भारत में टू व्हीलर इन्शुरन्स ऑनलाइन खरीदें / नवीनीकृत करें।
डिजिट द्वारा दिए टू व्हीलर इन्शुरन्स में क्या शामिल है?
डिजिट के टू व्हीलर इन्शुरन्स के साथ उपलब्ध एड ऑन कवर
टू व्हीलर इन्शुरन्स एड-ऑन, जो आप अपनी पॉलिसी के साथ खरीद सकते हैं।
क्या कवर नहीं होगा?
यह जानना भी बहुत ही महत्वपूर्ण है कि आपकी टू व्हीलर बीमा पॉलिसी में क्या शामिल नहीं है, ताकि जब आप कोई क्लेम करें तो आपको कोई नयी और आश्चर्य वाली बात ना पता चले। नीचे दी गई परिस्थितियों में होने वाला नुक़सान कवर नहीं होंगे:
डिजिट का टू व्हीलर इन्शुरन्स ही क्यों चुनें?
डिजिट आपको अपनी टू व्हीलर बाइक के बीमा पर एक बहुत ही आसान क्लेम प्रक्रिया के साथ-साथ कैशलेस विकल्प चुनने का अवसर भी देता है।
डिजिट द्वारा दोपहिया वाहन बीमा की मुख्य विशेषताएँ
मुख्य विशेषताएँ |
डिजिट के लाभ |
प्रीमियम |
₹752 से शुरुआत |
नो-क्लेम बोनस (क्लेम ना करने पर अतिरिक्त लाभ) |
50% तक छूट |
अनुकूलित ऐड-ऑन |
5 ऐड-ऑन उपलब्ध |
कैशलेस मरम्मत |
1000+ गैराज उपलब्ध |
क्लेम प्रक्रिया |
स्मार्टफोन-सक्षम क्लेम प्रक्रिया। 7 मिनट में ऑनलाइन क्लेम किया जा सकता है। |
ओन डैमेज कवर |
उपलब्ध |
थर्ड पार्टी को नुकसान |
व्यक्तिगत नुकसान के लिए असीमित देयता, संपत्ति / वाहन के नुकसान के लिए 7.5 लाख तक की योजनाएं |
टू व्हीलर इन्शुरन्स जो आपकी आवश्यकताओं को पूरा करता है
थर्ड-पार्टी
कम्प्रेहैन्सिव
दुर्घटना में आपके अपने दोपहिया वाहन को हुआ नुकसान / हानि दुर्घटना या टक्कर की स्थिति में आपके अपने दोपहिया वाहन को होने वाले नुकसान को कवर किया जाएगा। |
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खुद के दोपहिया वाहन को आग से हुआ नुकसान/ हानि आग के कारण खुद के दोपहिया वाहन को होने वाले नुकसान / हानि को कवर किया जाएगा। |
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प्राकृतिक आपदा से खुद की मोटरसाइकिल या दोपहिया को हुआ नुकसान प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़, भूकंप, चक्रवात, आदि के कारण स्वयं के दुपहिया वाहन को होने वाली नुकसान या हानि को कवर किया जाएगा। |
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थर्ड-पार्टी के वाहन को हुआ नुकसान आपके दोपहिया वाहन से किसी थर्ड-पार्टी के वाहन को हुआ नुकसान, 7.5 लाख तक, कवर किया जाएगा। |
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थर्ड-पार्टी की संपत्ति को हुआ नुकसान आपके दोपहिया वाहन से किसी थर्ड-पार्टी की संपत्ति को हुआ नुकसान, 7.5 लाख तक, कवर किया जाएगा। |
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व्यक्तिगत दुर्घटना कवर मालिक-सवार की शारीरिक चोटों या मृत्यु को कवर किया जाएगा। (यह कानून द्वारा अनिवार्य है। यदि किसी व्यक्ति ने पहले से ही कवर नहीं लिया है तो वो बाद में भी ये विकल्प चुन सकता है)| |
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थर्ड-पार्टी को चोट या मृत्यु आपके दोपहिया वाहन से थर्ड-पार्टी को लगी किसी भी शारीरिक चोट या मृत्यु को असीमित दायित्व तक कवर किया जाएगा। |
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आपके स्कूटर या मोटरसाइकिल की चोरी यदि आपका दोपहिया वाहन दुर्भाग्य से चोरी हो जाता है तो उसका नुकसान कवर किया जाएगा। |
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अपनी आईडीवी को कस्टमाइज करें अपने दोपहिया के आईडीवी को अपने हिसाब से कस्टमाइज करें और अपने टू व्हीलर बीमा प्रीमियम को उसके अनुसार ही समायोजित करें। |
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अनुकूलित ऐड-ऑन के साथ अतिरिक्त सुरक्षा अनुकूलित ऐड-ऑन जैसे टायर सुरक्षा कवर, कंज्यूमेबल कवर, जीरो डेप्रिसिएशन कवर, आदि के साथ अपने दोपहिया वाहन के लिए सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत जोड़ें। |
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टू-व्हीलर इन्शुरन्स क्लेम कैसे करें?
