुकसान होता है?

नहीं, पोर्टेबिलिटी का पूरा उद्देश्य यह है कि आप अपने क्युमुलेटिव बोनस और बीत चुके वेटिंग पीरियड की राशि जैसी चीज़ों से न चूकें।  

आपको अपनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को पोर्ट करने के बारे में कब सोचना चाहिए?

आपको अपनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को पोर्ट करने के बारे में कब सोचना चाहिए?

अगर आपको लगता है कि कोई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी आपकी मौजूदा पॉलिसी से बेहतर है और इसमें बेहतर बेनिफ़िट उपलब्ध है, तो आपको अपने अगले रिन्यूअल के दौरान हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को पोर्ट करने के बारे में सोचना चाहिए। 

हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पोर्ट करते समय किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है?

अपनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को पोर्ट करते समय लोगों के सामने आने वाली सबसे आम समस्याओं में से एक अस्वीकृति की संभावना है। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रत्येक हेल्थ इंश्योरेंस प्रदाता को पोर्टेबिलिटी अनुरोध को अस्वीकार करने या स्वीकार करने का अधिकार है। वे ये निर्णय ख़ास तौर पर आपकी क्लेम हिस्ट्री, दी गई मेडिकल जानकारी, इंश्योर्ड सदस्यों की उम्र, और अन्य मापदंडों पर लेते हैं। 

क्या आपका पोर्टेबिलिटी अनुरोध पसंदीदा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी द्वारा अस्वीकार किया जा सकता है?

हां, प्रत्येक हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी को पोर्टेबिलिटी अनुरोध को अस्वीकार करने का अधिकार है। हालांकि, ज्यादातर मामलों में और ख़ास तौर पर बिना क्लेम हिस्ट्री वाले ग्राहकों के पोर्टेबिलिटी अनुरोध स्वीकार किए जाते हैं। 😊 

क्या मैं किसी भी समय हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट कर सकता हूं?

नहीं, आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस को केवल तभी पोर्ट कर सकते हैं जब आपकी मौजूदा पॉलिसी रिन्यू होनी हो। आपकी मौजूदा हेल्थ पॉलिसी खत्म होने से कम से कम 45 दिन पहले आपको ऐसा करना चाहिए।  

क्या मैं अपने हेल्थ इंश्योरेंस वर्ष के बीच में पोर्ट कर सकता हूं?

नहीं, आपका हेल्थ इंश्योरेंस केवल तभी पोर्ट किया जा सकता है जब आपकी मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का रिन्यूअल होना हो। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप सही समय पर पोर्ट करें, अपनी मौजूदा पॉलिसी के खत्म होने की तारीख से कम से कम 45 दिन पहले पोर्टेबिलिटी के लिए आवेदन करें। 

अगर मेरा हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी अनुरोध अस्वीकार कर दिया गया है तो उसके बाद क्या होगा और क्यों?

अगर आपका हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी अनुरोध अस्वीकार कर दिया गया है, तो आप इंश्योरेंस कंपनी से इसका कारण पूछ सकते हैं और देख सकते हैं कि क्या इसे ठीक किया जा सकता है। हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी अस्वीकृति के कुछ सामान्य कारणों में मेडिकल हिस्ट्री या क्लेम हिस्ट्री के बारे में अधूरी या गलत जानकारी, पोर्टेबिलिटी अनुरोध समय पर पूरा नहीं होना, या आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पहले ही खत्म हो जाना शामिल है।

क्या हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पोर्ट करते समय पॉलिसीहोल्डर की उम्र मायने रखती है?

हां, किसी भी अन्य हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी की तरह - इसमें भी आपकी उम्र मायने रखती है। आपकी उम्र जितनी ज्यादा होगी, आपका हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम उतना ज्यादा हो सकता है।

क्या मैं अपने प्लान को पोर्ट करने के बजाय दो अलग-अलग हेल्थ इंश्योरेंस प्रदाताओं से हेल्थ इंश्योरेंस खरीद सकता हूं?

हां, आप कर सकते हैं। हालांकि, हम आपको अपनी मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के अलावा बेहतर कवरेज के लिए अतिरिक्त प्लान के रूप में सुपर टॉप अप अपनाने की सलाह देंगे।

लोग अपना हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट क्यों करते हैं?

ज्यादातर लोग अपने हेल्थ इंश्योरेंस को तब पोर्ट करते हैं जब उन्हें अपनी मौजूदा इंश्योरेंस कंपनी की सेवाएं पसंद नहीं आती या रिन्यूअल के समय प्रीमियम बढ़ जाता है या अगर वे कम प्रीमियम और बेहतर बेनिफ़िट के साथ बेहतर प्रोडक्ट तलाश रहे हों।

पोर्ट करने के बजाय, क्या मैं अपने मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस प्रदाता से अपना मौजूदा प्लान बदल सकता हूं?

हां, 😊आप आम तौर पर अपने हेल्थ इंश्योरेंस रिन्यूअल के समय अपने मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस प्रदाता के साथ प्लान और कवरेज में बदलाव कर सकते हैं। हालांकि, नियम अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनी के लिए अलग-अलग हो सकते हैं, इसलिए अपने इंश्योरेंस प्रदाता से इसका पता लगाएं।