वेट्स ग्रुप के सीईओ पॉल ड्रेक्स्लर ने एक बार ठीक ही कहा था कि, "अच्छा स्वास्थ्य अच्छा व्यवसाय होता है"। आखिरकार, यह सिर्फ तभी होता है जब लोग स्वस्थ व सेहतमंद हों, वे बेहतर तरीके से काम कर सकते हैं और परिणामस्वरूप व्यावसायिक लक्ष्यों और उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा कर सकते हैं।
आज की भागदौड़ भरी दुनिया में स्वास्थ्य समस्याएं खास तौर पर जीवन शैली से जुड़ी बीमारियां हर साल बढ़ रही हैं, साथ ही हेल्थकेयर का खर्च भी साल दर साल बढ़ता ही जा रहा है। एक साधारण डेकेयर प्रक्रिया की औसत लागत 40,000 रुपए तक हो सकती है; जबकि भारत में सबसे आम मेडिकल प्रक्रियाओं में से एक; सिजेरियन डिलीवरी में 1,272,000 रुपए तक का खर्च आ सकता है!
इस तरह, स्वास्थ्य समस्याओं और हेल्थकेयर के खर्चों में बढ़ोतरी के साथ हेल्थ इंश्योरेंस से सुरक्षित होना जरूरी हो गया है। यह न सिर्फ खर्चों को कम रखने में मदद करेगा, बल्कि व्यक्तियों (स्वतंत्र हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए) और कंपनियों (जो अपने कर्मचारियों के लिए ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस देती हैं) दोनों के लिए अतिरिक्त टैक्स फ़ायदे भी देगा, जो आगे उनकी बचत को और बढ़ाने में मदद करता है।
यह वर्ष 2020 है और बेबी बूमर्स के उलट कामकाजी पीढ़ी आज जीवन भर एक संगठन ही से जुड़ी नहीं रहती है। जहां स्टार्टअप और व्यवसाय हर दूसरे दिन पैदा हो रहे हैं, ऐसे परिदृश्य में औसत कर्मचारी के सामने अब अपने पेशे की दिशा चुनने के लिए कई विकल्प होते हैं और ज्यादातर चुनाव सिर्फ जॉब प्रोफाइल और वेतन के आधार पर ही नहीं किए जाते हैं, बल्कि अन्य कारकों जैसे जगह, कंपनी का माहौल, सद्भावना और सबसे महत्वपूर्ण, कर्मचारी को दिए जाने वाले फ़ायदे जैसे कई अन्य कारकों के आधार पर किए जाते हैं।
इसके अलावा, ऐसे कई अध्ययन हैं जो यह बताते हैं कि कर्मचारी उन कंपनियों को महत्व देते हैं जो फ़ायदे देती हैं, जो उनके समग्र स्वास्थ्य और भलाई को समृद्ध करने में मदद करती हैं, और वास्तव में, ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस काफी हद तक इसे पाने में मदद करता है।
ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस से आपका क्या मतलब है?
जैसा कि नाम से पता चलता है, ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस एक कस्टमाइज़ हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी है, जिसे लोगों के एक समूह को हेल्थकेयर के बड़े और छोटे दोनों तरह के खर्चों से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
ये आमतौर पर अलग-अलग कंपनियां अपने संबंधित कर्मचारियों के लिए खरीदती हैं। इस मामले में, कंपनियां ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम का भुगतान करती हैं और कंपनी के सभी कर्मचारी संबंधित हेल्थ इंश्योरेंसकर्ता की दी जाने वाली सेवाओं से फ़ायदा ले सकते हैं।
इसे और अच्छी तरह समझने के लिए आइए एक उदाहरण लें। फर्ज करें कि कंपनी ए डिजिट से ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस लेती है। इस मामले में, कंपनी ए के तहत सभी कर्मचारियों को डिजिट के ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस से मिलने वाली सेवाओं से फ़ायदा होगा, जैसे अस्पताल में भर्ती खर्चों के लिए कवरेज, खुद या आश्रितों के लिए मातृत्व लाभ, और अन्य हेल्थ इंश्योरेंस फ़ायदों के बीच डेकेयर प्रक्रियाओं के लिए कवरेज।
यह न सिर्फ कंपनी को अपने कर्मचारियों की बेहतर देखभाल करने में मदद करता है (और इसलिए कर्मचारी टर्नओवर को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है) बल्कि उन्हें कंपनी टैक्स के फ़ायदे लेने में भी मदद करता है। इसके अलावा, ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के कई फ़ायदे हैं, जो नीचे बताए गए हैं।