हमारे टू व्हीलर इन्शुरन्स प्लान को खरीदने या रिन्यू करने के बाद आप तनाव मुक्त रहते हैं क्योंकि हम आपको 3 चरण में डिजिटल क्लेम प्रक्रिया पूरी करने की सुविधा देते हैं।
चरण 1
कोई फॉर्म भरने की जरुरत नहीं है - बस 1800-258-5956 पर कॉल करें।
चरण 2
अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर स्व-निरीक्षण के लिए एक लिंक प्राप्त करें। निर्देशित चरण-दर-चरण प्रक्रिया के माध्यम से अपने स्मार्ट फोन से अपने वाहन में हुए नुकसान की तस्वीर लें।
चरण 3
रिंबर्समेंट या हमारे नेटवर्क गैराज में मरम्मत कराने के लिए कैशलेस प्रक्रिया - इनमें से कोई एक तरीका चुनें।
डिजिट ने टू व्हीलर बीमा क्लेम को और सरल कर दिया है!
जब हम कहते हैं कि हम बीमा क्लेम को ही नहीं पर इन्शुरन्स को भी आसान बना रहे हैं, तो हम उस बात को पूरी तरह से निभाते हैं।
- यह एक तथ्य है कि इंतजार करना किसी को भी पसंद नहीं होता। इसीलिए दुर्घटना होने पर हुए क्षति की जाँच करने के लिए सर्वेक्षणकर्ताओं की प्रतीक्षा के बजाय, हम आपको अपने स्मार्ट फोन एप्लीकेशन के माध्यम से अपनी बाइक के नुकसान का स्वयं निरीक्षण करने का विकल्प देते हैं।
- बाइक इन्शुरन्स क्लेमों के मामले में लगभग 92% का क्लेम निपटान अनुपात से आप यह आसानी से समझ सकते हैं की हमको क्लेम सच में पसंद हैं और निबटारे कि समय हम कोई टालमटोल नहीं करते।
- हम वास्तव में डिजिटल अर्थव्यवस्था में विश्वास करते हैं। यही कारण है कि जब भी क्लेम करने की बात आती है तो आपको हार्ड कॉपी देने की कोई आवश्यकता नहीं है। आपको बस क्लेम के दौरान आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करने हैं और आपका काम हो जायेगा!
डिजिट इंश्योरेंस क्लेम कितनी जल्दी निपट जाते हैं?
यह पहला सवाल है जो बीमा कंपनी को बदलते करते समय आपके दिमाग में आना चाहिए। अच्छा है कि आप इसके बारे में सोच रहे हैं!
डिजिट के दावा रिपोर्ट कार्ड को पढ़ेंटू व्हीलर इन्शुरन्स पॉलिसी खरीदने के फायदे
सही टू व्हीलर इन्शुरन्स कैसे चुनें?
भारत में टू व्हीलर इन्शुरन्स पॉलिसी के बारे में अधिक जानें
डिजिट से दोपहिया वाहनों के इन्शुरन्स को कैसे खरीदे या रिन्यू करवाएं?
- चरण 1: अपने दोपहिया वाहन के बनने के वर्ष, रजिस्ट्रेशन तिथि और जिस शहर में आप इसे चलाते हैं वो अंकित करें। और फिर ' क्वोट प्राप्त करें' पर क्लिक कर के अपना मनपसन्द दोपहिया इन्शुरन्स प्लान चुनें।
- चरण 2: सिर्फ थर्ड पार्टी लाइबेलटी या फिर कम्प्रेहैन्सिव पैकेज के दोपहिया इन्शुरन्स प्लान को परखें और उनकी तुलना करके खुद के लिए जो बेहतर हो उसे चुनें।
- चरण 3: अपनी पुरानी इन्शुरन्स पॉलिसी की जानकारी दें - पॉलिसी की एक्सपायरी की तिथि, पिछले साल में किये गए क्लेम तथा अर्जित किया हुआ नो क्लेम बोनस आदि।
- चरण 4: आपको प्रीमियम के अनुसार जरूरी कोट बता दिया जाएगा। अगर आपने स्टैण्डर्ड प्लान चुना है तो आप इसे आगे अपनी जरूरत के अनुसार जैसे कि जीरो डिप्रेसीएसन कवर, टायर प्रोटेक्ट कवर तथा ब्रेकडाउन के समय के कवर इत्यादि को जोड़ के अपने बाइक इन्शुरन्स प्लान को कस्टमाइज कर सकते हैं।
- चरण 5: अपना पेमेंट पूरा करें और आपकी पॉलिसी को आपकी ईमेल आईडी पर तुरंत भेज दिया जायेगा।
भारत में दोपहिया वाहनों का इन्शुरन्स करना आवश्यक क्यों है?
- भारत मे रोड पर होने वाले कुल दुर्घटनाओं में 34% दोपहिया वाहनों पर ही होता है: भारत के सड़क और परिवहन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार भारत में दोपहिया वाहनों में सबसे ज्यादा दुर्घटना होती है। इसी वज़ह से भारत के मोटर व्हीकल एक्ट द्वारा दोपहिया वाहनों के लिए थर्ड पार्टी इन्शुरन्स अनिवार्य किया गया है। इस तरीके से ना सिर्फ़ लोग इस बारे में सजग रहते हैं बल्कि दुर्घटना के समय होने वाले नुक़सान के लिए उन्हें पर्याप्त कवर भी दिया जाता है।
- अन्य पार्टी को सुरक्षित करता है: दुर्घटनाओं की सम्भावना सदैव रहती है, लेकिन कई बार किसी और कि गलती की वज़ह से किसी दूसरे व्यक्ति को नुक़सान उठाना पड़ता है। ऐसे में इस स्थिति से बचने के लिए ही थर्ड पार्टी इन्शुरन्स को अनिवार्य किया गया है ताकि आपके वाहन की वज़ह से अगर किसी दूसरे व्यक्ति को कोई नुकसान होता है तो उसे कवर दिया जा सके।
- कानूनी कार्यवाही को आसान बनाये: जब कोई दुर्घटना होती है तो इससे होने वाले नुकसान ज्यादा चिन्ता की बात नहीं है। चिंता की बात दुर्घटना के बाद होने वाली क़ानूनी कार्यवाही है जिसमें हमारी परेशानी बढ़ती है और काफी वक़्त भी ख़राब होता है। परन्तु सही बाइक इन्शुरन्स के साथ आप कानूनी प्रक्रियायें भी बिना परेशानी के निबटायी जा सकती हैं।
ऑनलाइन माध्यम से दोपहिया वाहन का इन्शुरन्स कराना क्यों फायदेमंद है?
आज के ऑनलाइन शॉपिंग की दुनिया में सब कुछ बेहद आसान हो गया है। ऑनलाइन प्रक्रिया में पेमेंट से लेकर सब कुछ चुटकियों में होता है, ऐसे में इस बढ़ते डिजिटल अर्थव्यवस्था के दौर में बाइक के लिए ऑनलाइन इन्शुरन्स खरीदना बेहद किफायती सौदा है। इससे ना सिर्फ आपकी भागदौड़ कम होती है बल्कि आपके पैसे की भी बचत होती है। ऑनलाइन इन्शुरन्स प्लान खरीदने से ये आपके प्रीमियम की राशि में भी बचत कराता है।
अपने बाइक के लिए ऑनलाइन इन्शुरन्स प्लान खरीदने के लिए आपको बस दोपहिया वाहन से जुड़ी सामान्य जानकारी देकर डेबिट/क्रेडिट कार्ड अथवा यूपीआई के माध्यम से पेमेंट करनी होती है। इसके तुरन्त बाद ही आपकी इन्शुरन्स पॉलिसी ईमेल के द्वारा आपके पास भेज दी जाती है।
- समय की बचत करता है: ऑनलाइन बाइक इन्शुरन्स खरीदने का एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे आपके समय की काफी बचत होती है। किसी भी एजेंट या इन्शुरन्स ऑफिस में खुद जाने की जरूरत नहीं है। सारा कुछ आपके फोन या लैपटॉप द्वारा इंटरनेट की मदद से हो जाता है।
- कस्टमाइजेशन की भी सुविधा उपलब्ध है: ऑनलाइन बाइक इन्शुरन्स खरीदने का दूसरा फ़ायदा ये है कि आप इसे अपने अनुसार कस्टमाइज भी कर सकते हैं। अपने आईडीवी को कस्टमाइज करते हुए आप इसमें जीरो डिप्रेसीएसन कवर, टायर प्रोटेक्ट कवर आदि भी जोड़ सकते हैं जो कि ऑफलाइन माध्यम से इन्शुरन्स प्लान खरीदने पर कभी नहीं मिल सकता है।
- जीरो पेपरवर्क: कोई भी व्यक्ति पेपरवर्क को पसन्द नहीं करता है। ऐसे में जब आप डिजिट द्वारा ऑनलाइन बाइक इन्शुरन्स खरीदते हैं। तो इसमें किसी भी तरह का कोई भी पेपरवर्क नहीं होता है। सब कुछ ऑनलाइन है।
सेकण्ड हैंड बाइक के लिए ऑनलाइन इन्शुरन्स प्लान खरीदे, या इसे रिन्यू करवायें
क्या आप जानते हैं की आप किसी भी नई या पुरानी बाइक के लिए इन्शुरन्स प्लान खरीद सकते हैं अथवा इसे रिन्यू करवा सकते हैं?
ऐसे में आप जब भी कोई सेकण्ड हैंड बाइक खरीदे तो ये जरूर जान लें कि उस बाइक का पहले इन्शुरन्स हुआ है अथवा नहीं। अगर इन्शुरन्स है तो आप मात्र 14 दिनों के भीतर पेपरलेस कार्यवाही की मदद से इसे अपने नाम ट्रांसफर करवा सकते हैं। इसके साथ ही ये भी सुनिश्चित करें कि:
- बाइक के पेपर और इसका इन्शुरन्स 14 दिनों के भीतर आपके नाम ट्रांसफर कर दिया गया है। नियमानुसार आपको ये काम बाइक खरीदने के 14 दिन के भीतर करा लेना चाहिए।
- ये जरूर पता कर लें कि बाइक के इन्शुरन्स क्लेम का इतिहास क्या है। आप उस बाइक के वर्तमान पॉलिसी नम्बर को इन्शुरन्स करने वाली कम्पनी में देकर ये पता लगा सकते हैंI
- अगर आपके पास पहले से ही कोई बाइक इन्शुरन्स है (बेशक, किसी दूसरी बाइक का!) आप इसके नो क्लेम बोनस को अपने नए बाइक इन्शुरन्स पॉलिसी में ट्रांसफर कर सकते हैं।
- अगर आपके बाइक के मालिक के पास कोई वैध बाइक इन्शुरन्स नहीं है तो आप तुरन्त ही अपने बाइक का इन्शुरन्स हमारे वेबसाइट पर जाकर करवा सकते हैं।
- अगर आपने पहले से ही अपनी सेकण्ड हैंड बाइक का इन्शुरन्स अपने नाम ट्रांसफर करवा लिया है तो इसके इसकी समयसीमा कब तक की है यह जरूर चेक कर लें और इसके खत्म होने से पहले ही इसका नवीनीकरण करवा लें।
भारत में पुरानी बाइक के इन्शुरन्स को खरीदे अथवा रिन्यू करवायें
अगर आपने कभी भी अपनी बाइक के लिए इन्शुरन्स प्लान नहीं खरीदा है, तो अभी भी इसमें कोई देरी नहीं हुई है। हालांकि अपनी पुरानी बाइक के लिए इन्शुरन्स प्लान खरीदते समय इन बातों को जरूर ध्यान में रखें:
- 1. बाइक का उपयोग और उसके इन्शुरन्स का प्रकार: क्या आप सिर्फ कानूनी कार्यवाही से बचने के लिए बाइक इन्शुरन्स लेना चाहते हैं या फिर इसे नुकसान से बचाने के लिए इन्शुरन्स करवाना चाहते हैं? बाइक के प्रकार और इसके उपयोग के अनुसार चुनाव करें की आपको लायबिलिटी इन्शुरन्स करवाना है या कम्प्रेहैन्सिव इन्शुरन्स आपके लिए बेहतर होगा।
- 2. आपके बाइक की आईडीवी: आईडीवी आपके बाइक की बाजार में कीमत को दर्शाती है। इसके अनुसार ही क्लेम के समय आपके बाइक इन्शुरन्स का प्रीमियम और क्लेम राशि निर्धारित किया जाता है। चूँकि आपकी बाइक पुरानी है, इसके आईडीवी को इसके वर्तमान बाजार मूल्य के अनुसार निर्धारित कीजिये, और साथ ही साथ इन वर्षों में हुए डिप्रेसीएसन को इस गणना में जोड़ना मत भूलिए।
- 3. अतिरिक्त कवर: जब आप अपने दोपहिया वाहन के लिए कम्प्रेहैन्सिव इन्शुरन्स लेते हैं तो आपको इसमें अतिरिक्त कवर लाभ जोड़ने की भी सहूलियत दी जाती है, जो कि आपके बाइक को अधिक सुरक्षित रखने का काम करती है। अपने इस्तेमाल के उद्देश्य और बाइक की उम्र के अनुसार आप इसके अतिरिक्त कवर लाभ को जोड़ सकते हैं।
हालाँकि अगर आप अपनी पुरानी बाइक के लिए इन्शुरन्स प्लान खरीद रहे हैं तो फिर ये ध्यान रखें कि आप कौन-कौन से अतिरिक्त कवर इसमें जोड़ सकते हैं। उदाहरण के लिए; अगर आपकी बाइक 5 साल से ज्यादा पुरानी है तो सम्भव है कि आप इनवॉयस रिटर्न वाले कवर के लिए मान्य ना हो।
दोपहिया वाहन की खत्म हुई इन्शुरन्स पॉलिसी को रिन्यू करवाये या खरीदें
एक्सपायर हुई बाइक इन्शुरन्स पॉलिसी को समय पर रिन्यू करवाना या नया खरीदना क्यों जरूरी है?
आप अपने एनसीबी को खो देंगे- एनसीबी का मतलब नो क्लेम बोनस है, जो कि आपको कई सालों तक इन्शुरन्स के लिए क्लेम ना करने के बदले में दिया जाता है। इस बोनस का फायदा आपको अपने लिए अगले बाइक इन्शुरन्स पॉलिसी खरीदते समय या इसे रिन्यू करवाते समय होता है। ऐसे में अगर आप बाइक की इन्शुरन्स पॉलिसी के एक्सपायर होने के पहले ही इसे नहीं खरीदते या रिन्यू करवाते हैं तो आप इस एनसीबी को पूरी तरह खो देंगे।
- जुर्माना भरने की अधिक संभावना रहती है - नए मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार अगर कोई व्यक्ति बिना वैध बाइक इन्शुरन्स के पहली बार पकड़ा गया है तो उसे 1,000, से 2, 000 रुपये जुर्माने का तौर पर देना होता है, वहीं दूसरी बार ये जुर्माना 4,000 रुपये तक पहुँच जाता है। ऐसे में इस जुर्माने से बचने के लिए अपने बाइक के इन्शुरन्स को आज ही रिन्यू करवा लें।
- आर्थिक नुकसान से बचें - बाइक इन्शुरन्स कराने का एक मात्र उद्देश्य दुर्घटना के समय होने वाले किसी भी तरह के आर्थिक नुकसान से खुद को सुरक्षित करना है, जो कि किसी छोटे या बड़े एक्सीडेंट का साथ ही किसी प्राकृतिक कारण से भी हो सकता है। ऐसे में यदि बाइक के इन्शुरन्स को समय पर रिन्यू नहीं करवाया गया तो ये दुर्घटना के समय पर आपके लिए अधिक आर्थिक नुकसान का कारण बन सकती हैं।
बाइक इन्शुरन्स प्रीमियम कैलकुलेटर क्या है?
बाइक इन्शुरन्स कैलकुलेटर एक ऑनलाइन टूल है जो कि आपको बेहतर बाइक इन्शुरन्स प्लान चुनने की सहूलियत देता है। इसे बाइक की बेसिक डिटेल जैसे कि बाइक के तैयार होने का वर्ष, मॉडल, रजिस्ट्रेशन का तिथि और प्लान का प्रकार आदि डालकर पता किया जा सकता है।
बाइक इन्शुरन्स प्रीमियम को कैसे कैलकुलेट करें?
- चरण 1: अपने बाइक का नम्बर, रजिस्ट्रेशन तिथि, और जिस शहर में आप बाइक चला रहे हैं उसकी डिटेल दें।
- चरण 2: ‘क्वोट प्राप्त करें' पर जाकर थर्ड पार्टी बाइक इन्शुरन्स और कंप्रेहेंसिव बाइक इन्शुरन्स में से किसी एक को चुनें।
- चरण 3: आपके आख़िरी बाइक इन्शुरन्स प्लान (अगर कोई हो) के बारे में हमें और जानकारी दें, जैसे कि - इसके एनसीबी/क्लेम हिस्ट्री, एक्सपायरी दिनांक आदि।
बाइक इन्शुरन्स प्रीमियम के घटक
- ओन-डैमेज कवर - स्टैंडर्ड बाइक इन्शुरन्स या स्टैंडअलोन ओन-डैमेज पॉलिसी जो भी आपके बाइक का हुआ है उसके हिसाब से ही होने वाले नुकसान का कवर आपको दिया जाता है।
- बाइक का आईडीवी - आपके बाइक के आईडीवी को बाइक की मार्किट वैल्यू भी कहा जाता है। जो कि बाइक के प्रीमियम को निर्धारित करने की सहूलियत देता है।
- एड-ऑन - आपने जिस हिसाब से अतिरिक्त कवर को अपने इन्शुरन्स में जोड़ा है उसके अनुसार प्रीमियम भी प्रभावित होता है।
- थर्ड पार्टी लाइबेलटी - नियमानुसार ये अनिवार्य है कि कम-से-कम थर्ड पार्टी दायित्व को कवर करने के लिए आपके पास बाइक इन्शुरन्स होना चाहिए और इसके लिए इन्शुरन्स का प्रीमियम आईआरडीएआई के निर्देशानुसार निर्धारित किया जाता है। ऐसे में आपके बाइक इन्शुरन्स में ये घटक सदैव समान रहता है।
- बाइक मॉडल और निर्माण वर्ष - आपके बाइक का मॉडल नम्बर और इसका निर्माण वर्ष सीधे तौर पर आपके आईडीवी, cc और बाइक से जुड़े अन्य रिस्क को प्रभावित करता है। ऐसे में इसका व्यापक असर आपके द्वारा लिए हुए इन्शुरन्स प्रीमियम पर भी पड़ता है।
- पी ए कवर - अगर ये पहले से ही आपके पास नहीं है और उसका विकल्प आपने बाइक इन्शुरन्स प्लान के साथ चुना है तो इससे आपके प्रीमियम पर थोड़ा असर पड़ता है और प्रीमियम बढ़ जाता है।
- बाइक की उम्र - आपकी बाइक जितनी पुरानी होगी उसका प्रीमियम भी उतना ही कम होता जाएगा।
अपने दोपहिया वाहन के इन्शुरन्स प्रीमियम को कैसे कम करें?
- अगर आपने पिछले 4-5 सालों से कोई क्लेम नहीं किया है तो आप अपने स्वैच्छिक डिडक्टिबल को बढ़ाकर अपने बाइक इन्शुरन्स प्रीमियम को कम कर सकते हैं।
- ये स्वाभाविक बात है, लेकिन जरूरी भी है। रोड पर सेफ ड्राइविंग कर के और स्पीड लिमिट में बाइक चलाकर ना सिर्फ आप खुद को दुर्घटना से बचा सकते हैं बल्कि इसकी मदद से आप हर साल नो क्लेम बोनस का भी फ़ायदा उठा सकते हैं।
- अपनी इन्शुरन्स कम्पनी से बात करें। अगर आपको अभी भी लग रहा है कि आपको सस्ता इन्शुरन्स क्वोट नहीं मिल रहा है, तो अंतिम निर्णय लेने से पहले उस इन्शुरन्स कम्पनी को कॉल करके बात कर लेना कोई बुरा विचार नहीं है।
बाइक इन्शुरन्स खरीदने से पहले इन चीजों का जरूर ध्यान रखें
इन्शुरन्स जो आपके आईडीवी को कस्टमाइज करता हैI
आपके बाइक की मार्किट वैल्यू को आईडीवी कहते हैं। इसमें डिप्रेसीएसन का मूल्य शामिल है, और यह राशि सीधे तौर पर बाइक के इन्शुरन्स प्लान के प्रीमियम को प्रभावित करती है। इसके साथ ही, ये क्लेम के समय मिलने वाली राशि को भी प्रभावित करता है। इसलिए इस बात का जरूर ध्यान रखें कि आपका आईडीवी सही बताया जा रहा है।
डिजिट में हम पारदर्शिता पर यकीन करते हैं और आपको आईडीवी वैल्यू स्वयं कस्टमाइज करने की स्वतंत्रता देते हैं। हालाँकि, ध्यान रखिये कि आप व्यवहार्य आईडीवी चुन रहे हैं, क्योंकि इसका प्रभाव आपको इन्शुरन्स क्लेम करने पर मिलने वाली राशि पर पड़ता है।
बाइक इन्शुरन्स के क्वोटों की तुलना करें I
ऑनलाइन माध्यम से बाइक इन्शुरन्स प्लान खरीदने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यहाँ पर आपको विभिन्न कंपनियों द्वारा दिये जाने वाले इन्शुरन्स प्लान की आपस मे तुलना करने का मौका मिलता है। आप चाहें तो इन इन्शुरन्स कंपनी की वेबसाइट पर जाकर आसानी से उनके प्लानों को समझ सकते हैं।
इस बात का ध्यान रखें कि महत्वपूर्ण चीजों जैसे आप आईडीवी, उपलब्ध ऐड-ऑन, सर्विस लाभ, विश्वसनीयता के साथ-साथ ही क्लेम का सेटलमेंट अनुपात और प्रक्रिया जैसे महत्वपूर्ण कारकों की तुलना अवश्य करें।
अपने कवरेज को जानें
एक अच्छा बाइक इन्शुरन्स प्लान आपकी जरूरत के अनुसार अलग-अलग स्थितियों में कवर देने वाला होना चाहिए। आखिर, इसीलिए तो इन्शुरन्स करवाया जाता है!
ऐसे में खुद के लिए सही बाइक इन्शुरन्स प्लान चुनते समय खुद को मिलने वाले कवर और उसके लिए भुगतान किए जाने वाले प्रीमियम का जरूर ध्यान रखें। उसी के अनुसार निर्धारित करें कि पैसे लगाने लायक है या नहीं।
सर्विस लाभ
एक अच्छा बाइक इन्शुरन्स न सिर्फ कवरेज और क्लेंम की बात करता है (बेशक ये दोनों ही चीजे काफी मायने रखती हैं) बल्कि ये आपके सर्विस प्रोवाइडर द्वारा दी जाने वाली सर्विस के अनुसार भी निर्धारित किया जाता है।
उदाहरण के लिए; यहाँ डिजिट पर हम आपको रोडसाइड असिस्टेंस की सर्विस भी देते हैं (जिसे क्लेम में नहीं गिना जाता है) जो कि इस बात को निश्चित करता है कि हम आपके लिए हर छोटी से छोटी स्थिति में मदद करने के लिए खड़े हैं।
दोपहिया वाहन के इन्शुरन्स क्वोटों की तुलना करें
आपको दूसरी कंपनियों के साथ आपके बाइक इन्शुरन्स प्लान की तुलना कैसे करनी चाहिए?
- अपना आईडीवी चेक करें - बहुत से सस्ते दोपहिया इन्शुरन्स क्वोट बहुत कम आईडीवी (कुल बीमित राशि) देते हैं जो कि आपके बाइक के वर्तमान बाजार मूल्य को दर्शाता है। अगर ये काफी कम होता है तो क्लेम के समय खासतौर पर चोरी होने के बाद या टोटल डैमेज क्लेम करने पर आपको मिलने वाली राशि बहुत कम हो सकती है। इसलिए सही आईडीवी चुनना बेहद जरूरी है। डिजिट इन्शुरन्स प्लान खरीदते समय आपको ये सुविधा दी जाती है कि आप अपने दोपहिया वाहन के लिये आईडीवी खुद के अनुसार सेट करें।
- सर्विस लाभ जाँच लें - ऐसी कम्पनी से इन्शुरन्स लें जो कि आपको सेल्स के बाद भी अच्छी सर्विस दें। डिजिट द्वारा आपको 24*7 कस्टमर केयर सपोर्ट, और 1000+ कैशेलश गैराज के साथ ही अन्य कई सुविधाएं दी जाती हैं।
- उनके द्वारा दिये जाने वाले ऐड-ऑनों का भी ध्यान रखें - ऐसी कम्पनी से इन्शुरन्स लें जो कि आपको खुद के लिए ऐड-ऑन चुनने की सहूलियत देती हो, वो भी बेहद किफायती दाम में।
दोपहिया इन्शुरन्स खरीदने से पहले इन बातों को जरूर जान लें
कुल बीमित राशि (आईडीवी) क्या है?
आईडीवी वो अधिकतम राशि है जो कि आपकी इन्शुरन्स कम्पनी द्वारा वाहन के चोरी हो जाने या पूरी तरह डैमेज होने जाने की स्थिति में क्लेम करने पर दिया जाता है।
2 व्हीलर इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू और आपका दोपहिया इन्शुरन्स प्रीमियम एक साथ चलते हैं। इसका मतलब है की आपका आईडीवी जितना अधिक होगा, इन्शुरन्स प्रीमियम भी उतना ही अधिक जाएगा। बाइक बेचने के समय उच्च आईडीवी के कारण आपको बाइक की ऊँची कीमत मिलेगी। हालाँकि आपके बाइक की उम्र, प्रयोग दर और बाइक इन्शुरन्स क्लेम के इतिहास आदि पर भी निर्भर करता है।
इसके साथ ही, जब आप अपने बाइक को बेचने जाते हैं तो उस स्थिति में अधिक आईडीवी होने का मतलब है कि आपको बाइक का दाम भी अधिक मिलेगा। बाइक का दाम अन्य कारणों से जैसे कि उसके इस्तेमाल, पहले के इन्शुरन्स क्लेम आदि के अनुसार भी प्रभावित होता है।
इसलिए जब आप खुद के लिए सही बाइक इन्शुरन्स पॉलिसी चुन रहे हैं तो सिर्फ प्रीमियम पर ही ध्यान ना दें बल्कि ये भी याद रखें कि उसकी आईडीवी कितनी है। किसी कम्पनी का प्रीमियम काफी कम हो सकता है, लेकिन उस हिसाब से उसकी आईडीवी भी कम होगी, जो कि निश्चित तौर पर आपके लिए अच्छी डील नहीं है। क्योंकि बाइक के चोरी होने या पूरी तरह से खत्म होने पर अधिकतम आईडीवी ही आपके लिये फायदेमंद साबित होता है।
बाइक को बेचते समय भी अधिक आईडीवी बाइक की मार्किट वैल्यू को बताता है। हालाँकि अगर आप बाइक की अच्छी देखरेख करते हैं तो संभव है कि इसे बेचते समय आपको आईडीवी से भी अधिक दाम मिल जाये। कुल मिलाकर ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपनी बाइक से कितना प्यार करते हैं!
नो क्लेम बोनस (एनसीबी) क्या है?
एनसीबी की परिभाषा: एनसीबी एक तरह की छूट है जो कि पॉलिसी होल्डर को बिना कोई क्लेम किये पालिसी टर्म पूरा करने पर मिलती है।
नो क्लेम बोनस की छूट 20-50 प्रतिशत तक की होती है और ये पॉलिसी के खत्म होने तक आपके द्वारा नो बाइक एक्सीडेंट क्लेम द्वारा बनाये गए रिकार्ड के कारण आपको मिलती है। इसका मतलब यह हुआ कि आप जब पहली बार कोई पॉलिसी इन्शुरन्स खरीदते हैं तो नो क्लेंम बोनस नहीं पा सकते हैं, ये सिर्फ पॉलिसी को रिन्यू करवाते समय ही प्राप्त किया जा सकता है।
नो क्लेम बोनस बाइक इन्शुरन्स पॉलिसी वाले धारकों के लिए होता है। ऐसे में यदि आप अपनी बाइक बदलते भी है तो भी आपके पास एनसीबी का लाभ रहता है। अगर आप एक नई बाइक खरीदते हैं तो आपको एक नई इन्शुरन्स पॉलिसी दे दी जाएगी, लेकिन तब भी आपके पास पुरानी बाइक का एनसीबी बेनिफिट रहेगा।
जीरो डीप्रेशिएसन कवर क्या है?
जैसा कि हमेशा होता है कि, समय के अनुसार धीरे-धीरे आपके बाइक के प्रत्येक पार्ट की कीमत घटती जाती है। बाइक के हर पार्ट जैसे कि बम्पर या किसी मेटल पार्ट, या फाइबर पार्ट के खराब हो जाने पर इन्शुरन्स कंपनियों द्वारा उसके पूरे मूल्य का भुगतान नहीं किया जाता है। लेकिन इस ऐड-ऑन से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि आपको जीरो डेप्रिसिएशन व आपको बाइक के किसी भी पार्ट के दुर्घटना में खराब होने पर उसके रिपेयरिंग खर्च का पूरा मूल्य मिले, यदि यह डिजिट के ऑथराइज्ड वर्कशॉप पर ठीक कराई जा रही है।
कैशेलैस क्लेम क्या है?
अगर आप अपनी बाइक को डिजिट के ऑथराइज्ड रिपेयर सेंटर से रिपेयर करवाते हैं तो हम स्वीकृत हुई क्लेम राशि को सीधे ही रिपेयर सेंटर के पास भेज देते हैं। इसे ही कैशेलश क्लेम कहा जाता है। कृपया ध्यान रखें कि यदि कोई राशि, जैसे कि कोई अनिवार्य अतिरिक्त खर्चा या छूट या किसी ऐसी चीज की रिपेयरिंग का खर्च जो इन्शुरन्स प्लान में कवर नहीं है आदि का भुगतान आपको स्वतः करना होगा।